Find the Latest Status about नचाने from top creators only on Nojoto App. Also find trending photos & videos about, नचाने.
sîdňôôr.
तेरी क़ैद-ए-मोहब्बत से मुझे ज़मानत नही हासिल... बक्श दे मुझको अपने इशारो पे नचाने वाले.. 😶😶😶! तेरी क़ैद-ए-मोहब्बत से मुझे ज़मानत नही हासिल... बक्श दे मुझको अपने इशारो पे नचाने वाले..!
VEER NIRVEL
तेरी क़ैद-ए-मोहब्बत से मुझे ज़मानत नही हासिल, बक्श दे मुझे अपने इशारो पे नचाने वाले...! #Chai_Lover ©VEER NIRVEL तेरी क़ैद-ए-मोहब्बत से मुझे ज़मानत नही हासिल, बक्श दे मुझे अपने इशारो पे नचाने वाले...! #Chai_Lover
VEER NIRVEL
तेरी क़ैद-ए-मोहब्बत से मुझे ज़मानत नही हासिल, बक्श दे मुझे अपने इशारो पे नचाने वाले...! #Chai_Lover ©VEER NIRVEL तेरी क़ैद-ए-मोहब्बत से मुझे ज़मानत नही हासिल, बक्श दे मुझे अपने इशारो पे नचाने वाले...! #Chai_Lover
बबलू सिंह "बेदर्दी "
तेरी कैदे मुहब्बत से मुझे जमानत नहीं हाजिर...... अब तो मुझे आजाद कर दो इसारो पर नचाने वाले........ बेदर्दी..
vibrant.writer
भीड़ यानी गुरुर के नशे में डूबे लोग, जिन्हें लगता है कि उन्हें कोई कुछ नहीं कर सकता। उन्हें यह भी लगता है कि.. जो हो रहा है वह सब कुछ वही कर रहे हैं, पर असल में वह सब कठपुतलियां हैं, जिनकी डोर उसके नचाने वालों ने थाम रखी है भीड़ में ऐसे डरपोक लोग ही होते हैं, जो अकेले कुछ न कर पाने की सोच रखते हैं। आप खुद को भीड़ का हिस्सा बनने से बचाएं, अपना रास्ता खुद चुने, अपनी सोच बनाएं और जिंदगी को सही मायनों में जिंदगी बनाए। #भीड़ यानी #गुरुर के नशे में डूबे लोग, जिन्हें लगता है कि उन्हें कोई कुछ नहीं कर सकता। उन्हें यह भी लगता है कि.. जो हो रहा है वह सब कुछ वह
Om Thakur
जिंदगी का फसाना यही है तुम आज यहां हो तो कल कहीं ओर रहोगे फिर दिल में हजार नफ़रत रख कर क्या होगा... रिश्तों में मिठास बनाये रखिए कड़वाहट बढ़ाने से क्या होगा... रिश्तों की डोर कमजोर हो या मजबूत एक उड़ान की देर है फिर अफसोस करने से क्या होगा... जिंदगी के सफर में साथ लिखा है , तो जीवन भर चलेगा फिर रिश्तों को उंगलियों से नचाने से क्या होगा... अपना पराया रिश्तों का खेल है फिर लोगों के सामने गिड़गड़ाने से क्या होगा... किस्मत का खेल अजीब है दोस्तों अपनों से मिलकर भी बिछड़ना है फिर दूर जाने से क्या होगा. ✍Om Thakur ©Om Thakur जिंदगी का फसाना यही है तुम आज यहां हो तो कल कहीं ओर रहोगे फिर दिल में हजार नफ़रत रख कर क्या होगा... रिश्तों में मिठास बनाये रखिए कड़वाहट बढ
Geet
........ आजादी का दिन..... 👇 आजादी का दिन है आया,आजादी का दिन है आया । सबके मुस्कराने का दिन है आया ।। भूल के अपने सारे दुख और गम, हो जाओ आजादी के दिन में मग्न । सबके ख
अनिता कुमावत
कठपुतली पूरी रचना अनुशीर्षक में .... एक दिन देखा खेल कठपुतली का हँसती , गाती , नाचती , सजी-धजी कितनी ख़ूबसूरत लग रही थी ... तभी मेरी नजर पड़ी उसके चेहरे पर चेहरा उसका निश्तेज
Pramod Kumar