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Stories related to वो जो हममें तुममें करार था lyrics

rhythmic_expressions_

@# वो जानबूझकर रूठा था।

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White ☺️😊☺️😢😢

©rhythmic_expressions_ @# वो जानबूझकर रूठा था।

SHIVRAJ SAHRIYA

#sad_quotes भटक रहा था वो

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White तलाश मेरी थी और भटक रहा था वो,
दिल मेरा था और धड़क रहा था वो।
प्यार का ताल्लुक भी अजीब होता है,
आंसू मेरे थे और सिसक रहा था वो।

©Shivraj Singh #sad_quotes भटक रहा था वो

- Arun Aarya

#LifeCalculator #मैं और तुममें फ़र्क

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मैं और तुम में बस इतना ही फ़र्क है कि....


- मैंने साबुन में भी तुम्हारे साथ ज़िंदगी देखी... ( लाइफ बॉय )

- और तुमनें साबुन में भी मेरे साथ मौत देखी... ( डेटॉल )

- अरुन आर्या

©- Arun Aarya #LifeCalculator #मैं और तुममें फ़र्क

N S Yadav GoldMine

#love_shayari {Bolo Ji Radhey Radhey} वो बहुत बड़ा तमासा ही था, जो तेरा इजहार करना हमसे बे-hatsaaa था।।

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White {Bolo Ji Radhey Radhey}
वो बहुत बड़ा तमासा ही था,
जो तेरा इजहार करना हमसे
बे-hatsaaa था।।

©N S Yadav GoldMine #love_shayari {Bolo Ji Radhey Radhey}
वो बहुत बड़ा तमासा ही था,
जो तेरा इजहार करना हमसे
बे-hatsaaa था।।

arbin mutum

#lyrics

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a-person-standing-on-a-beach-at-sunset kridagi hwrkhibno nungcba

©arbin mutum #lyrics

नवनीत ठाकुर

#नवनीतठाकुर क़िस्मत नहीं, हमारी चाहत का असर था, जो होने था, वो हमसे होकर गुज़रा था। वक़्त की शाखों पर जो पत्ते झरे थे कभी, वो फिर नई सुबह

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क़िस्मत नहीं, हमारी चाहत का असर था,
जो होने था, वो हमसे होकर गुज़रा था।

वक़्त की शाखों पर जो पत्ते झरे थे कभी,
वो फिर नई सुबह में मोहब्बत बनकर पिघला था।

तेरे बिना जो था खाली, वो तेरा ख्वाब बना,
वही ख्वाब अब हमारी हकीकत बनकर उभरा था।

रात में जो था नवनीत कभी अधूरा,
वो तेरे होने से अब रोशनी बनकर उजला था।

©नवनीत ठाकुर #नवनीतठाकुर 
क़िस्मत नहीं, हमारी चाहत का असर था,
जो होने था, वो हमसे होकर गुज़रा था।

वक़्त की शाखों पर जो पत्ते झरे थे कभी,
वो फिर नई सुबह

नवनीत ठाकुर

#नवनीतठाकुर हर बात में छुपा वो इशारा अजब सा था, जुमला तो उनका तीर, मगर असर ग़ज़ब सा था। खामोशियाँ भी जैसे फ़ासलों का हिसाब थीं, हँसी में ज

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हर बात में छुपा वो इशारा अजब सा था,
जुमला तो उनका तीर, मगर असर ग़ज़ब सा था।

खामोशियाँ भी जैसे फ़ासलों का हिसाब थीं,
हँसी में जो छुपाई गई, वो दर्द की किताब थीं।

लफ़्ज़ों के परदे में छुपा था जो राज़ उनका,
वो कहानी अधूरी थी, मगर बेहिसाब थीं।

©नवनीत ठाकुर #नवनीतठाकुर 
हर बात में छुपा वो इशारा अजब सा था,
जुमला तो उनका तीर, मगर असर ग़ज़ब सा था।

खामोशियाँ भी जैसे फ़ासलों का हिसाब थीं,
हँसी में ज

नवनीत ठाकुर

#नवनीतठाकुर जो हमेशा साथ चलने की दुआ करता था, वो है आज राहों में अकेला होने वाला। जो हमेशा साथ चलने की दुआ करता था, वो है आज राहों में अकेल

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जो हमेशा साथ चलने की दुआ करता था,
वो है आज राहों में अकेला होने वाला।

जो हमेशा साथ चलने की दुआ करता था,
वो है आज राहों में अकेला होने वाला।

जो था कभी हमारी हर खुशी का हिस्सा,
वो अब तन्हाई में खुद को ढूंढ़ने वाला था।

जिसे कभी समझा था अपने साथ का साथी,
वो अब बिन बताए, दूर जाने वाला था।

हमारी आँखों में जो था हर ख्वाब पूरा,
वो अब अपनी राहों में अकेला होने वाला था।

मोहब्बत का जो वादा था उसने किया,
वो आज उस वादे को तोड़ने वाला था।

©नवनीत ठाकुर #नवनीतठाकुर 
जो हमेशा साथ चलने की दुआ करता था,
वो है आज राहों में अकेला होने वाला।
जो हमेशा साथ चलने की दुआ करता था,
वो है आज राहों में अकेल

नवनीत ठाकुर

#नवनीतठाकुर दिल की उम्मीदें सज़ा की तरह मिलीं, जो कभी अपना था, वो हमारा न हो सका।

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Unsplash दिल की उम्मीदें सज़ा की तरह मिलीं,
जो कभी अपना था, वो हमारा न हो सका।

©नवनीत ठाकुर #नवनीतठाकुर दिल की उम्मीदें सज़ा की तरह मिलीं,
जो कभी अपना था, वो हमारा न हो सका।

नवनीत ठाकुर

#नवनीतठाकुर दुनिया के रंगों से अब कोई सरोकार नहीं, कभी जो था कभी सस्ता, अब वो महँगा नहीं। गुज़र रहा हूँ बस इस राह से चुपचाप, जो मंज़िलों की

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Unsplash दुनिया के रंगों से अब कोई सरोकार नहीं,
कभी जो था कभी सस्ता, अब वो महँगा नहीं।
गुज़र रहा हूँ बस इस राह से चुपचाप,
जो मंज़िलों की तलाश में था, वो अब मेरा पीछा नहीं।

©नवनीत ठाकुर #नवनीतठाकुर 
दुनिया के रंगों से अब कोई सरोकार नहीं,
कभी जो था कभी सस्ता, अब वो महँगा नहीं।
गुज़र रहा हूँ बस इस राह से चुपचाप,
जो मंज़िलों की
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