Find the Latest Status about प्रयोगशाला from top creators only on Nojoto App. Also find trending photos & videos about, प्रयोगशाला.
Praveen Jain "पल्लव"
पल्लव की डायरी जज्बातो की प्रयोगशाला बंद समाजवाद सपनो का विखर रहा है शहादत की कोई कीमत नही हर नेता अपना चरण वन्दन में लगा है आजादी दो हजार चौदह में मिली सुखदेव भगतसिंह का अपमान कर रहा है युवाओ को दल दल और भरम में डालकर भविष्य भारत का सियासत छल रहा है अंग्रजो की हुकूमत से बढ़कर अत्याचार और लूट आज शासन प्रशासन कर रहा है नेताओ का विरोध देशद्रोह हो गया लगता है गुलामी का दौर भारत मे फिर शुरू हो गया अब न जन्मे कोई भगतसिंह सुखदेव युवाओ को दल दल में फंसाकर जागी पार्टियो की भक्ति राष्ट्रवाद का भाव धूमिल हो गया है प्रवीण जैन पल्लव ©Praveen Jain "पल्लव" #shaheeddiwas जज्बातो की प्रयोगशाला बन्द #nojotohindi
Praveen Jain "पल्लव"
पल्लव की डायरी जन्म दाता ही नही संस्कारो की फुलवाड़ी है माँ नर को नारायण बनाने की प्रयोगशाला है माँ अहसास को जिंदा रख प्यार और दुलार को सहलाती है माँ मतलबी दुनिया में जीने का विश्वास जगाती माँ खुद दर्द लेकर बाटती सुख की खान है माँ अगर मानो तो इस धरती की भगवान है माँ प्रवीण जैन पल्लव ©Praveen Jain "पल्लव" नर को नारायण बनाने की प्रयोगशाला है माँ #MothersDay2021
Praveen Jain "पल्लव"
पल्लव की डायरी आहार पानी मे मिला,केमिकल्स यूरिया पेस्टीसाइड से,जहर फसलो में लहराता है इंजेक्शन लगाकर दूध पशुओ का हानि कर नसों को गलाता है प्रयोगशाला बना है मानव रोगों का घर कहलाता है केंसर के सामान, ड्रग,चरस,शराब,गुटका सत्ता और सियासतों के संरक्षण में पलते है चेतावनी छापना नाटक लगता है इनके चुनावी खर्चे का जरिया यही से बनता है जुर्माना और कुछ धरपकड़ कर,दिखावा करना आता है घर बार बेच बेचकर ,रोगों से हर परिवार डूब जाता है रंग बदलती सियासतों के दवाब में केंसर जैसी बीमारियों से, भारत का नागरिक असमय में मरजाता है प्रवीण जैन पल्लव ©Praveen Jain "पल्लव" प्रयोगशाला बना है मानव,रोगों का घर कहलाता है
Praveen Jain "पल्लव"
पल्लव की डायरी धरा जहर उगलती विषैले तत्वों से अस्तिव उसका मानव निगल गया घृणा पाप अत्याचार से आँचल इसका तार तार कर गया प्रयोगशाला विकास की रचकर खोखला संसार कर गया निगाहे अब आसमान पर गढ़ा दी चाँद पर जाने की जिद लगा दी है हजारो गैसे विनाशकारी कारी भेजकर उसकी चाँदनी और शीतला में कमी ला दी है खुरापाती सोचो ने विचित्र हल चल प्रयोगशाला ब्रह्मांड को बनाकर चारो और तबाही ही तबाही मचा दी है प्रवीण जैन पल्लव ©Praveen Jain "पल्लव" #parent प्रयोगशाला ब्रह्मांड को बनाकर चारो ओर तबाही मचा दी है #nojotohindi
Sumit Hansarian
साहस
असत्य की एक मरती मारती योगशाला है हिंसा का निकृष्ट चाव। सत्य की एक जीती जागती प्रयोगशाला है अहिंसा का उत्कट भाव..!! #YourQuoteAndMine Collaborating with Gautam Kothari
VINAY PANWAR 🇮🇳INDIAN ARMY💕💕
कितना बेबस,कितना दीनहीन लाचार सामने कटोरा, गोद में बच्चा बिमार उफ,ऐ दाता कैसी किस्मत की मार भाग्य में सिर्फ जिल्लत और तिरस्कार नित धृणा भरी दृष्टि,लोगों की दुत्कार हाथ जोड़कर बैठे मुश्किल से थकहार ना कोई छत सहारा ना कोई घर द्वार खुलीआकाश के नीचे जीवन रहे गुजार भूखे पेट बेहाल,फटे कपड़े जार-जार नम आँखों में दिखती मजबूरी की धार झुकते गिड़गिड़ाते,हाथ फैलाते बार-बार नितआत्मसम्मानऔर स्वाभिमान को मार हे ईश्वर सुन करूणा भरी इनकी पुकार कटे कलेजा छलनी सुन इनकी चित्कार विनय फौजी जय हिंद जय भारत दुख और तकलीफ भगवान की बनायी वो प्रयोगशाला है जहा हमारे आत्मबिश्वास को परखा जाता है . ๑;ु ,(-_-), '\'''''.\'='-.
ck bable
आधुनिक - युग में भारत दो चीजों में बहुत तरक्की की , एक "जन संख्या" दूसरी "मंदिर-मस्जिद" की संख्या ! अब इन दो चीजों पर रोक लगनी चाहिए । पुस्तकालय और प्रयोगशाला पर बल देकर ध्यान केन्द्रित करना चाहिए !, आधुनिक -युग में,भारत दो चीजों में बहुत तरक्की की , एक "जन संख्या" दूसरी "मंदिर-मस्जिद" की संख्या ! अब इन दो चीजों पर रोक लगाना चाहिए । पुस्
VINAY PANWAR 🇮🇳INDIAN ARMY💕💕
मां का दुलार और पिता की डांट से शुरू होती कहानी बचपन की इसी कहानी से शुरू होते दास्तां ए कहानी ख्वाबों की पेंसिल से शुरू होकर कलम पर जो सफर आकर अक्सर रुक जाता उसी सफर पर बिन गलती किए आगे बढ़ना हमेशा कलम से सीखा जाता रोते हुए रखते जो स्कूल में कदम वही हमारी जिंदगी की राहें बनाता उन्हीं राहों पर चलकर ख्वाबों के आसमां छूने को यह दिल ललचाता जिन खिलौनों के सहारे काटा बचपन अब वो खिलौना बेकार लगता जिंदगी के इस खेल में हर मोड़ पर एक अलग मजा आता जेल समझ जिस स्कूल को पीछे छुड़ाने के बहाने खोजा करते आज उसी स्कूल में स्वर्ग और जन्नत का नजारा दिखाई देता छोटे थे जब बड़े बनने की जिद पर अड़ा करते थे अपनी जिंदगी के हर फैसले खुद लेने की बड़ो से जिद करा करते थे बड़े हुए जब जिंदगी का हर अफसाना अजीब लगता है जिम्मेदारियों के नीचे दबी ख्वाइशों को वापिस बचपन जीने का मन करता है काबिल हुए जब अपने फैसले लेने के तब बड़ो का साया ढूंढ़ते हैं हलकी सी चोट पर भी वो मां की फूंक और पिता का दुलार ढूंढ़ते हैं जब सब खुशियां थी पास में तब दुनिया जीतने की चाह रखा करते थे काबिल हुए जब दुनिया जीतने के तो उस बचपन को फिर जीने की तमन्ना रखते हैं नहीं चाहिए वो खुशियां जिसमे जिंदगी अपनी शामिल न हो, अब तो चाहिए बस वो जिंदगी जिसमे मां का प्यार और पिता की वो डांट बरकरार हो ©VINAY PANWAR 🇮🇳INDIAN ARMY💕💕 दुख और तकलीफ भगवान की बनायी वो प्रयोगशाला है जहा हमारे आत्मबिश्वास को परखा जाता है परिश्रम सौभाग्य की जननी है देने के लिये दान लेने के लिय
VINAY PANWAR 🇮🇳INDIAN ARMY💕💕
कब समझोगे इस भोले अन्नदाता की पीड़ा उठा लो ग़रीब किसान के उत्थान का बीड़ा मिलती है ग़रीबी उस मेहनती किसान को जिसकी बदौलत मिलता अन्न जहान को देती नहीं सरकार अन्न की सही क़ीमत भी हक मांगे तो मिले लाठीचार्ज किसान को मिलना चाहिए था सम्मान जिस किसान को मार रही है लाठी से सरकार उस किसान को एक दिन करेगी क़ुदरत इंसाफ़ उन सबका भी दिला ना सके जो इंसाफ़ देश के किसान को सब बिख़र ना जाए सम्भाल लो कमान को वक़्त है बचा लो धरा के चहेते किसान को उगाकर अन्न भूख़ सबकी मिटाता किसान है चुका फ़र्ज़ अपना और बचा ले किसान को अग़र हम बचा ना पाए देश के किसान को भूखे मरने की नौबत आ जाएगी इंसान को ये धरा भी हमको धिक्कारेगी चीख़ चीख़ के जो इंसाफ़ ना दिलाया अन्नदाता किसान को ©VINAY PANWAR 🇮🇳INDIAN ARMY💕💕 दुख और तकलीफ भगवान की बनायी वो प्रयोगशाला है जहा हमारे आत्मबिश्वास को परखा जाता है..... परिश्रम सौभाग्य की जननी है देने के लिये "दान" लेने