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Shravan Goud
सच-झुठ झुठ दौडता बहुत है पर सच अपनी जगह रहता है। झुठ दौडता बहुत है पर सच अपनी जगह रहता है।
Hasanand Chhatwani
हर शख्श दौडता है यहां.. भीड की तरफ और चाहत भी ये कि.. पहले उसे ही रास्ता मिले.. हर शख्श दौडता है यहां.. भीड की तरफ और चाहत भी ये कि.. पहले उसे ही रास्ता मिले..
Mohammad rafeek
अब जिस्मों मे लहू नही बहता अब मतलब दौडता हैं नसों मे ll1 लोगों को पागल फरेब करता है इतना दम कहा है कशो में ll2 मिठास को तो भूल ही जाओ सहाब कहीं जहर ना मिला हो प्यार के रसों में ll3 ©Mohammad rafeek अब जिस्मों मे #लहू नही बहता अब मतलब दौडता हैं नसों मे ll1 #लोगों को #पागल #फरेब करता है #इतना दम कहा है #कशो में ll2 #मिठास को तो #भूल ही
Poonam Singh
गुजरता वक्त जिंदगी एक शहर दौडता रहेगा दिन दोपहर काम और उमंगों के बीच यूं ही चलता रहेगा जिंदगी एक शहर, रोज सफर पे चलते हुए सिमटता रहेगा वक्त निकलता रहेगा वक्त उस वक्त के साथ गुजरते हुए दिन, सप्ताह, महिने और साल मगर यूं ही चलता रहेगा जिंदगी एक शहर। गुजरता वक्त ................. जिंदगी एक शहर दौडता रहेगा दिन दोपहर काम और उमंगों के बीच यूं ही चलता रहेगा जिंदगी एक शहर,
Nikunj Vitthalbhai Parekh
"Happiness is fleeting in the form of butterflies, so it runs fast. If you focus your attention on other things, they will sit gently on your shoulders." "खुशी तितलियों के रूप में क्षणभंगुर है, इसलिए तेजी से दौडता है।अगर आप अपना ध्यान अन्य चीजों पर केंद्रित करते हैं, तो वे धीरे से आपके कंधों पर आ कर बैठेंगे।" - निकुंज पारेख. "Happiness is fleeting in the form of butterflies, so it runs fast. If you focus your attention on other things, they will sit gently on you
Ravi Sharma
मेरी प्यारी कविता, मेरी रगो़ में दौडता अब खूं तुम हो । मैं कहता हूं ,वो फलसफा तुम हो ।। आम की मिठास , डूबती नब्ज़ की आस । हर अश'आर का खूबसूरत अहसास तुम हो।। ज़िन्दगी को माइने देती वो बात । पलकों में मूंदे एहसास , बस तुम हो ।। मेरी प्यारी कवित .. मेरी हर बात तुम हो।।। मेरी रगो़ में दौडता अब खूं तुम हो । मैं कहता हूं ,वो फलसफा तुम हो ।। आम की मिठास , डूबती नब्ज़ की आस । हर अश'आर का खूबसूरत अहसास तुम हो।। ज़
yogesh atmaram ambawale
इंसान दौडता रहा समय के पीछे फिर भी समज न पाया, अपने हिसाब से किसीं ने सही तो किसीने उसे गलत कहा. कुछ वक्त सुख लेकर तो कुछ वक्त दुःख लेकर हर किसींके जीवन ने आया, इंसान ढुंधता रहा पर समज न पाया, समय मूठ्ठी मे कब आया और कब गया. ये समय किसी घड़ी या बोतल में क़ैद नहीं हो सकता। #समय #collab #yqdidi #YourQuoteAndMine Collaborating with YourQuote Didi #समय #yqdidi #collab
ranjita jena
दर्द अपना सा लगता है एक सुकून भरी जीवन के तलाश में सुबह से शाम भागदौड जारी है यहाँ, बडे बडे मकान खरीद लिये और लम्बी गाड़ी भी लेलि, मगर घर का ये सुनापन जैसे काटने को दौडता और लम्बी गाड़ी में भी जैसे दम है घुटता, पैसों की कमी थी पहले मगर कमी है अब अपनों की और अपनेपन की, भीड तो हर तरफ है, फिर भी ना जाने क्यों तन्हा सा है हर इन्सान यहाँ, भटक रहे हम सुकून के तलाश में, जाने बह सुकून का आशियाना है कहाँ! ना सुकून है, ना कोई दोस्त ना कोई अपना है, हर नया दिन एक नया दर्द मन में ले आता है, अब तो बस ये दर्द ही अपना सा लगता है। एक सुकून भरी जीवन के तलाश में सुबह से शाम भागदौड जारी है यहाँ, बडे बडे मकान खरीद लिये और लम्बी गाड़ी भी लेलि, मगर घर का ये सुनापन जैसे काटने
NEERAJ SIINGH
सुकूँ तो सिर्फ सुकूँ होता हैं कभी ओस में तो कभी सोच में सुकून .. रगों में दौडता है नही , वो दौड भाग नही जानता कोई वो ठहरना जानता है सिर्फ .. घडी भर भी ठहर जाए तो सुकून ,
Vivek .
please see in caption 🙏🙏 ©Vivek. some unanswered questions 😇😇😇😇 १] हिंदीपेपर की रद्दी का भाव इंग्लिश पेपर से कम क्यूं ? 2] पिला सिग्नल होते हुए भी पीछेवाला वाहनचालक होर्न