Find the Latest Status about तुम चाहोगे from top creators only on Nojoto App. Also find trending photos & videos about, तुम चाहोगे.
YOGESH VISHVKARMA
# जो चाहोगे हो जाएगा , .... हो जाएगा जो तुम चाहोगे ,!
sodan singh
जब तुम चाहोगे चलना कितने ही बहाने मिलेंगे रुक जाने को कुछ पुरानी बातें याद आएगी पुराने वाले चाहेंगे तुम्हें कैद कर लेना लेकिन तुम्हें सब नकारना है क्योंकि तुम्हें चलना है कहीं पहुंच जाने के बाद देखना मुड़कर तुम्हें भी लगेगा कितना सोनिक था सब -सौदान सिंह नागर @nagar_poetry_ ©sodan singh जब तुम चाहोगे चलना कितने ही बहाने मिलेंगे रुक जाने को कुछ पुरानी बातें याद आएगी पुराने वाले चाहेंगे तुम्हें कैद कर लेना लेकिन तुम्हें सब
Tushar Jangid
तुम कहते थे कि मैं कभी कह नहीं पाऊंगी कि प्रेम है तुमसे पर अब हर शाम तुम्हें आसमां समझ बंद आंखों से सब कह जाती हूं ताकि फिर जब भी मिलो तो तुम्हें प्रेम की कसमों वादों में बांध पाऊं तुम कहते थे कि मैं खुले बालों में बाहें खोल हंसते हुए अच्छी लगती हूं तो कभी कभी तुम्हारी बातों को याद करके रोकर यूं ही हंस जाती हूं ताकि फिर जब भी मिलो तो तुम्हें फिर मेरी मुस्कान का दीवाना बना पाऊं तुम कहते थे कि मैं कमजोर नहीं हूं क्योंकि तुम हमेशा मेरे साथ हो हां डर लगता है पर फिर भी उन्हीं गलियों से रोज होकर जाती हूं ताकि फिर जब भी मिलो तो तुम्हें सच्चा कहने का साहस कर पाऊं तुम कहते थे कि मेरे हाथ का गुजराती खाना खाने का तुम्हें मन करता है मेरा अब मन तो नहीं करता पर हाथों से स्वाद खोने के डर से बना लेती हूं ताकि फिर जब भी मिलो तो तुम्हारे मुंह से प्यारी तारीफें सुन पाऊं कैप्शन... और दे पाऊं हर वो अहसास जो तुम मेरे साथ पाना चाहते थे और सच कहूं तो ये उतना मुश्किल भी नहीं जितना मैंने इसे बना दिया था... तुम देखना मैं प्र
officialrk
जैसा तुम चाहोगे वैसा बन जाऊंगा... तेरे हर रंग में रंग जाऊंगा...💕 जो कहोगे दिन तो दिन.. रात तो रात तेरी जुबा की हर बात बन जाऊंगा...💞 जो हों अधूरी ख्वाहिश तेरी कोई तो.. तेरा पूरा हर अरमान बन जाऊंगा...❣️ नही रहने दूँगा उदास् तुझे कभी... तेरे लबो की सुर्ख मुस्कान बन जाऊंगा...💞 ✍RK🔥 After long time.... Poetry on love💕💕❣️.. सुर्ख--गहरा लाल रंग ❤❤ Please Read friends.. And say something about it.. Hope you guys like it...
vasundhara pandey
तुम जानो या मैं जानूँ बेकार की बातें हैं तुम जानो या मैं जानूँ इतना तो वक़्त ठहरता है तुम सोचो या मैं सोचूँ इक इक बूँद बरसती है बादल की कोरों से ओस सुबह तक नम ह
Nandita Tanuja
Atif Mast
सब भाग रहे थे ज़िन्दगी, बनाने की दौर में जो जान पे बन आयी, तो घर पर क़ैद बैठे है दर्द इस ज़माने के तुम समझोगे नही ग़ालिब तुम्हारे दौर में तो lockdown भी नही हुआ था हम भागते रहते है, बचपन से बुढ़ापे तक, ज़िन्दगी बनाने के लिय
Sudhanshu Saxena
उदास आंखों की एक खासियत होती हैं, वो दूसरो की उदास आंखों को आसानी से भांप लेती हैं। जैसे आज एक मां (अनजान लड़के की मां) की आंखो ने मेरे आंखो को, और मैंने उनकी आंखों को भांपा। मैं ऐशबाग रेलवे स्टेशन (लखनऊ) पर अपनी ट्रेन का इ