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Vandana Mishra
चलिए सुबह उठ कर पहला यह काम करें, इस दिल के लिए संकल्प करे, मै किसी से नही डरूगा , मै केवल भगवान् से डरू,मै किसी के समक्ष बुरा नही करू,मै असत्य को सत्य में जीतूं, असत्य का विरोध करते हुए कष्ट को सह कर आगे बढता रहूं, (गांधी जी का विचार ) मेरा पसन्दिय गांधी जी का विचार 👌👌❤
Junnu Rain
युवा दिलों की धड़कन हमारे नेता आदरणीय राहुल गांधी जी का पाटलिपुत्र की पावन धरती पर हार्दिक अभिनंदन है
S Barua
गांधी जी का 4 बा बंदर मिल गया जो आज की पीढ़ी का है, आज पता चला वो तो हमलोग ही हैं !!! 🤪🤪🤪 ©S Barua ₹ गांधी जी का 4 बा बंदर मिल गया जो आज की पीढ़ी का है, आज पता चला वो तो हमलोग ही हैं !!!
Tarun Vij भारतीय
पटेल को नेहरू से बदलना, नेताजी को नेहरू से बदलना, लाल बाल पाल को नेहरू से बदलना, नेहरू को नेहरू से बदलना, राजनीति को नेहरू से बदलना, स्वराज को नेहरू से बदलना, आजादी को नेहरू से बदलना, और सत्य को नेहरू से बदलना। मैं मोहनदास करमचंद गांधी जी का कभी भी प्रशंसक नहीं रहा और उनके द्वारा किए गए प्रयोगों का सदैव आलोचक रहा हूं। कुछ बातें हैं उनकी जो सराहनीय ह
Insprational Qoute
विषय:-महात्मा गांधी विधा :- निबंध सम्पूर्ण विधा कृपया अनुशीर्षक में पढ़ियेगा 🙏🙏🙏 विषय:-महात्मा गांधी निबंध **************
ओम भक्त "मोहन" (कलम मेवाड़ री)
मोहन से मसीहा की कहानी गांधी जी की जीवन कथा को व्यक्त करते हैं हम 2 अक्टूबर को राष्ट्रपिता महात्मा गांधी जी की 150वीं जयंती मनाने जा रहे हैं
Madhur Bihani
( Read in Caption) इंकिलाब जिंदाबाद...!!! ये मैं नहीं कहता, हिंदुस्तान का ज़ज़्बात कहता है.., हर बच्चे के दिल में यहाँ भगत सिंह रहता है.., आज भी बच्चों के मन म
रामकंवार पारासरिया
*देश की असली आजादी तो क्रांति के आई थी* तेरी दर्द भरी कहानी में मैं कैसे शामिल हो जाऊं, बहरूपिए हो तुम मैं कैसे शामिल हो जाउ, मैं कैसे भूलूं शहीदों की चीखों को, मैं कैसे भूलूं 23 साल के नौजवानों को, सूली आज भी मुझे वह दिख रही है, मेरी आंखो के सामने वह टिक रही है, अरे क्या करते हो तुम भारत पाकिस्तान का बंटवारा, जरा उन जवानों को भी याद कर लो जिन्होंने अपना जीवन इन दोनों मुल्कों पर वारा। मैं गांधी जी का बन जाऊं पुजारी, लेकिन बंटवारे के वक्त क्या उन्हें याद नहीं आई हमारी, वतन बंट रहा था तुम मौन थे, अब पूछ रहे हो कि नाथूराम गोडसे कौन थे, बंग भंग हुआ तब भी तुम ना समझे, दिल का टुकड़ा छीन ले गया जिन्ना तब भी तुम ना संभले, अच्छा हुआ गांधीजी तुम को गोडसे ने मार दिया, जब जिन्ना की बातों में आकर हिंदुस्तान और पाकिस्तान को अलग किया, मेरी नजर में हिंदुस्तान का आज हर एक युवा मौन है, जरा पूछो उन फांसी पर लटके हुए जवानों से कि वह कौन है, मुझे आज भी याद है जो कत्लेआम हुआ, हिंदुस्तान जब पाकिस्तान के रूप में बर्बाद हुआ, हां तुम थे अहिंसा के पुजारी मैं भी बन जाऊं, पर मैं उस आजाद को कैसे भूल जाऊं, आजाद था, आजाद है,आजाद रहेगा,इस वचन को मैं कैसे झुटलाऊँ, जलियां की वह आग आज भी सीने में चिंगारी बन कर बैठी है, सभी अपनी अपनी राजनीति में लगे हुए हैं कौन कहता है कि देश मेरी माटी, अरे पूछो उन माताओं को जिन्होंने अपने सीने पर पत्थर रख दिया, अपने आंख के तारे को देश के लिए न्योछावर कर दिया, पूछो उस पिता से जिसके सामने भगत सिंह ने बंदूक के बोई थी, क्या उस रात उस पिता की आंखें चैन से सोई थी, इंकलाब की वह बोली घर-घर में गूंज उठी थी, तुम्हारी अहिंसा की उस टोली में कितनी चीखें रोज उठी, तुम सही हो यह "पारासरिया" मानता है, व्यक्तिगत तौर पर नहीं पर इतिहास के जरिये उनको जानता है, तुमने अपने तरीके में शांति अपनाई थी, लेकिन देश की असली आजादी तो क्रांति से आई थी, देश की असली आजादी तो क्रांति के आई थी। *देश की असली आजादी तो क्रांति के आई थी* तेरी दर्द भरी कहानी में मैं कैसे शामिल हो जाऊं, बहरूपिए हो तुम मैं कैसे शामिल हो जाउ, मैं कैसे भूल