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Rohan Roy
White दबी हुई चीजें, दबे हुए विचारधारा, दबी हुई दुनिया की हर वह चीज, अश्लीलता को जन्म देती है। क्योंकि जानने, परखने तथा विचारों को शाश्वत परिभाषा में व्यक्त करने से, अश्लीलता का जन्म हो ही नहीं सकता है। 1 इसलिए भारत के हर वह संस्कृति तथा आस्था में, सब कुछ खुलेआम दिखाई पड़ता है। जैसे कोणार्क मंदिर जिसमें भगवान श्री सूर्य देव की, पूजा की जाती है। वहां के मंदिरों में सारी मूर्तियां, नग्न अवस्था में पड़ी हुई दिखाई पड़ती हैं। 2 फिर भी वह हमारा आस्था का प्रतीक है। जिसको हम अश्लील, कभी नहीं कहते। खजुराहो का मंदिर तथा अरावली का मंदिर और कामाख्या धाम जैसे कितने ही उदाहरण है। जो कभी अश्लीलता का विषय नहीं बना। 3 क्योंकि अश्लीलता हमारे विचारों में बन रहा है, हमारी सोच में पल रहा है, हमारी अधूरी शिक्षा में जन्म ले रहा है। इसलिए भारत में आज भी, सेक्स एजुकेशन की भ्रांतियां फैली हुई हैं। 4 जिनको सुन लेने के बाद, देख लेने के बाद, हमारा मन मस्तिष्क उसे गलत साबित करने के विरोध में, खड़ा हो जाता है। 5 यह सत्य है कि कभी भी किसी भी चीजों के, विरुद्ध जाकर उसे हम खत्म नहीं कर सकते। बल्कि बेहतर शिक्षा का, सही मार्गदर्शन होना जरूरी है। तभी हम भारत के प्रत्येक नागरिकों में, एक बेहतर दृष्टिकोण का बीज डाल सकते हैं। 6 ताकि भविष्य में किसी भी विचार तथा शिक्षा के प्रति, हमारी सोच में भ्रांतियां ना बने। क्योंकि हम सेक्स एजुकेशन से जुड़ी प्रत्येक हिस्सों को, अश्लीलता का विषय समझते हैं। इसलिए अश्लीलता का विचार, हमारे सोच के कोने-कोने में फैला हुआ है। 7 ©Rohan Roy आखिर क्या है, ये अश्लीलता? | #RohanRoy | #dailymotivation | #motivation_for_life | #rohanroymotivation | life quotes
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read moreranjit Kumar rathour
हम ऐसे तो नहीं थे फिर भी क्यों सवाल तुमसे ही हैँ बताते नहीं क्यों एक पुरानी सी तस्वीर देख लेता क्योँ तुझे खबर इस बात का आखिर क्योँ अगर नहीं हैँ तो इस कदर बेखबर क्योँ पूछा तो झूठ बोली लेकिन यद नहीं करती क्योँ भूल जाना चाहता मै भी मगर होता नहीं क्योँ चलो कोशिश करते हैँ नहीं होगा क्योँ ©ranjit Kumar rathour आखिर क्योँ
आखिर क्योँ
read moregauranshi chauhan
day - 444 मेरे बाबा आपका जब भी नाम लिया मेरी हर मुश्किल आसन हो गई, आखिर कैसे कह दु कि मेरी पूजा ही बेकार हो गई। ✨✨😌🙆♀️❣️🧿✨✨ .... ©gauranshi chauhan मेरे बाबा आपका जब भी नाम लिया मेरी हर मुश्किल आसन हो गई, आखिर कैसे कह दु कि मेरी पूजा ही बेकार हो गई। ✨✨😌🙆♀️❣️🧿✨✨ .... अन्तिमा चौ
मेरे बाबा आपका जब भी नाम लिया मेरी हर मुश्किल आसन हो गई, आखिर कैसे कह दु कि मेरी पूजा ही बेकार हो गई। ✨✨😌🙆♀️❣️🧿✨✨ .... अन्तिमा चौ
read moreबेजुबान शायर shivkumar
मतलब कि पूरी दुनिया हैं, मतलबी हर कोई नहीं , शरीफ तो यहाँ आप भी और हम भी नहीं । क्योंकि.... मतलब कि दुनिया में शरीफ गुम हो जाया करते है जनाब , कोई प्यार में मतलबी तो कोई पैसे के लिए मतलबी । ©बेजुबान शायर shivkumar #मतलब कि पूरी #दुनिया हैं, मतलबी हर कोई नहीं , #शरीफ तो यहाँ आप भी और हम भी नहीं । क्योंकि.... मतलब कि दुनिया में शरीफ गुम हो जाया करते
Sudheesh Shukla
a-person-standing-on-a-beach-at-sunset खुद को शरीफ बस इतना रखो, जितना आपके साथ दुनिया रहे ©Sudheesh Shukla #खुद को शरीफ बस इतना रखो, जितना आपके साथ दुनिया रहे
#खुद को शरीफ बस इतना रखो, जितना आपके साथ दुनिया रहे
read moreSunny Kumar
New Year Resolutions शरारत करो, साजिशे नहीं, हम शरीफ है, सीधे नहीं। ©Sunny Kumar #newyearresolutions शरारत करो, साजिशे नहीं, हम शरीफ है, सीधे नहीं। attitude shayari
#newyearresolutions शरारत करो, साजिशे नहीं, हम शरीफ है, सीधे नहीं। attitude shayari
read morekatha Darshan
आखिर क्यों - Katha Darshan wlife quotes wsilence quotes wmotivational quotes in hindi winspirational quotes wlife quotes in hindi
read moreParasram Arora
Unsplash दर्द आखिर दर्द ही तों है और ये हकीकत है कि मुझे दर्द को सज़ाने का हुनर भी मै नहीं जानता क्या कोई बताएगा मुझे कि दर्द को सजाने से क्या दर्द मेरा कम होगा या बड जायगा? ©Parasram Arora दर्द आखिर दर्द ही तों है
दर्द आखिर दर्द ही तों है
read moreनवनीत ठाकुर
सफर लम्बा है, पर कदम रुकते नहीं, दर्द के साये में हौसले झुकते नहीं। जो तू था कभी मेरी राहों का नूर, अंधेरों में जलते अब चिराग़ कुछ दूर। हर मोड़ पर तेरी खुशबू सी आती है, पर सच्चाई में तन्हाई मुस्कुराती है। आसमान चुप है, सितारे बेगाने हैं, दुआ के हर जवाब में फासले पुराने हैं। दिल के जुनून को आखिर कौन हराएगा? सूरज छुपा सही, पर फिर से आएगा। मंज़िलें मेरी, चाहे तू साथ न हो, ये सफर मेरा है, इंतज़ार तेरा हो न हो। ©नवनीत ठाकुर #जो तू था कभी मेरी राहों का नूर, अंधेरों में जलते अब चिराग़ कुछ दूर। हर मोड़ पर तेरी खुशबू सी आती है, पर सच्चाई में तन्हाई मुस्कुराती है।
#जो तू था कभी मेरी राहों का नूर, अंधेरों में जलते अब चिराग़ कुछ दूर। हर मोड़ पर तेरी खुशबू सी आती है, पर सच्चाई में तन्हाई मुस्कुराती है।
read moreनवनीत ठाकुर
इस दुनिया को अपना नाम तो दे, काम कोई भी हो आखिर तक कोई अंजाम तो दे। मंजिल को आखिर कोई मुकाम तो दे। छोड़ दे अपने पैरों के निशाँ, हर कदम पर अपनी पहचान तो दे। दुनिया को दिखा दे अपनी हिम्मत का जज़्बा, किसी के रोकने से भी न रुके, वही सच्चा इन्सान तो दे। ©नवनीत ठाकुर "इस दुनिया को अपना नाम तो दे, काम कोई भी हो आखिर तक कोई अंजाम तो दे, मंजिल को कोई मुकाम तो दे, छोड़ दे अपने पैरों के निशाँ हर कदम पर अपनी प
"इस दुनिया को अपना नाम तो दे, काम कोई भी हो आखिर तक कोई अंजाम तो दे, मंजिल को कोई मुकाम तो दे, छोड़ दे अपने पैरों के निशाँ हर कदम पर अपनी प
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