Find the Latest Status about झरेलिया के गांव में from top creators only on Nojoto App. Also find trending photos & videos about, झरेलिया के गांव में.
Radhe Radhe
कह दो ना वो सनम तेरे है तेरे हम दिल के गहराई में बहके बहके कदम जय श्री राधे ©Radhe Radhe दिल के गहराई में,,,
दिल के गहराई में,,,
read moreShreyansh Gaurav
मेरे गांव में बहुत कब्रगाह है जितने इंसा के पास खेत नहीं है, उससे अधिक कब्र है.! घूमते रहता हूँ अक्सर मैं वहाँ अकेले इंसानों से डरता हूँ, कब्रों से कभी आज तक डरा नहीं मैं.! बहुत शांति है उधर, देखो कोई किसी को परेशा नहीं करता शायद.! देख़ो न एकदम बगल बगल है चुप चाप है, कोई किसी से बोलता भी नहीं है.! शायद उनके पास खंज़र या कोई बंदूक हो देखता हूँ मैं भी गया था एकदम पास कुछ भी दिखा नहीं, मिला भी नहीं..! आओ शोर से परेशां हो लगता है तुम भी किसी दिन मिलाउ उनसे जो एकदम से चुपचाप है.! बहुत सपनें ख़्वाव दौलत सब दफन है इसमें तुम भी लें सकते है इनमें से जरूरत हो तो बताना मुझसे इन कब्रो में जगह बहुत है.!! ©Shreyansh Gaurav #मिरे गांव की कब्रगाह
#मिरे गांव की कब्रगाह
read moreMohan Sardarshahari
White शहर में होकर शहर के नजारे हों तो कोई नई बात नहीं देखे जब शहर में गांव के नजारे तो खुद से मुलाकात हुई । पीछे फार्म हाउस के नजारे, सामने पार्क में जोड़ों ने नीम की छड़ियों से एक-दूसरे पर बरसात की बरबस ही दिन की गांव जैसी ही शुरूआत हुई।। ©Mohan Sardarshahari गांव के नजारे
गांव के नजारे
read moreAbhishek Jha
Unsplash रात के अंधेरे में, बालकनी में खड़े होकर चाय की चुस्की लेते ही चश्मे पे जमे हुए भाप ने मुझसे कहा, "अंधेरा थोड़ा धुंधला ही अच्छा लगता है।" उसकी सुनता, पर इतने में ही रात की ख़ामोशी बोल पड़ी, "अरे, मुझे बाहर क्या ढूंढता है, मैं तो तेरे अंदर भी हूँ।" तो मैंने उससे पूछा, "अच्छा मुझमें,पर मुझमें कहाँ?" तो बोलती है, "जरा दिल की गहराइयों में उतर के तो सुन, ख़ामोशी हूँ, मेरा एक अलग शोर होता है।" मैं ख़ामोशी की बात सुन ही रहा था, इतने में बालकनी से गुजरती ठंडी हवा ने कहा, "अरे, जनाब पहले चाय तो पी लिजिये, वरना इस अंधेरी रात में खामखा मुझपे इल्ज़ाम लग जाएगा।" बस इतने में ही गुजरते हुए वक़्त ने कहा, "बस कीजिए भाईसाहब, फिर लोग दुनिया को दोष देते हैं, जबकी वक़्त तो अकेलापन बर्बाद कर देता है।" ©Abhishek Jha रात के अँधेरे में
रात के अँधेरे में
read moreAnuradha T Gautam 6280
Unsplash वो मुझे जिंदगी के तौर तरीके सीख रहा था और उसे क्या पता इस जिंदगी की गुरु मां तो मैं ही थी..🖊️ #@2🤦🏻🙆🏻♀️ ©Anuradha T Gautam 6280 जिंदगी के सफर में
जिंदगी के सफर में
read moreसंस्कृत लेखिका तरुणा शर्मा तरु
White मातामही मातामहः ग्राम: अहं तत् क्षणं बहु मधुरं मन्ये यः ग्रामे निवसति स्म पन्थाने कृषिक्षेत्राणि,कोष्ठानि च गृहीतः, मया सः क्षणः वास्तवमेव अतीव मधुरः इति ज्ञातम्। पूर्वं यदा मम मातामही मातामहः ग्रामः अहं बाल्यकाले गच्छामि स्म, हिन्दी अनुवाद नाना नानी के गांव वो क्षण ही बड़ा प्यारा लगा करता था जो गांव में बिता करता था पगडंडी पर खेत खलिहानों का जायजा लिया जाता था, सच वो क्षण बड़ा ही प्यारा लगा करता था जब नाना नानी के गांव बचपन में जाना हुआ करता था, ©संस्कृत लेखिका तरुणा शर्मा तरु स्वलिखित संस्कृत रचना हिन्दी अनुवाद सहित शीर्षक नाना नानी के गांव मातामही मातामहः विधा विचार भाव वास्तविक #Trending #wellwisher_taru #Po
स्वलिखित संस्कृत रचना हिन्दी अनुवाद सहित शीर्षक नाना नानी के गांव मातामही मातामहः विधा विचार भाव वास्तविक #Trending #wellwisher_taru Po
read moreSatish Kumar Meena
White मेरे गांव की हवा कुछ ऐसी है अगर वहां चले जाओ तो वापस आने नहीं देती, इसका मतलब बड़ी ही मिलनसार आबोहवा है। ©Satish Kumar Meena मेरे गांव की हवा
मेरे गांव की हवा
read moreशुभम मिश्र बेलौरा
White भले किरदार कुछ भी हो ,सदा हल्का दिखूंगा मैं। बड़ी औकात मत लाना,नहीं उसमें बिकूंगा मैं। बहुत दुनिया में घूमूंगा , रहूंगा मैं कहीं पर भी पसंद पूछोगे मेरी तो,सदा तिलका लिखूंगा मैं। ©शुभम मिश्र बेलौरा #good_night गांव
#good_night गांव
read more