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N S Yadav GoldMine
White {Bolo Ji Radhey Radhey} काम रावण, क्रोध रावण, मोह रावण, आचरण व व्यवहार रावण का, व्यक्ति के अंदर रहने वाले इस रावण को, भगवान श्री राम का मन से चितन करते हुए, धर्म के आचरण करने से अपने अंदर के रावण को मारने का प्रयास करो।। ©N S Yadav GoldMine #good_night {Bolo Ji Radhey Radhey} काम रावण, क्रोध रावण, मोह रावण, आचरण व व्यवहार रावण का, व्यक्ति के अंदर रहने वाले इस रावण को, भगवान श
#good_night {Bolo Ji Radhey Radhey} काम रावण, क्रोध रावण, मोह रावण, आचरण व व्यवहार रावण का, व्यक्ति के अंदर रहने वाले इस रावण को, भगवान श #मोटिवेशनल
read moreKaran Yaduvanshi
मेरे व्यक्तित्व और मेरे व्यवहार को कभी मत मिलाएगा.. क्यों कि मेरा व्यक्तित्व मैं हूँ, और मेरा व्यवहार आप पर निर्भर करता है..!! ©Karan Yaduvanshi मेरे व्यक्तित्व और मेरे व्यवहार को कभी मत मिलाएगा.. क्यों कि मेरा व्यक्तित्व मैं हूँ, और मेरा व्यवहार आप पर निर्भर करता है
मेरे व्यक्तित्व और मेरे व्यवहार को कभी मत मिलाएगा.. क्यों कि मेरा व्यक्तित्व मैं हूँ, और मेरा व्यवहार आप पर निर्भर करता है #Life
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इस कलयुग में मनुष्य ही असुर हैं और आसुरी भी मन के भाव और भावनाएं दूषित हो तो नकारात्मक सोच और विकार ग्रसित कर देती हैं मन के विकार मनके छह प्रकार के विकार उत्पन्न होते है। इनको छह रीपु भी कहते है। यथा काम, क्रोध, मद, लोभ, मोह, मात्सर्य स्वार्थ , ईर्ष्या , क्रोध , अहंकार , घमंड, अभिमान , गुस्सा , लालची स्वभाव , नास्तिक व्यवहार , असत्य ,झूठ , अपशब्द , दुष्टता, यह सब नरक के द्वार खोलते हैं और इन्हीं सबसे मनुष्य की पतन होती हैं ©person इस कलयुग में मनुष्य ही असुर हैं और आसुरी भी मन के भाव और भावनाएं दूषित हो तो नकारात्मक सोच और विकार ग्रसित कर देती हैं मन के विकार मनके
इस कलयुग में मनुष्य ही असुर हैं और आसुरी भी मन के भाव और भावनाएं दूषित हो तो नकारात्मक सोच और विकार ग्रसित कर देती हैं मन के विकार मनके #Motivational
read moreNimisha Mishra HI
White हम शिक्षक ही नही, बल्कि विशेष शिक्षक है हम सब से अलग शिक्षक है, हम IAS, DOCTOR, ENGEENIOR, नही बनाते, हम अपने बच्चो को समाज में नेक इंसान व्यवहार करना, खाना, पीना, उठाना, बैठना, बोलना ,चलना सिखाते है , समाज से उनका अधिकार दिलवाते है , और उस समय बहुत ही खुशी होती है , जब वह एक कदम भी स्वयं से चलता है स्वयं का काम स्वयं करे, किसी पर निर्भर न रहे । और समावेशी शिक्षा अर्जित करता है। और समानता के साथ प्राकृतिक रूप से अपना जीवन खुशी से यापन करता है । Happy teacher's day all of you विशेष शिक्षक ©Nimisha Mishra HI #teachers_day हम शिक्षक ही नही, बल्कि विशेष शिक्षक है हम सब से अलग शिक्षक है, हम IAS, DOCTOR, ENGEENIOR, नही बनाते, हम अपने बच्चो को समा
#teachers_day हम शिक्षक ही नही, बल्कि विशेष शिक्षक है हम सब से अलग शिक्षक है, हम IAS, DOCTOR, ENGEENIOR, नही बनाते, हम अपने बच्चो को समा #Motivational
read moreRimpi chaube
नजर फेरना मुझसे तेरा। फिर आ करते दिल में डेरा। यूं आना जाना दिल में तेरा। पहली बार तो नहीं है।। इजहार के बाद इंकार तेरा। दर्द बढ़ाकर करार तेरा। यूं गैरों सा व्यवहार तेरा। पहली बार तो नहीं है।। ©Rimpi chaube #पहलीबारतोनहींहै ☺️ नजर फेरना मुझसे तेरा। फिर आ करते दिल में डेरा। यूं आना जाना दिल में तेरा। पहली बार तो नहीं है।। इजहार के बाद इंकार तेरा।
#पहलीबारतोनहींहै ☺️ नजर फेरना मुझसे तेरा। फिर आ करते दिल में डेरा। यूं आना जाना दिल में तेरा। पहली बार तो नहीं है।। इजहार के बाद इंकार तेरा। #SAD
read moreDevesh Dixit
शोभा (दोहे) शोभा देती है नहीं, अब तुमको ये बात। दुर्जन वाले काम कर, देते हो आघात।। कटु वचन नहीं बोलिये, हिय में होती पीर। बाणों जैसे ही चुभें, खोते भी फिर धीर।। क्या शोभा देती तुम्हें, जो देते हो तंज। भान नहीं इसका तुम्हें, होता कितना रंज।। मधुर वचन जो बोलते, ये शोभा है मान। ऐसे ही जो तुम रहो, खुश होते भगवान।। गलती पर जो डांँटते, ये उनका है फर्ज। शोभा अपनी है यही, माने उनका कर्ज।। शोभा ये जिससे बढ़े, उसे कहें संस्कार। निश्छल निर्मल मन रहे, सुंदर हो व्यवहार।। ........................................................... देवेश दीक्षित ©Devesh Dixit #शोभा #दोहे #nojotohindi #N_writes शोभा (दोहे) शोभा देती है नहीं, अब तुमको ये बात। दुर्जन वाले काम कर, देते हो आघात।। कटु वचन नहीं बोलिय
शोभा दोहे nojotohindi N_writes शोभा (दोहे) शोभा देती है नहीं, अब तुमको ये बात। दुर्जन वाले काम कर, देते हो आघात।। कटु वचन नहीं बोलिय
read moreDevesh Dixit
जीत-हार (दोहे) जीत-हार परिणाम है, क्यों होता हैरान। वश मे तेरे कुछ नहीं, मत बन तू नादान।। गीता में उपदेश है, होती उसकी जीत। कर्म करे जो ध्यान से, सफल वही है मीत।। जीत-हार की सोचना, करते हैं वो लोग। बिना परिश्रम के यहीं, मिल जाए अब भोग।। जीत-हार का भय यही, रोके सबके काम। मंजिल भी मिलती नहीं, होते हैं बदनाम।। जीत-हार में जो पड़ा, होता उनको कष्ट। अहम् भरा व्यवहार में, हो जाता वो नष्ट।। ....................................................... देवेश दीक्षित ©Devesh Dixit #जीत_हार #दोहे #nojotohindipoetry nojotohindipoetry जीत-हार (दोहे) जीत-हार परिणाम है, क्यों होता हैरान। वश मे तेरे कुछ नहीं, मत बन तू नाद
#जीत_हार #दोहे #nojotohindipoetry nojotohindipoetry जीत-हार (दोहे) जीत-हार परिणाम है, क्यों होता हैरान। वश मे तेरे कुछ नहीं, मत बन तू नाद #Poetry #sandiprohila
read moreDevesh Dixit
नींद (दोहे) सबसे प्यारी नींद है, पूरी करना मान। जिसको आती यह नहीं, होता वह हैरान।। थका-थका तब वह लगे, नींद करे बेहाल। जब तक सोता है नहीं, पीड़ित रहे कपाल।। बना रहे व्यवधान भी, काम रहे नाकाम। त्रुटियों से भरपूर वह, अनुचित हो अंजाम।। आती खुद से नींद जब, उचित रहे व्यवहार। सफल रहे वह काम में, जीवन सुखी अपार।। आती खुद से है नहीं, निद्रा जिसको जान। लेनी पड़ती है दवा, पूरी होती मान।। ईश्वर ने दी नींद है, उचित करो उपयोग। समय-समय पर लें इसे, दूर रहें तब रोग।। अधिक समय इस नींद को, देना मत तुम मान। काम सभी हों देर से, बनो नहीं नादान।। ......................................................... देवेश दीक्षित ©Devesh Dixit #नींद #दोहे #nojotohindipoetry #nojotohindi नींद (दोहे) सबसे प्यारी नींद है, पूरी करना मान। जिसको आती यह नहीं, होता वह हैरान।। थका-थका त
#नींद #दोहे #nojotohindipoetry #nojotohindi नींद (दोहे) सबसे प्यारी नींद है, पूरी करना मान। जिसको आती यह नहीं, होता वह हैरान।। थका-थका त #Poetry #sandiprohila
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