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Mahadev Son
ये चंचल मन ले चल तू आज मुझे उस बस्ती में जहाँ जगदम्बे माँ का डेरा है आज दिल बेताब मेरा मिलने को तड़पता है बस ले चल तू ये चंचल मन जहाँ मेरी माँ का डेरा वैसे तो रोज भटकाता है आज मेरा भी ज़ी करता तुझे भटकाने को बस अब ले चल सपनों में सही बस तू ले चल अब उस बस्ती में जहाँ माँ का डेरा है ©Mahadev Son ये चंचल मन ले चल तू आज मुझे उस बस्ती में जहाँ जगदम्बे माँ का डेरा है आज दिल बेताब मेरा मिलने को तड़पता है बस ले चल तू ये चंचल मन जहाँ मेरी म
||स्वयं लेखन||
कभी आके देखो मेरे हृदय की गलियों में, कभी सुकून की बयार चलती थी जहां, आज विरानियों का डेरा है वहां l। ©||स्वयं लेखन|| कभी आके देखो मेरे हृदय की गलियों में, कभी सुकून की बयार चलती थी जहां, आज विरानियों का डेरा है वहां l #Life #Life_Experiences #Poetry #thou
Kushal - कुशल
बंजारों सी ज़िंदगी है, कभी इधर तो कभी उधर डेरा होगा.. किसको मालूम होता है, घर से दूर भी कभी सवेरा होगा.. जो सपना देखा है मैंने, वो भी एक दिन पूरा होगा. इस खुले आसमां के नीचे, मेरा भी कभी घर होगा.. हंसकर मिलो हर शख्स से, ना कुछ कम उसका ना तेरा होगा.. उड़ जाएंगे एक दिन प्राण पखेरू, फ़िर कुछ प्यारी सी यादों का बसेरा होगा.. 💞💯✍🏻🙏🙏💐💐💐🎁🎁 ©Kushal - कुशल बंजारों सी ज़िंदगी है, कभी इधर तो कभी उधर डेरा होगा.. 🙏🎁🎁🎁 #beautifulhouse #कविता #Shayari #Poetry #Quotes #Thoughts Anshu writer Geet San
Bharat Bhushan pathak
अनुभव का है ये जग डेरा,मिटता इससे जग का फेरा। यही सफलता हमें दिलाए, फैलाए ज्ञानी घेरा।। नहीं कभी ये ऐसे मिलता,उसे मिले है जो जपता। खूब चैन से जो ना सोता,इसी धूप में जो तपता।। ©Bharat Bhushan pathak #2023Recap अनुभव का है ये जग डेरा,मिटता इससे जग का फेरा। यही सफलता हमें दिलाए, फैलाए ज्ञानी घेरा।। नहीं कभी ये ऐसे मिलता,उसे मिले है जो जप
AJAY NAYAK
कौन कबूल करता है जब हम हरे भरे थे सभी डाले थे डेरा यहाँ आज पतझड़ हो गए इसलिए अकेले हैं यहाँ । कल तक जिस आंगन में, चीं–चूं की सजती थी महफिले आज उसी आंगन में , भूतों का लगता है डेरा । समय समय की बात है जिन्हें कल तक थे कुबूल उन्होंने ही खड़ा कर दिया सवाल हम न होते तो कौन करता कुबूल! खैर! अपने भी बहुरेंगे दिन इतना तो है, पूरा विश्वास जो अकेले छोड़ हैं भागे वही फिर सजाएंगे महफिले। दुनिया है ये गोल काटकर चक्कर, फिर वहीं आना आज अगर है उनका दिन पक्का, कल होगा तुम्हारा दिन। थोड़ा विश्वास रखना होगा थोड़ा संयम रखना होगा लौटकर, सबको एक दिन फिर से, वहीं हैं आना। –अjay नायक ‘वशिष्ठ’ ©AJAY NAYAK #2023Recap कौन कबूल करता है जब हम हरे भरे थे सभी डाले थे डेरा यहाँ आज पतझड़ हो गए इसलिए अकेले हैं यहाँ । कल तक जिस आंगन में,
AJAY NAYAK
कौन कबूल करता है जब हम हरे भरे थे सभी डाले थे डेरा यहाँ आज पतझड़ हो गए इसलिए अकेले हैं यहाँ कल तक जिसके आंगन में, सजती थी महफिले आज उसी आंगन में , भूतों का लगता है डेरा समय समय की बात है जिन्हें कल तक कुबूल थे आज उन्होंने ही खड़ा कर दिया सवाल हम न होते तो कौन कुबूल करता! ©AJAY NAYAK #tree #2023Recap कौन कबूल करता है जब हम हरे भरे थे सभी डाले थे डेरा यहाँ आज पतझड़ हो गए
Neena Jha
अंधेरे रास्तों से होकर मुझे उजाला नहीं मिलता कोई किनारा भी नहीं मिलता हे गोवर्धन हे गिरिधर मुरारी जिस ओर बजे तेरी वंशी वहीं राह मेरी बन जाए, जिस छोर मुकुट मोर दिखे वहीं डेरा मेरा बस जाए। जय गोवर्धन महाराज 🙏 जय श्री नारायण 🙏 नीना झा संजोगिनी ©Neena Jha #NightRoad #Neverendingoverthinking #नीना_झा #जय_श्री_नारायण #संजोगिनी जय माँ शारदे 🙏 अंधेरे रास्तों से होकर मुझे उजाला नहीं मिलता कोई कि
AJAY NAYAK
हम मिले facebook के चौपाल पर , वहीं मीठी मीठी बातों से शुरुआत हुई कहानी की शुरुआत कुछ इस प्रकार हुयी हमारे ही एक पोस्ट पर उनसे मुलाकात हुयी उन्होंने एक सधी हुयी बात हमारे फेवर में लिखा फिर क्या था, हमारा भी बंदर मन उछल पड़ा उसी पोस्ट से होते हुए, बातों का एक लम्बा दौर चला । हम मिले facebook के चौपाल पर , वहीं कुछ मीठी मीठी बातों से शुरुआत हुई अब धीरे धीरे फेसबुक की जगह मसेंजर ने ले लिया . खुद को, उनके लिए मसेंजर पर ही स्टे कर लिया। अब दिन क्या, रात क्या, ठंडी गर्मी, बरसात क्या छोटी पड़ने लगी समय की चौबीसों तीलिया । हम मिले facebook के चौपाल पर , वहीं कुछ मीठी मीठी बातों से शुरुआत हुई । अब ऐसा लगने लगा था कि वो नही रह सकती हमारे बिना मछली बन तड़प रही हैं हमारे बिना तो, जो गोत्र से रहा हो बंदर प्रजाति का जिसने, कभी इस डाल, कभी उस डाल, डाला हो डेरा बताओ वो कैसे रह पाता उनके बिना। हम मिले facebook के चौपाल पर , वहीं कुछ मीठी मीठी बातों से शुरुआत हुई । पूछो मत हमारा हाल ऐसा वैसा कैसा हो गया था जैसे जल बिन मछली, बिना पतवार के नाव का हो जाता । हम मिले facebook के चौपाल पर , वहीं कुछ मीठी मीठी बातों से शुरुआत हुई । बातें जब मैसेंजर से थोड़ी आगे बढ़ी, तो बातों बातों में हमने मांग लिया नंबर उनका तब हमारे भी खुशी का ठिकाना नहीं रहा जब उन्होंने हँसते हँसते अपना व्हाट्सएप नम्बर दे दिया। हम मिले facebook के चौपाल पर , वहीं कुछ मीठी मीठी बातों से शुरुआत हुई । यह खुशी भी, क्षणभंगुर निकला जैसे कोई कांटा अचानक चुभा हँसते हँसते हुए उन्होंने हमसे कहा ..... यह नम्बर, हमारे पति पिन्टू बाहुबली के नाम सेव कर लेना। हम मिले facebook के चौपाल पर , वहीं कुछ मीठी मीठी बातों से शुरुआत हुई । बताएं, बताया नही जा रहा, इस बार उनकी हँसी ऐसी चुभी, कि तभी से हम............. फेसबुक डिलीट करके पढ़े जा रहे हैं हनुमान चालीसा। हम मिले facebook के चौपाल पर , वहीं कुछ मीठी मीठी बातों से शुरुआत हुई । –अjay नायक ‘वशिष्ठ’ ©AJAY NAYAK #UskeHaath हम मिले facebook के चौपाल पर , वहीं मीठी मीठी बातों से शुरुआत हुई कहानी की शुरुआत कुछ इस प्रकार हुयी हमारे ही एक पोस्ट पर उनसे
Nisheeth pandey
एक अधूरी मेरी जीवन कविता -------- मैं वो तूलिका बनना चाहा हमेशा जो कोरे कागज को रंगीन बना देती है मैं वो हवाँ बनना चाहा हमेशा जो तुम्हारे बदन के इत्र को वातावरण में फैला देता है मैं वो उन्मुक्त पंक्षी बनना चाहा हमेशा जो नीले आकाश के समीप पहुंच कर सकून भरकर पंखों में उड़ता फिरता आज़ाद मन से है मैं वो समुन्दर का किनारा बनना चाहा हमेशा जहाँ तुम्हारा आगमन हो कोई शाम जहाँ तुम पथहारा बन बना लो डेरा और समुन्दर के लहरें सुनाती रहें लोड़ी सा कोई संगीत ©Nisheeth pandey एक अधूरी मेरी जीवन कविता --------- मैं वो तूलिका बनना चाहा हमेशा जो कोरे कागज को रंगीन बना देती है
Archana Tiwari Tanuja
तेरे हांथ में :- यही तमन्ना है दिल की तेरे हाथ में हो हाथ मेरा, जीवन के अंत समय तक बना रहे ये साथ तेरा। मन का मन से अटूट बंधन-बांधा है तुमसे प्यारे, मै तेरे मन की राधा बन जाऊं तू बने श्याम मेरा। तेरी ही सूरत नज़र आए जब हो नवल सवेरा, प्यार, सत्कार मिले तेरे मन मंदिर हो मेरा डेरा। तन-मन किया समर्पित मैंने तुमको मेरे साजन, हर दिन हो प्रेम प्रणय संबंध हमारा और घनेरा। जन्म-मरण के साथी!इक-दूजे के हृदय बसेरा, नेह का धागा तोडू कैसे जनम-जनम का फेरा। प्रेम सरोवर में नांव उतारी पतवार हरी के हाथ, है भरोसा उबारेंगे प्रभु! तीव्र भंवर ने हमें घेरा। अर्चना तिवारी तनुजा ✍️✍️ ©Archana Tiwari Tanuja #TereHaathMein #Nojoto #NojotoHindi #MyThoughts #kavita 07/08/2023 यही तमन्ना है दिल की तेरे हाथ में हो हाथ मेरा, जीवन के अंत समय तक बना