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aditi the writer
White कहानी अधूरी बिना नाम के है, जिसे लिखने की कोई वजह नहीं है। आँसू छुपे हैं इस दरिया में, जिसमें तू है और मैं हूँ तन्हाई में। दर्द की ये रातें, नींद के बिना लम्बी, कितना समझाऊँ, ये दर्द मेरी कहानी। क्या जरूरत थी इस दर्द की भी कोई, जो जीने की वजह बना हर पल कोई। ©aditi the writer #दर्द Niaz (Harf) Niaa_choubey Kundan Dubey आगाज़ shraddha.meera
writer_adhura_ishq
रिश्ते तोड़ देने से मोहब्बत खत्म नहीं होती साहब, दिल में वो भी रहते हैं, जो दुनियाँ छोड़ जाते हैं ©writer_adhura_ishq #boatclub Rohit Dubey
aditi the writer
कुछ ऐसा हुआ आज मेरे साथ सामने देखा मैने जैसे उसको मन में एक उमंग उठी और दिल में एक अग्न लगी जब तक समझ आती देर बहुत होती लगी वो तड़प वो ललक उसे देखने की, बात करने की दिन न दिन लगता रात को चैन न मिलता आज जब सुबह उससे मिली तो समझ आया कि प्रेम की जब लगन लगे तो पल पल उसकी आंखो में अपने लिए इक आस दिखे जैसा पपीहे को पानी की प्यास लगे ।। ©aditi the writer #agan lagi Niaz (Harf) Kundan Dubey आगाज़ shraddha.meera
aditi the writer
अंदर का दर्द बाहर आया जब उस बेवफा का हंसता चेहरा दर्द से भर आया ©aditi the writer #बेवफा Kumar Shaurya Niaz (Harf) आगाज़ Kundan Dubey
aditi the writer
कैसे यकीन करूं उस पर जब वो दिल तोड़ के बेवफाई कर गया ©aditi the writer #thepredator Niaz (Harf) Kundan Dubey R Jain
aditi the writer
Blue Moon डरता है दिल उस बात से जिसका तू जिक्र करता है मानता भी है दिल उस बात को पर बात कहने से डरता है।। ©aditi the writer #डर Kundan Dubey Niaz (Harf) आगाज़ R Jain
aditi the writer
Village Life जब हम टूट जाते है जब अपने रूठ जाते है जब सपने सताते है तब बचपन याद आता है बच्चे हम रह नही पाते बड़े हम हो नही पाते खड़े भी रह नही पाते तब बचपन याद आता है ©aditi the writer #villagelife #बचपन Niaz (Harf) मुसाफिर Kundan Dubey
aditi the writer
BeHappy मैं तेरे खत गंगा में बहा आया हूं आग बहते हुए पानी में लगा आया हूं।। ©aditi the writer #में Kundan Dubey Niaz (Harf)
aditi the writer
वेख फरीदा मिट्टी खुल्ली, मिट्टी उत्ते मिट्टी डुली, मिट्टी हांसे, मिट्टी रोवे, अंत मिट्टी दा, मिट्टी होवे, ना कर बन्दया मेरी-मेरी, ना ऐह तेरी ना ऐह मेरी, चार दिना दा मेला दुनिया, फ़िर मिट्टी दी बन गयी ढेरी, ना कर एत्थे हेरा फेरी, मिट्टी नाल ना धोखा कर तू, तू वी मिट्टी मैं वी मिट्टी, जात पात दी गल ना कर तू, जात वी मिट्टी पात वी मिट्टी, जात सिर्फ खुदा दी उच्ची, बाकी सब कुछ मिट्टी मिट्टी बाबा फरीद ©aditi the writer #relaxation Niaz (Harf) Kundan Dubey आगाज़