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N S Yadav GoldMine
Black भक्ति साधारण रूप से दो भागों में बाँटी जा सकती है । {Bolo Ji Radhey Radhey} पहली साधन भक्ति और दूसरी साध्य भक्ति । साधन भक्ति का अर्थ होता है, कि मन भगवान में कैसे लगे, भजन में कैसे लगे इसका प्रयास. और साध्य भक्ति का अर्थ होता है, अब मन लग गया है, अब बस भगवान का भजन हो और उनके नाम रूप गुण की चर्चा होl अब उनसे एकत्व हो जाये । ©N S Yadav GoldMine #Morning भक्ति साधारण रूप से दो भागों में बाँटी जा सकती है । {Bolo Ji Radhey Radhey} पहली साधन भक्ति और दूसरी साध्य भक्ति । साधन भक्ति का
अमित कुमार
White आपकी नजाकत के सामने क्या है मेरा गजल देखकर आपको झुक जाते हैं सजदे मे कमल। ओ रूप की रानी तेरी तारीफ करूं मैं कैसे तेरी एक मुस्कान पे कुर्बान हजारों ताजमहल।। ©Amit रूप की रानी
LAKKI
Men walking on dark street बाहरी स्वभाव केवल अंदरूनी स्वभाव का बड़ा रूप है। ©LAKKI बाहरी स्वभाव केवल अंदरूनी स्वभाव का बड़ा रूप है।
लेखक ओझा
रूप की कसौटी पर खरा कोई कितना ही उतर जाए परंतु व्यवहारिकता में सुविचारो के बिना मूढ़ ही जाना जाता है। ©लेखक ओझा #oddone रूप की कसौटी
दूध नाथ वरुण
Blue Moon तेरा रूप चमकता है ऐसे,ओ चांद चमकता है जैसे। तू चले तो महके बागों का,हर फूल महकता है जैसे।। ©दूध नाथ वरुण #तेरा रूप चमकता है ऐसे
Ghumnam Gautam
बदलकर रूप अपना, बनके अंतर्नाद आई है फिर अपने पास बैठा हूँ,तुम्हारी याद आई है ©Ghumnam Gautam #alone #अंतर्नाद #रूप #याद #ghumnamgautam
Sanjeev Suman
जिनके एक रूप में अनेक रूप हों,दो हाथ में हजार हाथ हों, उन सभी नारीओ को हम सलाम करते हैं ...!! महिला दिवस की हार्दिक शुभकामनाएं..! ©Sanjeev Suman #womeninternational #जिनके एक रूप में अनेक
Shashi Bhushan Mishra
जो मेरे गुण-दोष हैं उसके ही अनुरूप मिलेगा फल, वहाँ नहीं होती अनदेखी चलता नहीं है कल बल छल, सबके दिल की सुन लेता है करता दया निधान प्रभु, बड़ा दयालू है जगदीश्वर कहते सभी भक्त वत्सल, रखो साफ दिल के दर्पण को शांति प्रकट हो जाएगी, दिखता तभी रूप जल में जब होती नहीं कोई हलचल, दु:ख की पीड़ा से बचना है तो दिल की आवाज़ सुनो, मुश्क़िल हो जाएगा बचना माया का फैला दलदल, निर्मल मन ज्यों शाख लचकती बचती झंझावातों से, मन का मैल नहीं मिटता है धोने से तन को मलमल, मय कुटुंब सानंद गुजारो जीवन के दिन दुनिया में, काल न बाल करेगा बांका नाम जपो हरि का प्रतिपल, खिलते फूल ज्ञान के 'गुंजन' होता सफल तभी जीवन, सहज भाव लाती कोमलता हृदय बना देती समतल, ---शशि भूषण मिश्र 'गुंजन' चेन्नई तमिलनाडु ©Shashi Bhushan Mishra #दिखता तभी रूप जल में#