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priyanka pilibanga
तेज केशरी पत्रिका मे प्रकाशित रचना 😊😊 https://nojoto.page.link/q5tV4❤️ ©Priyanka pilibanga प्रकाशित रचना 🤗❤️
प्रकाशित रचना 🤗❤️
read moreseema patidar
White कभी जो ठहर के सुनोगे तुम यादें कहानी कहेगी मेरी तुम्हारे करीब रहु ना रहु हवाओं में खुशबू रहेगी मेरी मैं याद जो आऊ तो थोड़ा हंस देना यादों के पिटारे संभाले रख लेना । ©seema patidar हवाओं में खुशबू रहेगी मेरी
हवाओं में खुशबू रहेगी मेरी
read moreAnjali Singhal
"मोहब्बत की है तुमसे मोहब्बत चाहते हैं। पहनकर सूफियाना लिबास करना इबादत चाहते हैं।।" #AnjaliSinghal #Mohbbat shayari #shayaristatus statu
read moreDeepika
Unsplash Deepika jadhav Work from home (only for female) जो भी महिलाएं घर बैठे अनलिमिटेड पैसे कमाना चाहते हैं। या अपने सपने पूरे करना चाहते हैं। या फिर अपनी खुद की पहचान बनाना चाहते है। वह comment में yes type कर दीजिए। Only female .... Housewife Students Job person women..... ©Deepika Work from home (only for female) जो भी महिलाएं घर बैठे अनलिमिटेड पैसे कमाना चाहते हैं। या अपने सपने पूरे करना चाहते हैं। या फिर अपनी खुद की
Work from home (only for female) जो भी महिलाएं घर बैठे अनलिमिटेड पैसे कमाना चाहते हैं। या अपने सपने पूरे करना चाहते हैं। या फिर अपनी खुद की
read moreAbhi
Unsplash इन पहाड़ों में मुझे एक चीज नजर आती है जिसे हम भगवान के नाम से जानते हैं शिव भोले शिव भोले नाथ की जय हो ©Abhi #campi भोलेनाथ के लिए एक शायरी है दिल में जगह रखना मुझे लाइक करना और फॉलो करना गिफ्ट जरूर देना मैं भी अभी चैनल ज्वाइन किया है कृपया मेरी हेल
#campi भोलेनाथ के लिए एक शायरी है दिल में जगह रखना मुझे लाइक करना और फॉलो करना गिफ्ट जरूर देना मैं भी अभी चैनल ज्वाइन किया है कृपया मेरी हेल
read moreManzoor Alam Dehalvi
घर मका दुका छोड़ आए, हम तुम्हारे लिए। हर रिश्ते नाते सब तोड़ आए हम तुम्हारे लिए। अब मेरी जहां बस गई है तुझसे हर बेड़ियों को अब तोड़ आए हम तुम्हारे लिए। अब मेरा कुछ नहीं तुम्हारे सिवा हर उलझनों को छोड़ आए हम तुम्हारे लिए। , ©Manzoor Alam Dehalvi #मेरी कविता
#मेरी कविता
read moreगणेश शर्मा 'विद्यार्थी'
घुट-घुटकर यूँ तो रोज, हमी जीते हैं। बस बहुत हो चुका, चलो चाय पीते हैं।। जीवन में मुश्किल रोज, नयी आती हैं। नदियाँ भी तट पर मैल, बहा लाती हैं। दिन भर दिमाग में ऊँच-नीच चलती है। दुनिया की तब हर एक बात खलती है। ऐसे ही कितने साल यहाँ बीते हैं। बस बहुत हो चुका, चलो चाय पीते हैं।। अदरक-इलायची संगति कर दी जाती। जब गर्म चाय कुल्लड़ में भर दी जाती। कर देता है मदहोश चाय का प्याला। न्यौछावर इस पर कई-कई मधुशाला। यूँ ही हम छोटे - बड़े घाव सीते हैं। बस बहुत हो चुका, चलो चाय पीते हैं। इससे बढ़कर फल, फूल, नहीं मेवा है। इससे बढ़कर दूसरी नहीं सेवा है। इससे बढ़कर के पुण्य नहीं दूजा है। इससे बढ़कर कुछ अन्य नहीं पूजा है। क्यों अब तक सबके चाय-पात्र रीते हैं? बस बहुत हो चुका, चलो चाय पीते हैं।। ©गणेश शर्मा 'विद्यार्थी' चलो चाय पीते हैं!!! #Tea #HindiPoem #hindipoetry #hindikavita कविताएं कविता हिंदी कविता
चलो चाय पीते हैं!!! #Tea #HindiPoem #hindipoetry #hindikavita कविताएं कविता हिंदी कविता
read moreHARSHIT369
White बड़ते अन्धकार मे एक रोशनी तक दिखाई नहि देती सुनसान सी रात मे किसी कि आवाज सुनाई नही देती सपने ही सपने है यहां पर हर कीसी के किसी के पंखो की उढ़ान तक सुनाई नहि देती..!! ©HARSHIT369 #good_night घने अंधकार में कविता
#good_night घने अंधकार में कविता
read moreTiranjana
White मैं आजीवन इंतजार कर जाऊं किसी और को स्वीकार कर सकूं ऐसा साहस मुझ में नहीं ©Tiranjana मेरी कविता ✍️ मेरे अल्फाज ❤️
मेरी कविता ✍️ मेरे अल्फाज ❤️
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