Find the Latest Status about आँख दिखाना from top creators only on Nojoto App. Also find trending photos & videos about, आँख दिखाना.
OM Prakash Lovevanshi "Sangam"
तेरे घर ये ताला अच्छा नहीं लगता तेरा चले जाना अच्छा नहीं लगता तुम छत पर कुछ देर रुका तो करो आकर चले जाना अच्छा नहीं लगता जो तुम रूठकर यूँ दूर बैठ जाते हो तेरा मुँह फुलाना अच्छा नहीं लगता जब मैं किसी दोस्त से बात करूं तो तेरा आँख दिखाना अच्छा नहीं लगता रजा क्या है दिल की अब बता भी दो मुझसे छुपाना अच्छा नहीं लगता तेरे घर ये ताला अच्छा नहीं लगता तेरा चले जाना अच्छा नहीं लगता तुम छत पर कुछ देर रुका तो करो आकर चले जाना अच्छा नहीं लगता जो तुम रूठकर यूँ
DR. SANJU TRIPATHI
थोड़ा समय बीत जाने के बाद घर के नौकर भी खुद को मालिक समझने लगते हैं बात-बात पर नसीहत देने लगते हैं जैसे मेरी बिल्ली मुझसे ही म्याऊँ करने लगते हैं। ♥️ आइए लिखते हैं #मुहावरेवालीरचना_198 👉 मेरी बिल्ली, मुझसे ही म्याऊँ लोकोक्ति का अर्थ --- जिसके आश्रय में रहे, उसी को आँख दिखाना। ♥️ इस
Dr Upama Singh
मेरी बिल्ली मुझसे ही म्याऊं मैं खुद तुमको दूं दो चार डंडा ना दिखा मुझे आंखे तरेर वरना दिखा दूं तुम्हें बाहर का रास्ता। ♥️ आइए लिखते हैं #मुहावरेवालीरचना_198 👉 मेरी बिल्ली, मुझसे ही म्याऊँ लोकोक्ति का अर्थ --- जिसके आश्रय में रहे, उसी को आँख दिखाना। ♥️ इस
Vedantika
मेरी बिल्ली, मुझसे ही म्याऊँ अपना दुखड़ा किसे सुनाऊँ जिसको समझा शिष्य अपना उसी को अपना गुरु बनाऊँ हाय रे क्या वक़्त आया है उलटी गिनती आप पढ़ाऊँ ♥️ आइए लिखते हैं #मुहावरेवालीरचना_198 👉 मेरी बिल्ली, मुझसे ही म्याऊँ लोकोक्ति का अर्थ --- जिसके आश्रय में रहे, उसी को आँख दिखाना। ♥️ इस
Vîkáß Badshah Badshah
वो आँख झील भी है, जाम भी है, क़िस्सा भी, हमें बताओ कहाँ डूबकर दिखाना है !
Parasram Arora
आईने के सामने. ज़ब भी मेरी आँख खुलती है मैं अपना प्रतिबिम्ब देख सकता था. पर जैसे ही मैं अपनी आँख बंद करता हूँ मेरी रूह मेरे भीतर से बाहर आकर अपनी आकृति का ज़ायज़ा लेने आईने के सामने आ जाती थी और ये रहस्य मुझे मेरे आईने ने मुझे मेरे कानो मे फुसफुसाते हुए बताया था काश मेरी बंद आँखों का ये सच मेरी. खुली आँखे देख पाती तों निश्चित ही मैं उस आईने की बात पर भरोसा भी कर लेता ©Parasram Arora बंद आँख खुली आँख
Jyoti choudhary
खुद को यूँ ना रोक इन भूलभुलैयाँ में ना जाने कहाँ खो गए वो सपने जो दिखते तो बहुत ख़ास है पर हकीकत क्यों नहीं बन जाते हमारे। #सपने दिखाना
Shubham Singh
। ये आँख तुम्हारी आँख नहीं है । ये उस खूबसूरत मुखड़े का हिस्सा है जिस पर मैं कभी बेशुमार मरता था ।। ये वो खंज़र है जिसने हमें ज़ख्मी किया वो मैं बदनसीब हूँ जो इसे सहता था ।। ये वो जगह है जिसमें मैं खुद को ढूंढता मगर मैं नहीं हर बार कोई और मिलता था ।। ये वो निगाह है जिसने कभी हमें देखा नही वो मैं हूँ जो सिर्फ इस निगाह को तकता था ।। ये वो खज़ाना है जो मेरा हिस्से का नहीं फिर भी मैं इसे खोने से डरता था ।। यो वो सच है जो सच में सिर्फ झूठ है ये वो धोखा है जिसपे मै ऐतबार करता था ये वो घर है जिसमें अब अ नाम का लड़का है ये वो घर है जिसमे शु नाम का ही कोई रहता था ।। ©Shubham Parihar ये आँख तुम्हारी आँख नहीं। ।