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Neema Pawal
White तू कितनी अनमोल है, मां, ये तो मैं जानती हूं। पर तेरे जाने के बाद , अहसास हुआ, की तेरी कीमत, दुनिया की बदलती नज़रें, हर पल मुझे, बताती हैं। ©Neema Pawal #mothers_day मां की की कीमत।
Rabindra Kumar Ram
" फिर तुझसे यकीनन कैसे कब कहां क्या मिला जाये , हक़ीक़त बनाम की फिर इसे फ़साना ही रहने दिया जाये , तेरे हिज़्र कि तिजारत फिर किस से क्या करते तेरे तसव्वुर में, जहां तक जाहिर बात बन परती फिर वही दहलीज तक जाहिर किया जाये. " --- रबिन्द्र राम ©Rabindra Kumar Ram " फिर तुझसे यकीनन कैसे कब कहां क्या मिला जाये , हक़ीक़त बनाम की फिर इसे फ़साना ही रहने दिया जाये , तेरे हिज़्र कि तिजारत फिर किस से क्या करत
Arman ali Arman ali
White तुम बस तुम 🌸🖤 किसी शांत वन सा मैं और बेबाक तुम जो शायरों को आता होगा वो ख्वाब तुम किसी पहेली जैसा मैं उसका जवाब तुम जो सारा जहाँ रौशन करे वो आफ़ताब तुम मेरी ज़िन्दगी के कांटों में सजी गुलाब तुम खुशबू ओ रंग जो भी हैं सबका शबाब तुम पागल सारी दुनिया लगती है बस मआब तुम मैं जीना जिससे सीख रहा वो किताब तुम लगती हो लाखों मोगरों का लब्बोलुआब तुम इन सारी हसीन गलतियों का हो सबाब तुम मेरी दास्ताँ-ए-जीस्त का हो रिकाब तुम मेरी उम्र भर की चाहत का हो हिसाब तुम AN ✍ ©Arman ali Arman ali #Couple मैं शायर हूं अल्फाजों को ढूंढना मुझे आता है 🖤🖤✍️
Anuj Ray
सुबह की चाय की चुस्की" एक तुम्हारी चाह जैसे, सुबह की चाय की चुस्की बना देती है दिन मेरा, किरण हो जैसे सूरज की। बिना मांगे ही मिल जाते , अनमोल सागर के खिले मोती काश ! छू करके तुम्हें ,महसूस कर पाता, असल की ज़िन्दगी होती। ©Anuj Ray सुबह की चाय की चुस्की"
HARSH369
मन कि व्यथा मन ही जाने, ना तुम जान सको न मैं जानू क्या मन करवाये क्यू करवाये ये मन ना तुम जान सको ना हि मैं जानू.. बेधड़क बोलता हूं,बेखौफ बोलता हूं रिस्तो के बन्धन को कान्टों पर तोलता हूं जिसके पास जितना पैसा, उसी कि सरकार है बाकि बेकारो के लिये बेकार परिवार है,..! बाकि ये सब क्यूं बनाया भगवान ने ना तुम जान सके ना हि मैं जानू..! मन की व्यथा..मन हि जाने..!! ©SHI.V.A 369 #मन की व्यथा..!! #कविता मन की
Asad_Poetry_25
दिल-ऐ-बीमार चल जिद्द छोड़ आ दावा ले देख किसी के खातिर खुद का ये हाल करना ठीक नहीं.. हां मानता हूं जहन परेशान है यहां बातो से मगर सुन जात-ऐ-इंशा से सवाल करना ठीक नहीं.. पागल उसी ने लाया है तुझे मौत के करीब बा-खुदा उसे अब और याद करना ठीक नहीं.. तू ऐसे मुकाम पर है जहां तेरी मंजिल सिर्फ कब्र है 'असद' खुद के लिए भी दुआ करना ठीक नहीं.. आ चलते है विरानियो में चल गुमनाम हो जाते है अब यहां किसी को परेशान करना ठीक नहीं.. ©Asad_Poetry_25 कभी फुर्सत में बैठ कर पढ़िये मेरे अल्फाजों को..!! तुम पर ही शुरू और तुम पर ही खत्म होंगे....!!!!
Ravi Ranjan Kumar Kausik
हमे एक बात कहनी है हर दिल अजीज से । कोई गम कभी न गुजरे तेरे दहलीज से ।। {ravi} ©Ravi Ranjan Kumar Kausik #Holi तेरे दहलीज से Ishika vineetapanchal S Priyadarshini Sherni
संगीत कुमार
धरती है इतिहासों की धर्म ,ज्ञान के भंडारों की विद्वानों की महानायक की वीरों और बलवानों की भाषा की संस्कृति की अधिकारियों की कर्मवीरों की बिहार है पहचानों की ऋषियो की भगवानों की धर्म और विचारों की धरती है बलिदानो की बिहार तो है सबके सम्मान की ©संगीत कुमार #HappyRoseDay धरती है इतिहासों की धर्म ,ज्ञान के भंडारों की विद्वानों की महानायक की वीरों और बलवानों की भाषा की संस्कृति की अधिकारियों की क