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Raman

कुछे खास बाते #शायरी

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चल अब आपस मे बात करते है काफी देर से बैठे है खामोश कुछ तो शुरुआत करते है ये खामोशियाँ अक्सर दूरियां बडा देती है अच्छी चल रही ज़िन्दगी मे भी घमासान मचा देती है और उस शांत समंदर से पूछ कभी की अकसर लहरें तूफान ला देती है कुछे खास बाते

Manmohan Dheer

धागे

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जब भी रेशमी धागे ज़िक्र में होते हैं
तुमसे जुड़ा सिरा धड़कने लगता है धागे

पूर्वार्थ

#धागे

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रहने दे मुझे उलझा हुआ तुझमें, 
सुना है सुलझने से धागे अलग हो जाते हैं, ❤️

©purvarth #धागे

Anamika Gautam

#धागे

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Naveen Ojha

धागे

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आज का ज्ञान  रिश्तों के धागे को व्यापार से दूर रखिये साहब
रिश्ते भी मजबूत रहेंगे और व्यापार भी धागे

Nadeem Khan

#धागे

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और हम तुमसे लड़ते••••••
इसलिए भी है क्योंकी।।।
धागे जब उलझ जाएं तो और क़रीब आ जाते हैं।।।
shagufta (sara)
❤️

©Nadeem Khan #धागे

Anjali Vijay Shankar Prasad

तेरी मोहब्बत "ईक धागे से बंधे हम ऐसे,
दो दिल बंधे हो ईक डोरी से जैसे,
दूर होके भी पास होने का अहसास हो जैसे,
मोह हो गया है तुमसे ऐसे,
यूं जन्मों का नाता हो जैसे,
ख्यालों और इबादत में भी, 
आपको ही ढूंढते है ऐसे,
अब ईक पल भी दूर रहना,
ना भाए है मुझे जैसे," #धागे#

माधुरी"मुस्कान"शर्मा

कच्चे धागे

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Destiny एहसास कहूँ या जज्बात,
इश्क़ कहूँ या प्यार।
या दोस्ती की मीठी सी तकरार।
क्या कहूँ,कैसे कहूँ ?
या , यूँ कहूँ कि
कुछ रिश्तों के नाम नही होते कच्चे धागे

Akash

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rakesh mehra

नाज़ुक धागे #कविता

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यु छोड़ कर चल दिए हो जो हाथ तुम , कोई कसूर तो मेरा कर जाते बयान ,

बड़े नाज़ुक से धागे थे जो बाँध कर रखे थे , आज बिखरे हुए है तेरे मेरे दरम्यान ,

 

इक अजनबी सी कशिश थी , इक सिरहन सी होती थी ,

जाने अनजाने तुम छु लेती थी मुझे और बढ़ जाती थी नज़दीकियां ,

अब तो जैसे खामोश अँधेरा सा पसरा है , न मैं हु न तुम हो यहाँ ,

 

बड़े नाज़ुक से धागे थे जो बाँध कर रखे थे , आज बिखरे हुए है तेरे मेरे दरम्यान ,

 

तेरी इक मुस्कराहट में मिल जाती थी , मुझे अपनी सारी दुनिया ,

किसी खिलते फूल किसी मासूम सी दुआ में , कितनी सस्ती थी दिल की खुशिया,

पर अब ज़ख्म है हाथो में , जो उठते है तेरे लिए , जाने क्यों नहीं क़ुबूल होती मेरी दुआ ,

 

बड़े नाज़ुक से धागे थे जो बाँध कर रखे थे , आज बिखरे हुए है तेरे मेरे दरम्यान ,  


राकेश मेहरा "राम"  नाज़ुक धागे
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