Find the Latest Status about आगोश में from top creators only on Nojoto App. Also find trending photos & videos about, आगोश में.
पूर्वार्थ
White उनके लिए मैं बुरा हूं क्योंकि मैं उनके जैसा नही हूं नही आता हुनर मुझे जीहुजूरी का क्योंकि मैं उनके जैसा नही हूं कड़वा बोल देता हूं झूठ से हाथ जोड़ लेता हूं सही को दिल मैं तो गलत को बाहर फेंक देता हूं क्योंकि मैं उनके जैसा नही हूं अपनी बात पर टिकी रहता हूं गोल मोल बातो से दूर रहता हूं सच को सच ही कह देता हूं क्योंकि मैं उनके जैसा नही हूं थोड़ी सख्त हूं पर दिल की नेक हूं हर मैल दिल का साफ रखता हूं मैं लहजे में नरमी की बात रखता हूं क्योंकि मैं उनके जैसा नही हूं ©पूर्वार्थ #में
Ravendra
Ravendra
Ravendra
Poet Kuldeep Singh Ruhela
White में गुमनाम कवि गुमनामी के अंधेरे में एक दिन खो जाऊंगा छपेगी मेरी किताब एक दिन जब में मौत के आगोश में सो जाऊंगा ©Poet Kuldeep Singh Ruhela # में गुमनाम कवि गुमनामी के अंधेरे में एक दिन खो जाऊंगा छपेगी मेरी किताब एक दिन जब में मौत के आगोश में सो जाऊंगा
Devesh Dixit
उमंग लिपट कर तुमसे जो उमंग चढ़ती है। होने से ही तुम्हारे जिंदगी मिलती है।। यूं ही लिपट जाया कर सीने से मेरे। आगोश में ही तेरे तसल्ली मिलती है।। डुबाती हो जब इन नशीली आँखों में। डूब कर ही उसमें तबियत खिलती है।। अधरों को अपने मिला मेरे अधरों से। नशे की झलक ही यहीं पर मिलती है।। हमारे जिस्म जब टकराएँ आपस में। तुम्हारे पास होने की महक मिलती है।। खो जाऊं तुम्हारे केशों के आंचल में। ऐसी काली मस्त घटा कहां मिलती है।। तुमसे ही मेरी जिंदगी में ये उजाला है। ऐसे उजाले की चमक कहां मिलती है।। ...................................................... देवेश दीक्षित ©Devesh Dixit #उमंग #nojotohindi #nojotohindipoetry उमंग लिपट कर तुमसे जो उमंग चढ़ती है। होने से ही तुम्हारे जिंदगी मिलती है।। यूं ही लिपट जाया कर सीन
Gopal Pandit
मेरी बेहोशी का आलम ना पूछ मुझसे ए दोस्त , मैं बिन पिए ही मौज में रहता हूं , कौन कहता है मैं तन्हा रहता हूं मैं तो मेरे महबूब की मोहब्बत के आगोश में रहता हूं #गोपाल_पंडित ©Gopal Pandit मेरी बेहोशी का आलम ना पूछ मुझसे ए दोस्त , मैं बिन पिए ही मौज में रहता हूं , कौन कहता है मैं तन्हा रहता हूं मैं तो मेरे महबूब की मोहब्बत के
Shivkumar
तुम्हारे साथ हकीकत मे सोची थी जो ज़िंदगी मैने... ख्वाबों मे उस ज़िंदगी को रोज जीती हूँ मैं... कुछ लम्हें जो गुजारे थे तुम्हारे आगोश में मैने आज भी कायम है वो ज़हन में... और रोज महकते हैं वो शाम होते ही मोगरे की खुशबू की तरह... ©Shivkumar #retro #Nojoto #nojotohindi #Zindagi तुम्हारे साथ #हकीकत मे सोची थी जो ज़िंदगी मैने... #ख्वाबों मे उस #ज़िंदगी को रोज जीती हूँ मैं..