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Yuv Tyagi
हे प्रभु जरा हम पर कृप्या कर दो जो करना कुछ चाहता है लेकिन हालात के हाथ होकर मजबूर कर कुछ ओर देता है हे कान्हा सुन ले अर्ज मेरी ©Yuv Tyagi सुन ले अर्ज मेरी #govardhanpuja
सुन ले अर्ज मेरी #govardhanpuja #समाज
read moreSuraj Saathiya
क्या कहुँ तुझे, कहुँ या फिर न कहुँ... सुन ले मेरी फरियाद भी...
सुन ले मेरी फरियाद भी...
read moreDR. LAVKESH GANDHI
प्रार्थना मैं दीप जलाऊँगी,पूजन करुँगी बार-बार मेरी जो मन्नत पूरी हो जाए एकबार पापियों का अंत हो जाए,नरपिचाशों की बली हो जाए भ्रष्टाचारियों का सफाया हो जाए दलालों के दल-बल वंश सहित उजर जाए ©DR. LAVKESH GANDHI #SAD # #मेरी विनती सुन ले भगवान #
SAD # मेरी विनती सुन ले भगवान #
read moreSantosh Sagar
ये मेरा फ़र्ज़ बनता है, में उसके हाथ धुलवाऊँं! . . सुना हे उसने मेरे नाम पर कीचड़ बहुत उछाला है। सुन ले
सुन ले
read moreBobby Sodhi 'deedar'
मेरी भी सुन ले कभी.. ना मनमानी कर औरत हूँ खिलौना नहीं, ना वजूद से बेईमानी कर मेरी भी सुन ले कभी #nature #nojoto #poetry #peace
Utkarsh Jain
सुन ले दुश्मन ध्यान से, हम नहीं डरते तेरे किसी साजो सामन से, तू चिंगारी है ज्वालामुखी से क्या टकराएगा, ये 56 इंच का सीना है, इसे तेरा कोई भी वार ना फाड़ पाएगा। सुन ले दुश्मन ध्यान से, हम नहीं डरते तेरे किसी साजो सामन से, होगी दुनिया तेरे साथ कभी, फिर भी तू अकेला है, में अकेले खड़ा हूं जंगे मैदान में , फिर भी मेरे पीछे मेला है। सुन ले दुश्मन
सुन ले दुश्मन
read moreDharma Bhardwaj
गुजरता सा ये लम्हा, मेरी आवाज़ें लिखता है.! किसी एक की नहीं, सितम-ऐ -कायनात की , फरियादें लिखता है.. !! ऐ खुदा.... कितना और देख लेगा तू , तड़पते उनको,, अब तो सुन ले उनकी भी, जो अपनों की यादें लिखता है... !!! ... dharma #सुन ले 🙏
#सुन ले 🙏
read more#ASHOK
ओ सुन आसमान काले छाँव कहूँ या सूरज से वैर अंधेरे के लिए तो रात ही बहुत है मान भी जा सुन ओ लम्बी चद्दर वाले.. ओ सुन आसमान...... सुन भी ले....
सुन भी ले.... #कविता
read moreCK JOHNY
खबर आती है कि संगतों को दर्शन दे के निहाल करते हो। मेरे गरीब नवाज इस तरह हमारी खबर ले के कमाल करते हो। लुटा के अनमोल खजाना दौलत-ए-नाम का हम पर मेरे मुर्शिद हम मुफलिसों को इस कद्र मालामाल करते हो। इस अंधेरी नगरी में प्यारे जब सूझे न कोई संग सखा रे हाथ दे के जीव को इस भवसागर से निकाल लेते हो। आते हो हमारी खातिर हाड माँस का चोला ओढ़ कर अपने जीवों के कल्याण को क्या क्या तुम दीनदयाल करते हो। बी डी शर्मा चण्डीगढ़ दीनदयाल
दीनदयाल
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