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Ashok Kumar Verma
#HeartfeltMessage दुनिया दारी के बीच हमारी निजता आखिर क्या थी?हमारी आत्मियता आखिर क्या थी?#अशोकबिन्दु #मोटिवेशनल
read moreHarpinder Kaur
एक संघर्ष की दुनिया में जी रही एक बेरोजगार पीढ़ी चाट रही किताबों को दीमक की तरह...... रोज़....... दर रोज़ और कर रही इंतजार कि.... चाटी हुई किताबें एक दिन हमारी ख्वाहिशों के ढांचे को......पूरा कर पाएंगी ©Harpinder Kaur # आखिर कब तक?
# आखिर कब तक? #Poetry
read moreJashvant
White तुम जो क़ातिल न मसीहा ठहरे न इलाज-ए-शब-ए-हिज्राँ न ग़म-ए-चारागराँ न कोई दुश्ना-ए-पिन्हाँ न कहीं ख़ंजर-ए-सम-आलूदा न क़रीब-ए-रग-ए-जाँ तुम तो उस अहद के इंसाँ हो जिसे वादी-ए-मर्ग में जीने का हुनर आता था मुद्दतों पहले भी जब रख़्त-ए-सफ़र बाँधा था हाथ जब दस्त-ए-दुआ थे अपने पाँव ज़ंजीर के हल्क़ों से कटे जाते थे लफ़्ज़ तक़्सीर थे आवाज़ पे ताज़ीरें थीं तुम ने मासूम जसारत की थी इक तमन्ना की इबादत की थी पा बरहना थे तुम्हारे यही बोसीदा क़बा थी तन पर और यही सुर्ख़ लहू के धब्बे जिन्हें तहरीर-ए-गुल-ओ-लाला कहा था तुम ने हर नज़्ज़ारा पे नज्ज़ारगी-ए-जाँ तुम को हर गली कूचा-ए-महबूब नज़र आई थी रात को ज़ुल्फ़ से ताबीर किया था तुम ने तुम भला क्यूँ रसन-ओ-दार तक आ पहुँचे हो तुम न मंसूर न ईसा ठहरे ©Jashvant आखिर क्यों? R... Ojha NAZAR Raunak PФФJД ЦDΞSHI Geet Sangeet
आखिर क्यों? R... Ojha NAZAR Raunak PФФJД ЦDΞSHI Geet Sangeet #Life
read moreVickram
White करके दोस्ती भी देख ली प्यार निभाकर भी देख चुका रिश्ते नाते भी देखें सारी परंपराएं निभा के देख लिया सोचता हूं क्या हासिल किया क्या खो दिया मैंने । पता ही नहीं चला इस नाटक में मेरा रोल क्या था। ड्रामा ज़िंदगी बड़ा ही COOl था । ©Vickram #Moon आखिर क्या पा लिया,,,
#Moon आखिर क्या पा लिया,,, #मोटिवेशनल
read moreVickram
White पता नहीं क्या चल रहा है ज़िंदगी में मेरी आखिर कौन सा पड़ाव है ये मेरी ज़िन्दगी का खत्म नहीं होते कभी अंधेरे ज़िंदगी से मेरे लगता है जैसे कितनी ज़िंदगी में जी लिया आखिर क्यों इतना दर्द है मेरी ज़िन्दगी में मैंने कभी किसी के लिए कुछ बुरा नहीं किया तूने जो भी दिया मैंने कबूल किया हंसकर दिखावे का हंसना भी तो कसूर हो गया बता तो सही एक दफा मेरा कसूर क्या है। तू क्यों इतना मेरे लिए कठोर हो गया । क्यों बना कर पत्थर छोड़ दिया तूने मुझे। तेरे अलावा तो मेरा यहां कोई नहीं था । मेरी उदासी का कारण में खुद नहीं जानता ©Vickram #Night आखिर मेरा कसूर क्या है