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राहुल अग्निहोत्री

एको अहं, द्वितीयो नास्ति, न भूतो न भविष्यति! #दशानन #रावण

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एको अहं, द्वितीयो नास्ति, न भूतो न भविष्यति!

यह सब मेरी माया है
सब मेरी ही छाया है
तुम जिधर भी देखोगे
वह मेरी ही जाया है।

क्या धरा क्या गगन सब
पाताल में है मेरा अंश
यह चहुँ दिशा भी मेरी है
हर पहर चलता मेरे संग।

मैं शिवशंकर वरदानी हूँ
ब्रम्हा का अभिमानी हूँ
दस दस शीश हुए है मेरे
मैं परिवार का उद्दारी हूँ।

मैं सूपनखा का जेष्ठ हूँ
मैं इंद्रजीत का पिता हूँ
दैत्यों का भरण करने वाला
मैंने ही शिव तांडव रचयिता हूँ।

मैं वेद पुराणों का हूँ ज्ञाता
मैं राम को रण में ललकारता
सारी दुनियाँ ने मुझे जाना है
मैं लंकापति रावण कहलाता। एको अहं, द्वितीयो नास्ति, न भूतो न भविष्यति!
#दशानन #रावण

krishna devi manas kinkri

नास्ति कामसमो व्याधि. #seashore

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"नास्ति कामसमो व्याधि"     
अर्थात- काम(इच्छाओं)के समान कोई रोग नहीं |

© krishna devi manas kinkri नास्ति कामसमो व्याधि.
#seashore

Mohan raj

#Life lessons prem प्रेम्णः अर्थः समर्पणम्, यदि समर्पणं नास्ति तर्हि प्रेम्णः नास्ति।

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प्रेम का अर्थ है समर्पण अगर समर्पण नहीं तो प्रेम नहीं
प्रेम्णः अर्थः समर्पणम्, यदि समर्पणं नास्ति तर्हि प्रेम्णः नास्ति।
The meaning of love is dedication, if there is no dedication then there is no love
Dhnyvaad Jai Shri Krishna
 Har Har Mahadev

©Mohan raj #Life lessons prem प्रेम्णः अर्थः समर्पणम्, यदि समर्पणं नास्ति तर्हि प्रेम्णः नास्ति।

Himanshu G

Himanshu G

#ब्रह्म

#ब्रह्म

Neophyte

ब्रह्म!

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जीत ही अगर सत्य है तो
 फिर ये हार क्यू बना है

एकमात्र तू ही अगर सही है
तो ये संसार क्यू बना है

माना तेरी ही सोच हमेशा सही है
फिर ये अलग-अलग विचार क्यू बना है

तू ब्रह्म है ये हो सकता है
फिर सबको गलत कहने का अधिकार क्यू बना है ब्रह्म!

Suman vishwakarma

ब्रह्म ज्ञान #जानकारी

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नित्यानंद गुप्ता

ब्रह्म रामायण #Quote

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संसारियों की दुर्दशा को,देख मन में शांत हो।

मत आश का हो दास तू,मत भोगसुख में भ्रांत हो॥

निज आत्म सच्चा जानकर,भाण्डा जगत का फोड़ दे।

अपना पराया मान मत, ममता अहंता छोड़ दे॥ ब्रह्म रामायण
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