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Mehfil-e-Mohabbat
अश्क आंखों में रोकना होगा जब कभी उनका सामना होगा उसने पूछा है मुझसे कैसे हो अब मुझे झूठ बोलना होगा ©राहुल रौशन ♥️ फ़ज़ल गिलानी ♥️
PAWAN रावण
मेरी सासों को अहल ए फज़ल कर गया , जाते जाते वो शख्स मुझे गज़ल कर गया।। मैने पाला था जिसे हरी ....की तरह , वह इश्क का कबूतर घायल कर गया ।। यह कैसा mahbubहै जो हिसाब रखता है खूब, जो गया तो मेरे इश्क का कतल कर गया..✍🏼।। ❣️ 🫰🏼 ©PAWAN रावण #sunrisesunset #अहल -ए -फ़ज़ल #more
Irfan Saeed
अश्क अश्क और अश्क ही निकलेगा तिरी याद मै मेरा दम ही निकलेगा मुस्कुराते चेहरे को देखते हो अंदर देखो यहां गम-ए-अश्क का समंदर ही निकलेगा आंखों मै आंखे डालकर बोलते हो झूट खुदा के फ़ज़ल से यहां कम ही निकलेगा ज़ख्म मुझको देते हो तुम बनकर पत्थर कलेजा चीर कर देखो नरम ही निकलेगा सब-ओ-रोज कहते थे मुझे तुमसे प्यार है आजमा लू तो ये सब भरम ही निकलेगा ©Irfan Saeed Writer अश्क अश्क और अश्क ही निकलेगा तिरी याद मै मेरा दम ही निकलेगा मुस्कुराते चेहरे को देखते हो अंदर देखो यहां गम-ए-अश्क का समंदर
Pnkj Dixit
कभी कविता तो कभी ग़ज़ल है ज़िन्दगी कुदरत की एक खूब फ़ज़ल है ज़िन्दगी जिस तरह से चाहे गुनगुना लीजिए बेधड़क कभी नम तो कभी खुशी के पल है ज़िन्दगी २४/०६/२०१९ 🌷👰💓💝 ...✍ कमल शर्मा'बेधड़क' कभी कविता तो कभी ग़ज़ल है ज़िन्दगी कुदरत की एक खूब फ़ज़ल है ज़िन्दगी जिस तरह से चाहे गुनगुना लीजिए बेधड़क कभी नम तो कभी खुशी के पल है ज़िन्द
Krish Vj
सादगी ने जैसे ओढ़ लिया है, 'लिबास' यूँ सुंदरता का लफ्जों से 'बरसता' प्रेम, मुकम्मल 'ग़ज़ल' लगते हो तेरे नीले नयनों ने ओढ़ ली है अब जैसे हया की चादर ख़्वाब-ख़याल सब तेरा,मेरा 'सुनहरा' 'कल' लगते हो प्रीत की यह धानी 'चुनरिया' रंगी 'प्रेम' के रंग में तेरी खुशबू तेरी रूह की प्यारी, महकता 'कमल' लगते हो रखते 'ख़याल' मेरा, मुझ पर यूँ 'जान' निसार करते हो इबादत ख़ुदा की, उसकी रहमत की 'फ़ज़ल' लगते हो फ़ज़ल:_ कृपा ♥️ Challenge-633 #collabwithकोराकाग़ज़ ♥️ इस पोस्ट को हाईलाइट करना न भूलें :) ♥️ विषय को अपने शब्दों से सजाइए।
KPR Originals
बर्फ़ाब पीके हो जैसे हुआ यख़-बस्ता मिरा दिल तीन लफ़्ज़ों में बिक जायेगा है राख-सस्ता मिरा दिल ©KPR Originals बर्फ़ाब पीके हो जैसे हुआ यख़-बस्ता मिरा दिल तीन लफ़्ज़ों में बिक जायेगा है राख-सस्ता मिरा दिल एकबार फिर पड़ू इश्क में शफ़कत हुआ