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Satish Kumar Meena
White पुराना ज़माना अच्छा था जब छत से चांद निहारा। छत पर सोए,सपने संजोए दिखता था सब ही प्यारा।। ©Satish Kumar Meena पुराना ज़माना
पुराना ज़माना
read moreअदनासा-
बापू की बोझिल सांसें शायरी में कहती है...... ज़मीन जहान से मैं हो चुका हूं फ़ना अब नही रहा वह ज़माना भला कैसे कह दूं हक़ से हक़ीक़त है क्या और क्या है फ़साना सुना है मैंने हुकूमत हांसील है चंद सफ़ेद लिबासी मुजरिमों को जो सीखाते है वतन परस्ती और सीखाते किसे कब है फँसाना ©अदनासा- चित्र सौजन्य एवं हार्दिक आभार💐🌹🙏😊🇮🇳🇮🇳Nojoto App #हिंदी #सियासत #हक़ीक़त #फ़साना #ज़माना #फँसाना #राजनीति #Instagram #Facebook #अदनासा शायर
Vk srivastav
Unsplash ये ज़माना है कई चेहरों का एक चेहरे से कुछ नही होगा दिख रहे जितने भी सब दूल्हे हैं तेरे सेहरे से कुछ नही होगा ©Vk srivastav ये ज़माना है कई चेहरों का #Shayari #Life #viral #Trending #vksrivastav
ये ज़माना है कई चेहरों का #Shayari Life #viral #Trending #vksrivastav
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रंगरेज़
क्या खूब घरोंदे ये, बनाये हैं परिंदों ने, उनको भी शायद इल्म दस्तूर-ए-ज़माना है... reality wlife quotes in hindi wlife quotes heart touchin
read moreनवनीत ठाकुर
White फ़ौलाद से भी मजबूत हमारे जज़्बात , खुदा का भरोसा और हौसले की मशाल। जो सोच भी न सके कोई ज़माना, हम वो कर दिखाने का रखते हैं कमाल। मिट्टी के कण से आसमान तक है उड़ान, अपने इरादों से रचते हैं मिसाल। हर ख्वाब को सच करने की चाह, बनाते हैं राहें, मिटाते हैं मलाल। ठोकरों से जो सीखे वो हैं हम, हर दर्द को सब्र में लेते हैं ढाल। गिरकर फिर से उठने की है आदत, खुद को हर बार लेते हैं संभाल। ©नवनीत ठाकुर #नवनीतठाकुर फ़ौलाद से भी मजबूत हमारे जज़्बात, खुदा का भरोसा और हौसले की मशाल। जो सोच भी न सके कोई ज़माना, हम वो कर दिखाने का रखते हैं कमाल।
#नवनीतठाकुर फ़ौलाद से भी मजबूत हमारे जज़्बात, खुदा का भरोसा और हौसले की मशाल। जो सोच भी न सके कोई ज़माना, हम वो कर दिखाने का रखते हैं कमाल।
read moreनवनीत ठाकुर
दरवाज़ों पर नाम बदलते रहेंगे सदा, आज मेरा है, कल तेरा फ़साना होगा। मिट्टी का हर शख़्स यहां मुसाफ़िर पुराना होगा, हर सफर की मंज़िल यही ठिकाना होगा।। वक़्त वक्त की बात है, जो बुलंद था, वो भी गिराना होगा। फलक के नीचे सबका मुक़द्दर एक सा, हर शख़्स को आख़िर मिट जाना होगा। जिनके कदमों से ज़माना कांपता था कभी, उनका निशां भी धूल में मिल जाना होगा। हर खुशी, हर ग़म, बस लम्हों की बात है, इस खेल में हर किरदार बदल जाना होगा। ©नवनीत ठाकुर #दरवाज़ों पर नाम बदलते रहेंगे सदा, आज मेरा है, कल तेरा फ़साना होगा। मिट्टी का हर शख़्स यहां मुसाफ़िर पुराना होगा, हर सफर की मंज़िल यही ठिकान
#दरवाज़ों पर नाम बदलते रहेंगे सदा, आज मेरा है, कल तेरा फ़साना होगा। मिट्टी का हर शख़्स यहां मुसाफ़िर पुराना होगा, हर सफर की मंज़िल यही ठिकान
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