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Vikram Alwar Rajasthan
बे-मुरव्वत लोगो से दिल लगा के, अपना हाल गवायां है, अश्क भर के आंखों में, एक दरिया बनाया है । Vikram m ©Vikram Alwar Rajasthan #बे-मुरव्वत
Raj Shekhar Kumar
चलो अपनी आवारगी को,फ़ितरत मैं समझ लेता हूँ तुम नहीं हो जिंदगी में,क़िस्मत मैं समझ लेता हूँ तेरे बग़ैर जीने का जिंदगी से,मुफाहिमत मैं समझ लेता हूँ मुरव्वत छोड़ कर तुम भी,अब राह नई आजमाओ अब तुम नई आगाज़ करो,तुम कोई मंजिल पाओ तुम किसी की हो जाओ,तुम किसी की हो जाओ दुनिया में इश्क़ का बस,रंग ही नहीं सबसे अच्छा इश्क़ में जीने मरने का,ढंग ही नहीं सबसे अच्छा यहाँ बस सनम का,संग ही नहीं सबसे अच्छा अब मुझे भी चैन मिले,जो तुम चैन पाओ अब तुम नई आगाज़ करो,तुम कोई मंजिल पाओ तुम किसी की हो जाओ,तुम किसी की हो जाओ तेरे और मेरे सर,यहाँ और भी कई ज़िम्मेदारी हैं यहाँ 'मीरा' का इश्क़,'कृष्ण' के लिए लाचारी हैं जहाँ इश्क़ का रंग फीका हैं,वो रंग दुनियादारी हैं इतना भी काफी होगा,जो तुम याद बनके आओ अब तुम नई आगाज़ करो,तुम कोई मंजिल पाओ तुम किसी की हो जाओ,तुम किसी की हो जाओ *मुफाहिमत-समझौता *मुरव्वत-संकोच
Xn Niku
मैं,डूबती अपनी किश्ती का किनारा ढूँढता हूँ, गुमनाम शहर में जीने का सहारा ढूँढता हूँ। शोहरते इश्क में न जाने क्या-क्या नीलाम कर बैठा हूँ, अपनी जुब़ाँ को बेमुरव्वत,खुद को गुलाम कर बैठा हूँ।। छोड़ रेत की महल,उजड़े नशीमन दूबारा ढूँढता हूँ, अपनी हुर्रियत के वास्ते,लफ्जे जंग की पिटारा ढूँढता हूँ। मशरुफ थे इस कदर इश्क में,कई अरमां कत्लेआम कर बैठा हूँ, अपनी जुब़ाँ को बेमुरव्वत,खुद को गुलाम कर बैठा हूँ।। अपनी जख्मे दर्द बयाँ करु,ऐसी फासाना ढूँढता हूँ, मिले मरहम यदि मेरे ग़र की,ऐसी मयखाना ढूँढता हूँ। टुटी-फूटी भाषाओं में सही,मैं अपनी समसि बेलगाम कर बैठा हूँ, अपनी जुब़ाँ को बेमुरव्वत,खुद को गुलाम कर बैठा हूँ।। _Xn.niku #xnnikuअपनी जुब़ाँ को मुरव्वत.......
रजनीश "स्वच्छंद"
मेरी कलम नहीं गुलाम मुहब्बत की, लिखने को और भी है मुहब्बत के सिवा।। तमन्ना है बसने की दिलों में सबके, लिख डालूँ मैं फिर क्या मुरव्वत के सिवा।। मुरव्वत।।।#love, #life, #quotes
Rahul Shastri worldcitizens2121
Safar July 10,2019 सत्संग का अर्थ होता है गुरु की मौजूदगी! गुरु कुछ करता नहीं हैं, मौजूदगी ही पर्याप्त है। ओशो सत्संग का अर्थ
Aman Baranwal
मिट्टी का जिस्म और आग सी ख्वाहिशें, खाक होना लाजमी है, क्योंकि आदमी आखिर आदमी है! जीवन का अर्थ