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Vedantika
ये कंदा मेहराब मस्कन की किस्से कहती है ज़िंदगी के, इश्क़ में मगरूर हुआ करते थे इस घर को सजाने वाले। ♥️ इस पोस्ट को हाईलाइट करना न भूलें :) ♥️ आज का शब्द है "कंदा" "kanda" जिसका हिन्दी में अर्थ होता है गढ़ा हुआ, नक्काशीदार एवं अंग्रेजी में
Divyanshi Bairwa....
ना तुम मुझे जानते हो, और ना ही मै तुम्हे। ना देखा है हमने कभी तुमको और ना ही तुमने हमें। पर आज, बहुत कुछ कहना है मेरी जान,(×2) तुम जहां भी हो ना बस रखना अपना ध्यान। रखना अपना ध्यान तब तक,जब तक हम मिल नही जाते, महफूज रखना अपने आप को जब तक मै और तुम मिलकर हम नही हो जाते। ख्वाहिशें हैं कुछ मेरी,कुछ ख्वाब सजा कर बैठे हैं,(×2) हाँ समझ लो शायद थोड़े पागल ही है। जो तुम्हारे मिलने से पहले ही तुमसे दिल लगा कर बैठे है, जब तुम आओ थकेहारे काम से, तो हम तुम्हे अपनी बाहों में पनाह दें, गोद में सर हो तुम्हारा और हम बालों को सहला दें। फिर अगली सुबह,हर रोज़ चाय की प्याली संग खड़े हो सामने, और एक मुस्कान से ही बिना कहे बहुत कुछ बता दें।(×2) ना शिकवा हो कोई ना शिकायतें होंगी , बस तुम मै और वो चांदनी रातें होंगी। साथ मिलकर लिखेंगे हम अपनी प्रेम कहानी, फिर मशहूर इस जहान में हमारी हिकायतें होंगी। बस कुछ इतने से ख्वाब हैं यार, ये जिंदगी बेजार है फिलहाल, तुम आओ तो,मिलकर फिर पूरे हो जाएं। कुछ गम हमारे कुछ गम तुम्हारे बांटना, जो मिलेंगे ये भी तो खत्म हो जाएं। - Your unknown Better half❤️ For better reading ❤️👇 ********************* ना तुम मुझे जानते हो, और ना ही मै तुम्हे। ना देखा है हमने कभी तुमको और ना ही तुमने हमें। पर आज,
Azad
धूल जमी है जमीं पर, कुछ गंदा सा लगता है। चुभने लगा नक़्श यकीं पर, कुछ कंदा सा लगता है।।— % & ♥️ इस पोस्ट को हाईलाइट करना न भूलें :) ♥️ आज का शब्द है "कंदा" "kanda" जिसका हिन्दी में अर्थ होता है गढ़ा हुआ, नक्काशीदार एवं अंग्रेजी में
Writer1
तुम मिले मोहब्बत की हिकायतें मुकम्मल हुईं, अब दिन को रात हुईं ,रातों को मेरी सुबह हुई, ऐसी हालत हुई कि मरहला-ए-शोक हो गए, वक्त के साथ मोहब्बत का रंग चढ़ता, वो और हसीन हो गए। वज्ह-ए- गिरफ्तारी-ए-दिल ना पूछ मोहब्बत ही जिंदगी हो गई, आंखों की मासूमियत मे कैद हो गए ऐसे, जैसे सेवाबंदगी हो गई। नूर - ए - खुदा है , रूहानी चेहरा जनाब का, नुजूल-ए-रहमत मानो मुझ पर यक -ब-यक हो गई। कज़्ज़ाक है वो हमनवा मेरे चैन और नींदों का, चैन लुटाकर भी मसर्रत -ए- अतिय्या हो गई। हिकायतें: कहानी मरहला-ए-शोक: stage of love वज्ह-ए- गिरफ्तारी-ए-दिल: cause of arrest of heart सेवाबंदगी: अराधना कज़्ज़ाक: लुटेरा मसर्रत -ए- अ
Akib Javed
शिकायतें भी बहुत हैं हिकायतें भी बहुत गुज़र न जाएँ यूँही अहद-ए-बे-मिसाल के दिन ~मोहसिन भोपाली शिकायतें भी बहुत हैं हिकायतें भी बहुत गुज़र न जाएँ यूँही अहद-ए-बे-मिसाल के दिन ~मोहसिन भोपाली #UrduPoetry #akib #nojoto