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Technocrat Sanam
किस्मत वाले तो हों सभी☝️ पर मेरे जैसा किसी को मुक़द्दर ना मिले🤘 जो मेरी post like न करे🤝🤲👐 राम करे सर्दी में कभी उसे चद्दर ना मिले🥶 सोने पे सुहागा और चांदी की थाली हो🙃 हर चाल पे वाह, हर कदम पे ताली हों 😉 हे ऊपर वाले जो भी मेरी post share करे शादी के बाद उसकी दो-दो साली हों🤭 हे भगवान उसकी इक अच्छी-सी 🥰 कोई setting urgent कर दे 🤗 जो मेरी post पे आकर दिल से ♥ प्यारा सा comment कर दे 🤩 ऐ ख़ुदा जो भी मुझे follow करे 😍 उसका अटका पड़ा हर काम हो जाए🤑 और जो भी ignor करे मुँह बिचकाए😏 उसे 'नाक - फाड़ू' ज़ुकाम हो जाए 🤧 ©technocrat_sanam Nii.. Bolo.. 🤗 H koi aisi dua krne vala.. 😇 😛 Ni.. n.. 👻 Lkn dete.. Sb khus rhe.. Lkn hme khus krne k bad 😉😛🤭 Good morning #yqrz ☕💐 🙏 ☺️ 🤗
Hrishabh Trivedi
Happy mother's day (अनुशीर्षक में पढ़े) हम चार दिन बाहर रहते हैं तो हम कपड़े धोना, खाना बनाना ये सब सीख जाते हैं, मगर एक चीज़ हम नहीं सीख पाते वो है खुद का ख्याल रखना। आज भी जब रात
Insprational Qoute
कोरोना वायरस पर निबंध प्रस्तावना:-कोरोना एक वायरस हैं जो कि covid-19 के नाम से जाना जाता है। 19 से अभिप्राय हैं कि यह विश्व मे दिसम्बर माह 2019 में आया था।विश्व स
Vivek
कसक उससे दूर होने की ©Vivek मानसी एक थर्ड ईयर मे पढ़ने वाली स्टूडेंट थी पढ़ने मे तेज सभी उससे मदद मांगते मानसी की पढ़ाई पूरी होने वाली थी इस बार के फाइनल एक्जाम के बाद
Rooh
वे प्रेमी जो अपनी प्रेमिका को तन्हा कर रोता छोड़ गए होंगे पिछले जन्म में जिनकी प्रेमिका ने विरह काटा हृदय के कोने में सूनापन लिए ताकती रहीं राह राख होने तक ईश्वर ने उस प्रेमी को लौटाया प्रेमिका के सारे प्रतीक्षा के पल आँखों की नमी और उदासीनता इस जन्म में उन्हें बनाकर भेजा पिता और पुत्री बेटियों को ससुराल भेजने का रिवाज़ शायद इसीलिए है गूगल पर जब बैकग्राउंड के लिए फोटो ढूँढ़ रही थी... तस्वीरें देख कर अपने आप आँखों से आँसू उतर आए.... पापा हिम्मत होते हैं, भरोसा होते हैं... ज
Sangeeta Patidar
मालूम! है चार दिन की ज़िन्दगी, फिर था किस-का इंतज़ार, आख़िरी वक़्त आया नज़र क्यों दिन में तारे दिखने का सार। ता-उम्र पकाई है हर किसी ने यहाँ अढाई चावल की खिचड़ी, आकाश पाताल एक कर, जता रहे हो किस बात का ऐतबार। अब तबियत फड़क उठी, खुल गया भानुमति का पिटारा भी, गुज़ारी ज़िंदगी ज़बानी जमा ख़र्च में,अब क्या इसका आधार? मेंढकी को ज़ुकाम हुआ, जो शहद लगा परवाह चटवा रहे हो? मार रहे हो चाँदी के जूते जो हुआ ऐसा ख़ुदगर्ज़ी का व्यवहार? बैठे थे कान में तेल डाल कर, अब क्यों धुन यह सवार हुई है? घुला-घुला के मारते आए हो, अब दिखावे में, काहे का प्यार। दिन में तारे दिखना- घबरा जाना अढाई चावल की खिचड़ी- अलग-अलग रहना आकाश पाताल एक करना - ख़ूब परिश्रम करना तबियत फड़क उठना - ख़ुश होना भानुम
Anamika Nautiyal
Something sensitive Read in caption आज जिस मुद्दे पर बात करने जा रही हूँ उसके विषय में पहले ही बता देती हूँ कि थोड़ा संवेदनशील है ,जिस पर हमारे समाज में शायद बहुत कम बात की ज
*Nee₹
उनको 'गर ज़ुकाम भी हो जाए वो ख़बरों की सूर्ख़ियाँ बन जाएं और हमारे जवान श़हीद भी हो जाएं तो जनाब कहते हैं रोज़ की बात है..; इनके लिए सियासत खेल हो जैसे..! #Siyasatdaan सियासत अजीब ग़रीब खेल है, समझ में ही नहीं आता। जनता हर बार ताली पीट रही होती है। आप क्या सोचते हैं। लिखें। #सियासत #politics #collab