Nojoto: Largest Storytelling Platform

Shashi Bhushan Mishra

#दिखता तभी रूप जल में#

read more
जो मेरे गुण-दोष हैं उसके ही
अनुरूप  मिलेगा फल, 
वहाँ नहीं होती अनदेखी
चलता नहीं है कल बल छल,

सबके दिल की सुन लेता है करता दया निधान प्रभु,
बड़ा  दयालू  है जगदीश्वर  कहते सभी भक्त वत्सल,

रखो साफ  दिल के दर्पण को  शांति प्रकट हो जाएगी, 
दिखता तभी रूप जल में जब होती नहीं कोई हलचल,

दु:ख की पीड़ा से बचना है तो दिल की आवाज़ सुनो, 
मुश्क़िल  हो  जाएगा  बचना  माया का फैला दलदल,

निर्मल मन ज्यों शाख लचकती बचती झंझावातों से, 
मन का मैल नहीं मिटता है  धोने से तन को मलमल,

मय कुटुंब  सानंद गुजारो  जीवन के  दिन  दुनिया में,
काल न बाल करेगा बांका नाम जपो हरि का प्रतिपल,

खिलते फूल ज्ञान के 'गुंजन' होता सफल तभी जीवन, 
सहज भाव  लाती कोमलता  हृदय बना देती समतल,
     ---शशि भूषण मिश्र 'गुंजन'
             चेन्नई तमिलनाडु

©Shashi Bhushan Mishra #दिखता तभी रूप जल में#

Mukesh Poonia

#PhisaltaSamay #वक्त भी क्या #कमल #चीज है #खुद #दिखता नहीं, पर #दिखा बहुत कुछ देता है।

read more

Amit Singhal "Aseemit"

Vivek Singh

#AdhureVakya कौन #कहता है आईने के #सामने #सच #दिखता है, #अगर सच दिखता है तो #मेरा आईना #रोता #क्यों #नही

read more
आईने के सामने सच   कौन कहता है आईने के सामने 
सच दिखता है ?
अगर ये सच है, तो मेरा आईना 
रोता क्यों नहीं ?

©Vivek Singh #AdhureVakya 
कौन #कहता है आईने के #सामने
#सच #दिखता है,
#अगर सच दिखता है तो #मेरा आईना 
#रोता #क्यों  #नही ।

kishan mahant

#दिखता है वैसा होता नहीं

read more
🃏कुछ तो बात थी तुझमे जो हम खींचे चले गये पर ये नहीं पता था के तुम्हारे तो दो चेहेरे है बाहर से कुछ और अंदर से कुछ
💔💔💔🃏

©kishan mahant #दिखता है वैसा होता नहीं

Anit kumar kavi

बस यही तो ख्यालों में सोचा करता हूं, तु मिल जाए मुझे यही रब से दुआ करता हूं अजी आपकी सूरत में मुझे मेरा खुदा दिखता है, बस इसीलिए मैं आपका हरदम सजदा करता हूं । #कविता#नजोटोहिदीं#तुझमें #रब #दिखता#है

s....ishu

nojoto hindisharm हया आंखो में होनी चाहिएजुबान सबके पास हैaur कायरता हमने सीखी नहीं

read more
कहते है आंख के अंधे को सब हरा दिखता है
खोटा कितना भी हो खुद का सिक्का सबको खरा दिखता है
जिसकी आंखों में शर्मो हया हो उसे निर्वस्त्र इंसान भी कपड़े से ढका दिखता है
गर शर्म ना हो आंखो में तो कपड़े से ढका इंसान भी निर्वस्त्र दिखता है #nojoto hindi#sharm हया आंखो में होनी चाहिए#जुबान सबके पास है#aur कायरता हमने सीखी नहीं

Sonam kuril

पहली दफ़ा किसी ने मेरी आँखे पढ़ी थी ,क्या बताऊं बिल्कुल सच पढ़ी थी , कहता था आपकी आँखों में इंतिजार दिखता है ,किसी के लिए बेइंतेहा प्यार दिखता है, बड़ी दूर से आया था , वो अनजाना, जरा जाना पहचाना सा लगता था , कहने लगा आपकी आँखों में सब साफ़ दिखता है , इन आँखों में कोई राज दफ़न लगता है , बड़ी भावुक लगती हो ,किसी अपने से आहत लगती हो , थोड़ी सी अंतर्मुखी हो ,यूँ सबसे आसानी से नहीं खुलती हो , सच्चे प्यार की तलाश है ,इन निगाहों में बसे कई ख्वाब है ,

read more
तेरा इंतज़ार पहली दफ़ा किसी ने मेरी आँखे पढ़ी थी ,क्या बताऊं बिल्कुल सच पढ़ी थी ,
कहता था आपकी आँखों में इंतिजार दिखता है ,किसी के लिए बेइंतेहा प्यार दिखता है,
बड़ी दूर से आया था , वो अनजाना, जरा जाना पहचाना  सा लगता था ,
कहने लगा आपकी आँखों में सब साफ़ दिखता है ,
इन आँखों में कोई राज  दफ़न लगता है ,
बड़ी भावुक लगती हो ,किसी अपने से आहत  लगती हो ,
थोड़ी सी अंतर्मुखी  हो ,यूँ सबसे आसानी से नहीं खुलती  हो ,
सच्चे प्यार की तलाश  है ,इन निगाहों  में बसे कई ख्वाब है ,
सागर सी गहरी  ख़ामोशी झलकती है इन् आँखों में ,
तुम किसी रहस्यमयी चलचित्र सी लगती हो 
सच कहता हूँ तुम्हें समझ पाना  इतना आसान  नहीं ,
उसकी बातें सुन लगा मै आईने  में खुद को देख रही हूँ ,
देर ही सही पर खुद ही खुद से मिल रही हूँ ,
कहता था लिखूंगा एक रोज तुम्हे मेरी कविताओँ में ,
बड़ी ही ख़ूबसूरत है ये आँखे आपकी,डूब जाये कोई भी इन् निगाहों में ऐसा नशा है ,
बड़े ही आज़ाद ख्याल है आपके ,जाने क्यू आपके ख्यालों में खोने को जी चाहता है ,
अकेले तुम भी हो अकेले हम भी है ,चलो क्यों का एक दूजे के गम बांटते  है ,
पर ये दिल न बड़ा जिद्दी है ,इसे बस उसका ही इंतिजार है ,
और वो नासमझ  इस बात से अबतक अनजान है ,
अब किसी और को दिल में कैसे बसा  लू ,उसेभूल पाना नहीं इतना आसान है ,
सुनकर मेरी बाते वो थोड़ा मायूस हुआ ,
फिर बोला कोई बात नहीं ,मेरा इश्क़ ही एक तरफा था ,
चलो अब चलता हूँ किसी अनजाने  सफर की तलाश में ,
कभी ख्याल आये मेरा तो जरूर मूड देखना , 
अब किसी और को भी तेरा इंतिजार है | पहली दफ़ा किसी ने मेरी आँखे पढ़ी थी ,क्या बताऊं बिल्कुल सच पढ़ी थी ,
कहता था आपकी आँखों में इंतिजार दिखता है ,किसी के लिए बेइंतेहा प्यार दिखता है,
बड़ी दूर से आया था , वो अनजाना, जरा जाना पहचाना  सा लगता था ,
कहने लगा आपकी आँखों में सब साफ़ दिखता है ,
इन आँखों में कोई राज  दफ़न लगता है ,
बड़ी भावुक लगती हो ,किसी अपने से आहत  लगती हो ,
थोड़ी सी अंतर्मुखी  हो ,यूँ सबसे आसानी से नहीं खुलती  हो ,
सच्चे प्यार की तलाश  है ,इन निगाहों  में बसे कई ख्वाब है ,

Durgesh Mehta

meri dost bachpan ki Ritika Shaw Ritu

read more
उसके जैसा कहीं क्यों मुझे, कोई प्यारा नहीं दिखता?
मेरे अश्क़ों को अब, चश्मों का किनारा नहीं दिखता !
लौट आता हूँ छत से मायुस हो इंतज़ार कर करके पर
छत से मेरी अब बचपन का, वो सितारा नहीं दिखता!
DR mehta



                            दोस्ती बचपन की...... meri dost bachpan ki Ritika Shaw Ritu

राज सिंहाने

read more
कुछ रिश्ते कुवें की मेंढक की तरह होते है,
ओ सिर्फ कुवें के अंदर ही उछल कूद करते है

कुछ रिश्तों में बड़ा रौब दिखता है,
पति और साँसके डर से ,
पत्नि की आँखों मे ख़ौफ़ दिखता है।

हर रिश्तों के मंज़र अलग है साहब
बेटी की तारीफ करना 
कितना सरल है।
और बहू की तारीफ करना
कितना मुश्किल हैं साहब।
हर माँ बेटी को रानी
और बहू को नौकरानी
आखिर कब तक ऐसी सोच
के सिकार रहेंगे साहब।
loader
Home
Explore
Events
Notification
Profile