Find the Latest Status about मौसम नारी from top creators only on Nojoto App. Also find trending photos & videos about, मौसम नारी.
Anand Kumar ' Shaad '.
White पहले मौसम सुहाना हो जाए फ़िर मेहबूब का आना हो जाए ऐसे दिलकश हसीन माहौल में कैसे न कोई दीवाना हो जाए ©Anand Kumar ' Shaad '. मौसम
मौसम
read moreF M POETRY
White सर्द मौसम है सफर रात का है.. तुम नहीं हो ग़म इसी बात का है.. यूसुफ़ आर खान..... ©F M POETRY #सर्द मौसम है..
#सर्द मौसम है..
read moreRam Prakash
White हर पहेली बूझ ली है नारी शक्ति पूज ली है ©Ram Prakash #love_shayari नारी
#love_shayari नारी
read more@Amarjeet Kumar shaksena
White न्याति ,पृथ्वी और प्राकृति तीनो स्त्री है नारी को अपमान कोई करता है न्याति उस जगह पर छोड़ेगा पृथ्वी भार नही थमेगा प्राकृति नष्ट कर देगा 🌍🔥👾💯🧘 ©@Amarjeet Kumar shaksena #Thinking नारी शक्ति
#Thinking नारी शक्ति
read moreAdv. Rakesh Kumar Soni (अज्ञात)
White नारी.. एक अभिव्यक्ति.. 🧖♂️जब अपने चरणों के स्पर्श से अमंगल को भी मंगल कर जाते हो.. तब तुम ही मंगलाचरण बन जाते हो.. 🧖♂️जब अपने रूप सौंदर्य के गर्व से मुक्त, सहज सरल हो जाते हो . तब तुम ही तो इस सृष्टि की सुंदरता का आधार कहलाते हो... 🧖♂️जब अपने समक्ष आते ही किसी मलिन हृदय को भी निर्मल कर जाते हो.. तब तुम ही तो भुवनेश्वरी कल्याणी बन जाते हो..!! 🧖♂️जब अपने समक्ष किसी दरिद्र हृदय को धनवान बना जाते हो.. तब तुम धन सम्पदा की देवी लक्ष्मी कहलाते हो.. !! 🧖♂️जब अपने समक्ष पाकर किसी निराधम को भी सद्मार्ग दिखा जाते हो .. तब तुम ही तो सरस्वती शारदा कहलाते हो..!! 🧖♂️जब अपने हृदय में प्रेम वात्सल्य ममता क्षमा और करुणा का दीप जलाते हो.. तब तुम ही तो सूर्य चंद्र की आभा कहलाते हो.. 🧖♂️ जब धीरज धर्म त्याग जैसे अलंकारों से सज संवर जाते हो तब तुम ही तो ईश्वर की परम् मनोहर कृति पावन नार कहाते हो.. 🧖♂️जब अपने नारी देह की उलाहना से मुक्त ईश्वर के विधान पर पूर्ण आस्था रख जाते हो.. तब तुम ही तो निराकार ब्रम्ह का साकार स्वरूप कहलाते हो.. ©Adv. Rakesh Kumar Soni (अज्ञात) #नारी
Shekhar Yadav
shekhar yadav ©Shekhar Yadav नारी का वर्तमान इस्थिति!
नारी का वर्तमान इस्थिति!
read morejameel
White गरज रहा है बादल उसे गरज लेने दो मौसम है उस का उसे बरस लेने दो जमील ©jameel Khan # बे मौसम #
# बे मौसम #
read moreyogitaupadhyay45gmailcom
न रोको मुझे रिश्तों की जंजीरो से सब कुछ तो संभाले हुऐ हूँ फिर और कित नि नई खता जाहिर कटना बाकि हें मेरे अरमानो की राख उड़ाना बाकि हें अपनों के सामने मेरे किरदार को बताना बाकि हैं जहाँ आप की इतनी इनायत हैं वहा और सुर्खियों बटोरना बाकि हैं बस में एक नारी ही तो हूँ अभि तो मेरा टूट ना और आप का पल पल तोड़ ना बाकि हैंकब हlरी में तुम से क्यूँ की नारी ही नारी से उलझ रही हैं न तुम कम हों न में कम हूँ बता ओ नारी कब हारी हैं tamnna❤️की ©yogitaupadhyay45gmailcom नारी ही तो हूँ
नारी ही तो हूँ
read morepriyanka pilibanga
❤️❤️ केसरी पत्रिका में प्रकाशित रचना ❤️❤️ ©Priyanka pilibanga हिंदुस्तान की नारी
हिंदुस्तान की नारी
read more