Find the Latest Status about गोपी from top creators only on Nojoto App. Also find trending photos & videos about, गोपी.
MAHENDRA SINGH PRAKHAR
विद्धुल्लेखा /शेषराज छन्द १ आँखें जो मैं खोलूँ । कान्हा-कान्हा बोलूँ ।। घेरे गोपी सारी । मैं कान्हा पे वारी ।। २ पावें कैसे मेवा । देवो के वो देवा बैठी सोचूँ द्वारे । प्राणों को मैं हारे ।। ३ राधा-राधा बोलूँ । मस्ती में मैं डोलूँ ।। माई देखो झोली । मीठी दे दो बोली ।। ०३/०४/२०२४ - महेन्द्र सिंह प्रखर ©MAHENDRA SINGH PRAKHAR विद्धुल्लेखा /शेषराज छन्द १ आँखें जो मैं खोलूँ । कान्हा-कान्हा बोलूँ ।। घेरे गोपी सारी । मैं कान्हा पे वारी ।। २ पावें कैसे मेवा ।
MAHENDRA SINGH PRAKHAR
कुण्डलिया :- जाते देखो माघ के , आता फागुन झूम । रंग लगाती राधिका , कान्हा माथा चूम ।। कान्हा माथा चूम , कहें ये प्रीत हमारी । समझोगे कब आप , सताते क्यों बनवारी ।। सुन गोपी आवाज , दौड़ तट यमुना आते । रखो प्रीति की लाज , पुकारूँ तुम आ जाते ।। महेन्द्र सिंह प्रखर ©MAHENDRA SINGH PRAKHAR कुण्डलिया :- जाते देखो माघ के , आता फागुन झूम । रंग लगाती राधिका , कान्हा माथा चूम ।। कान्हा माथा चूम , कहें ये प्रीत हमारी ।
₹0Hiत
गोविन्द दामोदर माधवेति श्रोतम् दामोदर स्तुति करारविन्देन पदारविन्दं मुखारविन्दे विनिवेशयन्तम्, वटस्य पत्रस्य पुटे शयानं बालं मुकुन्दं मनसा स्मरामि, श्रीकृष्ण गोविन्द हरे मुरारे हे नाथ नारायण वासुदेव, जिव्हे पिबस्वामृतमेतदेव गोविन्द दामोदर माधवेति, विक्रेतुकामा किल गोपकन्या मुरारिपादार्पितचित्तवृत्ति:, दध्यादिकं मोहवशादवोचद् गोविन्द दामोदर माधवेति, गृहे गृहे गोपवधूकदम्बा: सर्वे मिलित्वा समवाप्य योगम्, पुण्यानि नामानि पठन्ति नित्यं गोविन्द दामोदर माधवेति, सुखं शयाना निलये निजेऽपि नामानि विष्णो: प्रवदन्ति मर्त्या, ते निश्चितं तन्मयतां व्रजन्ति गोविन्द दामोदर माधवेति, जिव्हे सदैवं भज सुन्दराणि नामानि कृष्णस्य मनोहराणि, समस्त भक्तार्ति विनाशनानि गोविन्द दामोदर माधवेति, सुखावसाने इदमेव सारं दु:खावसाने इदमेव ज्ञेयम्, देहावसाने इदमेव जाप्यं गोविन्द दामोदर माधवेति, श्रीकृष्ण राधावर गोकुलेश गोपाल गोवर्धन नाथ विष्णुः, जिव्हे पिबस्वा मृतमेतदेव गोविंद दामोदर माधवेति, जिव्हे रसज्ञे मधुर प्रिया त्वं सत्यं हितं त्वां परमं वदामि, अवर्णयेथा मधुराक्षराणि गोविन्द दामोदर माधवेति, त्वामेव याचे मम देहि जिह्वे समागते दण्डधरे कृतान्ते, वक्तव्यमेवं मधुरं सुभक्त्या गोविन्द दामोदर माधवेति, श्रीनाथ विश्वेश्वर विश्व मूर्ते श्री देवकी नंदन दैत्य शत्रु , जिव्हे पिबस्वामृतमेतेव गोविंद दामोदर माधवेति , गोपी पते कंसरिपो मुकुंद लक्ष्मी पते केशव वासुदेव जिव्हे पिबस्वामृतमेतेव गोविंद दामोदर माधवेति , ©₹0Hiत दामोदर स्तुति करारविन्देन पदारविन्दं मुखारविन्दे विनिवेशयन्तम्, वटस्य पत्रस्य पुटे शयानं बालं मुकुन्दं मनसा स्मरामि, श्रीकृष्ण गोविन्द हरे
Ravendra
Ravendra
Ravendra
Heer
- गोपी भाव - व्यथा मन की - राधा बैठी आस में कृष्ण के इंतज़ार में । एक पल भी पावे ना चैना देखो कैसे बेचैन है नैना । बिन देखे ये हाल है गौरी अब तो ना कटे दिन रैना । ये कैसी लीला तेरी मोहन राधा को है तू बड़ा सताए । एक तरफ तो राधा तड़पे दूजीओर तू रास रचाए । कैसा छलिया है तू मोहन सबके मन को है तू छलता । इतना तो बता दे रे कान्हा कोई कैसे करे विश्वास । ©Heer गोपी भाव - व्यथा मन की
Usha bhadula
छंद उल्लाला गोपियाँ... करे गोपियाँ रास है,माधव के वे संग हैं। पुष्प देव हैं डालते, अदभुत छाया रंग है।। महारास कान्हा करे, राधा के वे संग है। गोपी का शिव रूप ले,चढ़ा कृष्ण का रंग है।। ऊषा भदूला🙏 ©Usha bhadula #janmashtami गोपीयां
MAHENDRA SINGH PRAKHAR
मनहरण घनाक्षरी :- यशोदा का नंद लाला , गोकुल का वह ग्वाला , छेड़ कोई धुन नई , मन बह लाइये । आगे पीछे गोपी चले , देख-देख राधा जले , सुन कान्हा प्रीत से तू , हमें न जलाइये । ग्वाल बाल खेल रहे , राधा संग झूल रहे , डाल कदम की अब , हमे भी बिठाइये । देख-देख गोपी कहे , खुश है तू अश्रु बहे , हमसे भी कान्हा कभी , प्यार तो जताइये ।। १ ******************************** भूल गई बात सारी , आज मोरी महतारी , पिता जी लेकर हमें , गोकुल पधारिये । कोई नही रोक पाये , आप बस चले जायें , यमुना जी पार हमें , आप ही उतारिये । जाते अब हम जहाँ , यशोदा है मातु वहाँ , एसे न पिता जी अब , हमको निहारिये । गोकुल में धूम मची , मन सब प्रीत जगी , आये हैं पालन हार , दुष्ट को उचारिये ।।२ ०७/०९/२०२३ - महेन्द्र सिंह प्रखर ©MAHENDRA SINGH PRAKHAR मनहरण घनाक्षरी :- यशोदा का नंद लाला , गोकुल का वह ग्वाला , छेड़ कोई धुन नई , मन बह लाइये ।
Kulbhushan Arora
हला समंदर हला समंदर गोपी चंदर पोकली दीदी आ जा अंदर जलपली तुम्हें बुला रही है, गुदगुदी मुझे कल लही है, शायद उसको तुम्हारी कमी भोत खल लही है दीदी दीदी ज