Nojoto: Largest Storytelling Platform

New अस्थिमज्जा का प्रदाह की परिभाषा Quotes, Status, Photo, Video

Find the Latest Status about अस्थिमज्जा का प्रदाह की परिभाषा from top creators only on Nojoto App. Also find trending photos & videos about, अस्थिमज्जा का प्रदाह की परिभाषा.

Stories related to अस्थिमज्जा का प्रदाह की परिभाषा

seema patidar

प्रेम की पूर्ण परिभाषा

read more
हे सर्वश्रेष्ठ सखा
तुम्ही से सीखा है ........
प्रेम की पूर्ण परिभाषा को
मुक्त होकर भी........
 बंधे रहना........✍️

©seema patidar प्रेम की पूर्ण परिभाषा

Praveen Jain "पल्लव"

#delhiearthquake डबल इंजन की सरकार का आगाज हुआ है

read more
पल्लव की डायरी
सियासतों के साथ हुआ खूब दंगल
वायदे खूब परवान चढ़े
दिल दिल्ली का उसने जीता
डबल इंजन की सरकार का आगाज हुआ है
खूब उछली इज्जत दिल्ली की चुनावो में
मतों का विभाजन खूब हुआ
जीरो सीट लाकर कांगेस इतराती
केजू का बंटाहार हुआ है
झाड़ू की सफाई के बाद कमल खिला
मगर सदमा फ्री बिजली पानी और बसों का लगा है
मेहमानबाजी में दिल्ली वन है
पूरे भारत का दर्शन यहाँ होता है
दिल्ली का दिल जीतने के लिये
पूरा दामोदार नई सरकार की नीतियों पर टिका है
                                     प्रवीण जैन पल्लव

©Praveen Jain "पल्लव" #delhiearthquake डबल इंजन की सरकार का आगाज हुआ है

Radha Chandel

#खूबसूरती की परिभाषा

read more
White वो लडकी खूबसूरत तो नही
पर
 अपने किरदार को सजाया है उसने।।
वो लड़का लाखो तो नही कमाता 
पर 
अपने वजूद को महकाया का उसने।।
लम्बे बाल काली आंखे गोरे गाल तो नही है उसके।।
पर सादगी का नूर आंखो में हया संस्कारों को सजाया है उसने।।
लम्बी गाड़ी बड़ा बंगला बड़ा व्यापार नहीं है उसका।।
पर अपने हुनर को मेहनत से निखारा हे उसने।।

©Radha Chandel #खूबसूरती की परिभाषा

Vinod Mishra

"ये अन्धविश्वास का जाता(पीसने वाली पत्थर की चक्की) नहीं,आस्था का तांता है."

read more
"ये अंधविश्वास का जाता(पीसने वाली पत्थर की चक्की)नहीं, आस्था का तांता है."

©Vinod Mishra "ये अन्धविश्वास का जाता(पीसने वाली पत्थर की चक्की) नहीं,आस्था का तांता है."

Anand Kumar Jha

#achievement मृत्यु का तमसा, सत्य की राह 🙂

read more
'मृत्यु का तमाशा देखो' 

पंच दिवस की ज़िंदगी में, पंच रत्न बन जाता हूँ ,  
जब जीवित रहूँ, तो कौन पूछे मृत्यु हो, तो सब पूछे । 
 
स्वार्थ यदि समाया हो सब में ,  
तो क्रूर सभी बन जाएंगे ।  

मैंने देखा है उस राजपाट को ,  
जो मैं शीघ्र ही छोड़ जाऊँगा ।  

जो क्षणभंगुर है, वही सत्य है ।  
माया के बंधन तोड़कर ही  
जीवन का सार मिलेगा ,  
और आत्मा को शांति का द्वार मिलेगा ।।

©आनन्द कुमार झा #achievement मृत्यु का तमसा, सत्य की राह 🙂

Matangi Upadhyay( चिंका )

प्रेम की परिभाषा 😊 matangiupadhyay लव Love thought Life hindi

read more
प्रेम सिर्फ शारीरिक नहीं होता है 
प्रेम किसी व्यक्ति से नहीं होता है, 
प्रेम व्यक्तित्व से होता है,
 इंसान के व्यवहार से होता है, 
किसी की बातों से जब मन को खुशी मिलती है,
 किसी की परवाह जब आपको सुकून देती है,
 आप कितने अनमोल है उसके लिए,
 जब आपको कोई ये महसूस कराता है,
 अपने व्यस्त समय में भी, 
जो आपके लिए समय निकालता है
 रोज आँख खुलते ही जो आपको याद करता है, 
जो आपकी आवाज सुनने के लिए 
सारा दिन इंतजार करता है, 
जिससे झगडा करने के बाद भी 
उसके मनाने का इंतजार रहता है,
 किसी की बातें सोचकर 
आपके चेहरे पर मुस्कराहट आ जाती है, 
पूरी दुनिया की खुशी में भी 
एक इंसान की कमी 
आपको उदास कर देती है
 बस यही है प्रेम की परिभाषा...है।

©Matangi Upadhyay( चिंका ) प्रेम की परिभाषा 😊
#matangiupadhyay #लव #Love #thought #Life #hindi

Jeetal Shah

#poem दिसंबर की सर्दियों का जादू दिसंबर की सर्दियों का जादू, चिलचिलाती ठंड, और हरियाली का नजारा।

read more
White दिसंबर की सर्दियों का जादू

दिसंबर की सर्दियों का जादू,
चिलचिलाती ठंड, और हरियाली का नजारा।

साग-सब्जियों की बहार, और गरमा-गरम सूप का आनंद,
सर्दियों की रातों में भी, दिल को गरम रखने का मौसम।

क्रिसमस की धूम, और सांता क्लॉज़ की कहानी,
एक्समास ट्री की सजावट, और चर्च में प्रार्थना की धुन।

साल के अंत में, नए साल का स्वागत,
365 नए दिन, नए विचार, नए लक्ष्य, और नए सपने।

भूल जाने को पुराने दिन, और नए साल की शुरुआत,
नए संकल्पों के साथ, और नए जोश के साथ।

दिसंबर की सर्दियों का जादू,
हमें नए साल की ओर ले जाने का एक मौसम।

©Jeetal Shah #poem 
दिसंबर की सर्दियों का जादू


दिसंबर की सर्दियों का जादू,

चिलचिलाती ठंड, और हरियाली का नजारा।

Uttam Bajpai

हिंदी कॉमेडीचाचा की वाइफ का नाम क्या है

read more

Ravi_bhagat11

लिपाई करने की ओटोमेटिक मशीन 😱 #traintrack आज का विचार

read more

seema patidar

आस की डोर....उम्मीद का बंधन निश्छल,निस्वार्थ .......

read more
White स्वच्छंद विचरण को छोड़ा था पंछी
उम्मीद थी शाम तलक घर लोट आने की
संग भेजी थी उसके दुआ,खुशियों का जहां पाने की 
जिद थी उसकी उड़ जाने की 
चाह उन्मुक्त गगन में खो जाने की
मोह होता तो जाल बिछा लेते, पिंजरे के घेरे डाल देते
पर प्रेम इजाजत नहीं देता, बंधन में अपने बांधने की
बस आस की डोरी से बांधा है ,और एकटक निहारे बैठे है
प्रतीक्षा में परिंदे के लोट आने की ........

©seema patidar आस की डोर....उम्मीद का बंधन
निश्छल,निस्वार्थ .......
loader
Home
Explore
Events
Notification
Profile