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neelu
White क्या पूरा था ........क्या अधूरा था क्या बचपन पूरा था..... क्या जवानी पुरी थी..... क्या किरदार पुरा था.... क्या कहानी पूरी थी...... शिव की तो परिक्रमा भी अधूरी है अब जोश में कहो.. जिंदगी पूरी है ©neelu #Thinking क्या पूरा था ........क्या अधूरा था क्या बचपन पूरा था..... क्या जवानी पुरी थी..... क्या किरदार पुरा था.... क्या कहानी पूरी थी......
#Thinking क्या पूरा था ........क्या अधूरा था क्या बचपन पूरा था..... क्या जवानी पुरी थी..... क्या किरदार पुरा था.... क्या कहानी पूरी थी......
read moreHimanshu Prajapati
ना खुशी थी ना वफ़ा था, मोहब्बत एक तरफा था, मेरे दिल में वह था लेकिन उसके दिल से मैं दफा था..! ©Himanshu Prajapati #HeartBook ना खुशी थी ना वफ़ा था, मोहब्बत एक तरफा था, मेरे दिल में वह था लेकिन उसके दिल से मैं दफा था..! #36gyan #hpstrange
#HeartBook ना खुशी थी ना वफ़ा था, मोहब्बत एक तरफा था, मेरे दिल में वह था लेकिन उसके दिल से मैं दफा था..! #36gyan #hpstrange
read moreseema patidar
हे सखा....... मैं तेरी कोन हु........? एक भूली हुई सखी,या अपनाई गई प्रेयसी समझने को तो तुझमें संपूर्ण हूं मैं पर कहने को कुछ भी नहीं मुझे ज्ञात है तुझमें छुपा रिक्त हु मैं फिर भी तेरे सब संबंधों से विरक्त हूं मैं कुरेदा है आज फिर मुझे मेरे ख्यालों ने हृदय में उठते अजीब सवालों ने तूझसे पूरी पर खुद में अधूरी तेरे प्रति मन में कभी आई न दूरी फिर क्यों हर नाम के लिए अजनबी हूं मैं सखा मैं तेरे लिए कोन हूं ........? ©seema patidar है सखा मैं तेरी कोन हुं ........
है सखा मैं तेरी कोन हुं ........
read morePraveen Jain "पल्लव"
White पल्लव की डायरी गणतंत्र की हामी भर कर संविधान के दायरे में भारत आया था लोकतंत्र के पहरेदार बनकर तिरंगा लालकिले से फहराया था नैतिकता के मूल्यों पर कितने खरे उतरे व्यवस्थाये कितनी जन जन को दे पाये है शोर शराबे संसद के,कितने नीतिगत हो पाये है अनीतियो से सियासतें खेलती न्याय जनता को कितना दे पाये है सर्वोदय का सूरज अस्त होता पूंजीवाद के कुकुरमुत्ते फिर से उग आये है वोटो की राजनीति,ठगों के हवाले देश की एकता अखण्डता नष्ट करते आये है आजादी के दीवाने विस्मित हो गये चेहरे राष्ट्रवाद का बिगाड़ते आये है प्रवीण जैन पल्लव ©Praveen Jain "पल्लव" #happy_independence_day सँविधान के दायरे में भारत आया था
#happy_independence_day सँविधान के दायरे में भारत आया था
read moreनवनीत ठाकुर
क़िस्मत नहीं, हमारी चाहत का असर था, जो होने था, वो हमसे होकर गुज़रा था। वक़्त की शाखों पर जो पत्ते झरे थे कभी, वो फिर नई सुबह में मोहब्बत बनकर पिघला था। तेरे बिना जो था खाली, वो तेरा ख्वाब बना, वही ख्वाब अब हमारी हकीकत बनकर उभरा था। रात में जो था नवनीत कभी अधूरा, वो तेरे होने से अब रोशनी बनकर उजला था। ©नवनीत ठाकुर #नवनीतठाकुर क़िस्मत नहीं, हमारी चाहत का असर था, जो होने था, वो हमसे होकर गुज़रा था। वक़्त की शाखों पर जो पत्ते झरे थे कभी, वो फिर नई सुबह
#नवनीतठाकुर क़िस्मत नहीं, हमारी चाहत का असर था, जो होने था, वो हमसे होकर गुज़रा था। वक़्त की शाखों पर जो पत्ते झरे थे कभी, वो फिर नई सुबह
read moreनवनीत ठाकुर
दिल के गहरे कोने में जो दर्द छुपाए थे, वो कोई था, जो हर राज़ जानने वाला था। राहों में तन्हाई के साये थे, फिर भी उम्मीदें ज़िंदा थीं, हमें यकीन था, कोई तो हमारा था। ग़मों की धुंध में कभी उसने हंसी दी थी, अब वही शख़्स, हमें छोड़कर जा रहा था। ©नवनीत ठाकुर #नवनीतठाकुर दिल के गहरे कोने में जो दर्द छुपाए थे, वो कोई था, जो हर राज़ जानने वाला था। राहों में तन्हाई के साये थे, फिर भी उम्मीदें ज़िंद
#नवनीतठाकुर दिल के गहरे कोने में जो दर्द छुपाए थे, वो कोई था, जो हर राज़ जानने वाला था। राहों में तन्हाई के साये थे, फिर भी उम्मीदें ज़िंद
read moreनवनीत ठाकुर
जो हमेशा साथ चलने की दुआ करता था, वो है आज राहों में अकेला होने वाला। जो हमेशा साथ चलने की दुआ करता था, वो है आज राहों में अकेला होने वाला। जो था कभी हमारी हर खुशी का हिस्सा, वो अब तन्हाई में खुद को ढूंढ़ने वाला था। जिसे कभी समझा था अपने साथ का साथी, वो अब बिन बताए, दूर जाने वाला था। हमारी आँखों में जो था हर ख्वाब पूरा, वो अब अपनी राहों में अकेला होने वाला था। मोहब्बत का जो वादा था उसने किया, वो आज उस वादे को तोड़ने वाला था। ©नवनीत ठाकुर #नवनीतठाकुर जो हमेशा साथ चलने की दुआ करता था, वो है आज राहों में अकेला होने वाला। जो हमेशा साथ चलने की दुआ करता था, वो है आज राहों में अकेल
#नवनीतठाकुर जो हमेशा साथ चलने की दुआ करता था, वो है आज राहों में अकेला होने वाला। जो हमेशा साथ चलने की दुआ करता था, वो है आज राहों में अकेल
read moreLili Dey
माना कि तेरे रास्ते और मेरे रास्ते अलग था, मगर एक रोज मुलाक़ात तो हुआ था, दोस्ती भी हुई थी और इश्क भी हुआ था, मेरे इज़हार तुझे नापसंद था और तेरे इनकार मुझे चुभता था, फिर भी हमारे बीच कुछ तो था, मगर यह बता ही नहीं जो था वह क्या था ? ©Lili Dey क्या था
क्या था
read moreSANIR SINGNORI
'जानी' को समझाए कोई... एक ही शख़्स था जहां में क्या.. 🥀🥺 . ©SANIR SINGNORI जानी को समझाए कोई, एक ही शख़्स था जहां में क्या
जानी को समझाए कोई, एक ही शख़्स था जहां में क्या
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