Find the Latest Status about नष्ट करणे from top creators only on Nojoto App. Also find trending photos & videos about, नष्ट करणे.
N S Yadav GoldMine
White {Bolo Ji Radhey Radhey} सनातन परंपरा में कुल-धर्म, कुल के सुचरित्र, सुकर्म, नीति-अनीति, आपस मैं अपनापन नष्ट-भ्रस्ट हो जाता है, कुल के धर्म, व आचरण के नाश हो जाने पर वंस का नाश आज नही तो कल 100% हो जाता है।। ©N S Yadav GoldMine #cg_forest {Bolo Ji Radhey Radhey} सनातन परंपरा में कुल-धर्म, कुल के सुचरित्र, सुकर्म, नीति-अनीति, आपस मैं अपनापन नष्ट-भ्रस्ट हो जाता है
#cg_forest {Bolo Ji Radhey Radhey} सनातन परंपरा में कुल-धर्म, कुल के सुचरित्र, सुकर्म, नीति-अनीति, आपस मैं अपनापन नष्ट-भ्रस्ट हो जाता है #मोटिवेशनल
read moreN S Yadav GoldMine
White {Bolo Ji Radhey Radhey} अहिंसा, सत्य, अस्तेय, ब्रह्मचर्य, अपरिग्रह, शौच, सन्तोष, तप, स्वाध्याय, ईश्वरप्रणिधान इत्यादि, श्रुति-स्मृति प्रतिपादित विधि वाक्य धर्म हैं। धर्म का त्याग करके अनीति करने वाला अन्त में नष्ट हो ही जाता है। कंस, रावणादि अनीति के कारण अन्त में नष्ट हो गये। ©N S Yadav GoldMine #life_quotes {Bolo Ji Radhey Radhey} अहिंसा, सत्य, अस्तेय, ब्रह्मचर्य, अपरिग्रह, शौच, सन्तोष, तप, स्वाध्याय, ईश्वरप्रणिधान इत्यादि, श्रुत
#life_quotes {Bolo Ji Radhey Radhey} अहिंसा, सत्य, अस्तेय, ब्रह्मचर्य, अपरिग्रह, शौच, सन्तोष, तप, स्वाध्याय, ईश्वरप्रणिधान इत्यादि, श्रुत #मोटिवेशनल
read moreN S Yadav GoldMine
White {Bolo Ji Radhey Radhey} ब्रह्माण्ड में तीन चीजें हैं, जिन्हें नष्ट नहीं किया जा सकता, आत्मा, परमात्मा, जागरूकता और प्रेम।। ©N S Yadav GoldMine #Sad_shayri {Bolo Ji Radhey Radhey} ब्रह्माण्ड में तीन चीजें हैं, जिन्हें नष्ट नहीं किया जा सकता, आत्मा, परमात्मा, जागरूकता और प्रेम।।
#Sad_shayri {Bolo Ji Radhey Radhey} ब्रह्माण्ड में तीन चीजें हैं, जिन्हें नष्ट नहीं किया जा सकता, आत्मा, परमात्मा, जागरूकता और प्रेम।। #भक्ति
read moreMukesh Poonia
दूसरों के व्यवहार को अपनी आंतरिक शांति को नष्ट न करने दें। रतन टाटा जी . ©Mukesh Poonia दूसरों के #व्यवहार को अपनी #आंतरिक #शांति को #नष्ट न करने दें। #रतन #टाटा जी
Santosh Jangam
#shrirammandir कविता "राम नवमी उत्सव : परळी" कवितेचे सार म्हणजे राम नवमी उत्सव हा उत्साह, एकता आणि आनंदाने साजरा करणे आहे. त्याच्यात भक्तिचा #मराठीकविता
read moreMahadev Son
आत्मा थी अज़र है अमर रहेगी जन्म "मन" का, मरण " तन" का हुआ सृजन हुआ जिसका नष्ट होना तय उसका सफर यही तक का यही तेरी ही भूल थी त्याग देगा भर जायेगा "मन", इस तन से "मन" चंचल पर अज़र बस निर्भर कर्मों पर कर्म होंगें जैसे "मन" जन्म का "तन" पायेगा वैसे जैसे जेब में पैसे होते वैसे वस्त्र खरीदता तू हिसाब किताब सब यहाँ होता पैसों से वैसे मन का होता वहाँ सब कर्मों से पायेगा क्या भोगेगा क्या फिर से चंचल "मन" को भी न मालूम वर्ना छोड़ता न कभी इस "तन" को ...! ©Mahadev Son आत्मा थी अज़र है अमर रहेगी जन्म मन का, मरण तन का हुआ सृजन हुआ जिसका नष्ट होना तय उसका सफर यही तक का यही तेरी ही भूल थी त्याग देगा भर जायेग
आत्मा थी अज़र है अमर रहेगी जन्म मन का, मरण तन का हुआ सृजन हुआ जिसका नष्ट होना तय उसका सफर यही तक का यही तेरी ही भूल थी त्याग देगा भर जायेग #Life
read moreMahadev Son
आत्मा थी अज़र है अमर रहेगी जन्म मन का, मरण तन का हुआ सृजन हुआ जिसका नष्ट होना भी तय उसका सफर यही तक का था ये तेरी भूल थी त्याग देगा तन भर जायेगा मन, इस तन से मन चंचल पर अज़र है बस निर्भर है कर्मों पर कर्म होंगें जैसे मन जन्म भी तन का पायेगा वैसे जैसे जेब में पैसे होते वैसे वस्त्र खरीदता तू हिसाब किताब यहाँ पैसों से होता जैसे वहाँ कर्मों से गणित मन का होता पायेगा क्या भोगेगा क्या फिर से मन को भी न मालूम होता..... वर्ना छोड़ता न कभी इस तेरे तन को... ©Mahadev Son आत्मा थी अज़र है अमर रहेगी जन्म मन का, मरण तन का हुआ सृजन हुआ जिसका नष्ट होना भी तय उसका सफर यही तक का था ये तेरी भूल थी त्याग देगा तन भर
आत्मा थी अज़र है अमर रहेगी जन्म मन का, मरण तन का हुआ सृजन हुआ जिसका नष्ट होना भी तय उसका सफर यही तक का था ये तेरी भूल थी त्याग देगा तन भर #Life
read moreMahadev Son
आत्मा थी अज़र है अमर रहेगी जन्म मन का, मरण तन का हुआ यही जीवन चक्र सृजन हुआ जिसका नष्ट भी होना तय उसका सफर यही तक ये तेरी ही भूल थी त्याग देगा, भर जायेगा, मन इस तन से मन तो अज़र है बस कर्मों पे निर्भर है कर्म अच्छे होंगें जितने तन पायेगा वैसा जैसे जेब में पैसे होते वैसे वस्त्र खरीदता तू गणित यहाँ माया का वहाँ कर्मों का हिसाब किताब जैसा वैसा तन पायेगा भोगेगा क्या फिर से मन को भी न मालूम वर्ना छोड़ता न कभी इस तन को ©Mahadev Son आत्मा थी अज़र है अमर रहेगी जन्म मन का, मरण तन का हुआ यही जीवन चक्र सृजन हुआ जिसका नष्ट भी होना तय उसका सफर यही तक ये तेरी ही भूल थी त्याग द
आत्मा थी अज़र है अमर रहेगी जन्म मन का, मरण तन का हुआ यही जीवन चक्र सृजन हुआ जिसका नष्ट भी होना तय उसका सफर यही तक ये तेरी ही भूल थी त्याग द #Bhakti
read moreKrishna
एखादया व्यक्तीवर काही काळ प्रेम करणे हे केवळ आकर्षण असतं पण, एकाच व्यक्तीबद्दल कायम मरेपर्यंत आकर्षण असणे हे खरं प्रेम ❤️ असतं. ©Krishna #boatclub एखादया व्यक्तीवर काही काळ प्रेम करणे हे केवळ आकर्षण असतं पण, एकाच व्यक्तीबद्दल कायम मरेपर्यंत आकर्षण असणे हे खरं प्रेम ❤️ असतं.