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आयुष पंचोली
जब हम निस्वार्थ भाव से किसी चीज की कामना करने लगते हैं, तो वह स्वतः ही हमारी और आकर्षित होने लगती हैं। और उसी के अनुकूल परिस्थितियाँ भी स्वतः ही होती चले जाती हैं। सबकुछ भाव के ही अधीन हैं, ईश्वर भी भाव के ही वश मे होता हैं। जिसका भाव शुद्ध और परमार्थ को साधने वाला होता हैं, उसे कभी किसी चीज की कामना करनी ही नही पड़ती। और एक कटु सत्य यह भी हैं की, जैसे ही कोई व्यक्ति परमार्थ का मार्ग चुनता हैं, सबसे पहले उसका परिवार ही उसका विरोधी हो जाता हैं। और आश्चर्य की बात यह हैं की, परमार्थ के मार्ग पर चलने वाले की दुश्मन दुनिया हो जाती हैं, मगर ईश्वर और प्रकृति उसके अनुकूल हो जाते हैं। इसलिये शायद हम ना ही कर्ता हैं, ना ही कारक, हम सिर्फ निमित्त मात्र हैं। उसके कार्य के जिसने इस सकल सृष्टि की रचना की हैं।🙏🙏 ©आयुष पंचोली ©ayush_tanharaahi #kuchaisehi #ayushpancholi #hindimerijaan #mereprashnmerisoch जब हम निस्वार्थ भाव से किसी चीज की कामना करने लगते हैं, तो वह स्वतः ही हमारी और आकर्षित होने लगती हैं। और उसी के अनुकूल परिस्थितियाँ भी स्वत
Abhay Bhadouriya
कौन तय करेगा सच और झूठ की दूरी कितनी है कह देने से चीजें सच हो जाती हैं और छुपा देने से झूठ जिंदगी आधी खुली परछाई है किस हिस्से में धूप है क
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महाभारत द्वितिय युद्ध अहिंसा पर ******************************** हे परमत्तव अंश जी कल शाम 4 बजे से इस पृथ्वी पर महाभारत का द्वितिय युद्ध अहिंसा पर इसकी शुरुआत होगी । समस्त पृथ्वी के वर्तमान के मुल धर्मों को पुर्णत्या स्थापित के लिए। केवल एक जन के साथ आपका निस्वार्थ भाव के साथ से। आप सभी केवल ही केवल निमित्त मात्र हो साथ देने के लिए। इस धर्म युद्ध में नोजोटो पर और समस्त ज्ञान-विज्ञान के सामने से हे परमत्तव अंश जी। जानिए क्यों हो रहा है यह महाभारत युद्ध:- 1.क्या हमारी समस्त पृथ्वी को किसी को बेचकर गयें थी? परम की हमारी आत्माएं ? 2.क्या वेद, पुराणों और शास्त्रो को बेचकर गयें थे? किसी को हमारी परम की आत्माएं इस पृथ्वी पर ? 3.और आज वर्तमान में समस्त पृथ्वी पर एक मत ही अपने खुद के धर्म में भी क्यों नहीं हो रहें हो ? आप हे परम तत्व अंश जी? सभी व समस्त स्वार्थ रूप क्यों हो? 4.जैसै कि-श्री गीता जी, पुराणों और शास्त्रो को छापने की प्रकाशन की जिम्मेदारी एक क्यों नहीं सौंपा गया आपने। अब- तक.............. इस मत से ही स्वार्थ रूपी पुष्टि भी हो रही है। हे परमत्तव अंश। तुच्छ मत से पवित्र ज्ञान को अपनी इच्छा अनुसार छापकर अपनी इच्छा अनुसार उसको बेचना का साहस कैसे कर रहे हो ? आप हे परमत्तव अंश जी। इस समस्त पृथ्वी पर आप ? क्या ये धर्म है ? या अधर्म है ? बताइए आप ही ? अधिक जानकारी अगली पोस्ट मिलेगा आपको । हे-परमत्तव अंश जी। ©GRHC~TECH~TRICKS #grhctechtricks #nojohindi #nojotonews #nojofamily #nojolife #kitaabein #New #treanding
अज्ञात
पेज-17 राकेश-बिलकुल ठीक होगा.. हमारी कालोनी में अतिथियों के लिये पर्याप्त व्यवस्था है आप आकर वहीं रूक सकते हैं... जे.एल.जी- कहते हैं शुभ कार्य में देर नहीं करनी चाहिए तो क्या मैं कल ही आ सकता हूं..? राकेश-जी बिलकुल आ जाइये स्वागत है आपका.. ! जे.एल.जी- बस आपसे एक प्रार्थना थी किसी से ये मत कहियेगा मेरा वहाँ आने का मक़सद क्या है. वरना वास्तविकता से अनभिज्ञ रहने की संभावना बढ़ जायेगी...आप चाहें तो अपने रिश्तेदार कहकर मेरा परिचय करवा दीजिये.. बड़ी कृपा होगी.. क्या है कि विवाह होना ना होना तो ईश्वरीय संयोग की बात है हम आप तो बस निमित्त मात्र हैं.. अगर बात नहीं बनी तो किसी को कोई ठेस ना पहुंचे बस इसलिये ऐसा कह रहा हूं... राकेश-आप बिलकुल फ़िक्र मत कीजिये.. मैं समझता हूं एक पिता जब अपनी बेटी को किसी गैर को सौंपता है तब उसके दिल में कितना तूफ़ान चलते रहता है.. आखिर बेटी के जीवन का सवाल है और आपको पूरा अधिकार है अपने मन की तसल्ली करने का... आप पधारिये मैं किसी से तब तक कुछ नहीं कहूंगा जब तक आप मुझे अपना निर्णय ना सुना दें.. जे. एल. जी- आपका बहुत बहुत आभार राकेश जी.. मैं कल आपसे मिलता हूं.. आप लोगों की कालोनी के बहुत चर्चे सुने हैं.. इसी बहाने कल देखने का सौभाग्य भी मिल जायेगा और आप सबसे मिलने का भी आनंद ले सकूँगा.. राकेश- जे.एल.जी मेरा एक निवेदन था आपसे.. क्या आप अपनी सुपुत्री के बारे में कुछ जानकारी दे सकते हैं मुझे... अगर आप अन्यथा ना लें तो.. जे.एल.जी-जी रवि जी बिलकुल, बातों बातों में तो मैं भूल ही गया..हमारा तीन सदस्यीय परिवार है जी, मैं मेरी पत्नी और हमारी इकलौती संतान हमारी लाड़ली बेटी "मनीषा" है जिसके बारे में अभी आपसे चर्चा हुई है, इसी साल उसका ग्रेजुएशन कम्पलीट हुआ है गृहकार्य में प्रवीण है उम्र अभी 22 साल हुई है..मैं अपनी बेटी के बारे में ज्यादा कुछ नहीं कहूंगा कल आप ख़ुद ही देख लीजिये मेरी बेटी को.. राकेश- जी बिलकुल, ईश्वर ने चाहा तो रत्नाकर कालोनी में शहनाई गूंज उठेंगी.. जय सियाराम 🙏 जे.एल.जी-जय सियाराम जी.. 🙏🙏 दृश्य यहीं समाप्त अब आगे पेज-18 ©R. Kumar #रत्नाकर कॉलोनी पेज-17 राकेश-बिलकुल ठीक होगा.. हमारी कालोनी में अतिथियों के लिये पर्याप्त व्यवस्था है आप आकर वहीं रूक सकते हैं... जे.एल.
Ankit Raj
"जीनी और जुजू" गिरता सम्हल्ता झरना हो या हो कोई शीतल सी बहती नदी... अंत में सबकुछ समुंदर में समा जाता हैं,,! Full Story in Caption 👇👇 जीनी और जुजू की कहानी "3 महिने की छुट्टीया हैं,, मस्त मजे करेंगे, घूमेंगे ,, जलवा बिखेरेंगे,, चलो गावँ चला जाय,," जुजू ने अपने इंटर कॉलेज क
Tushar Gaje
विजया दशमीच्या समस्त हिंदु धर्म बांधवांना मनपुर्वक शुभेच्छा .. ©Tushar Gaje विजादशमीच्या निमित्त.. सर्वांना शुभेच्छा.
Rajendrakumar Shelke
*नमो हनुमंताय नमः* 🚩🚩🚩🚩🚩🚩🚩🚩 वायूस्य तू वेगमं सूर्यासम तेजोमयं, मर्कट रूप धारीनं मनस्य जितेंद्रियं.. !!१!! सर्वश्रेष्ठ बुध्दीदमं अनुरेणुस्य आकारं, चतुरस्त्र महाबलीस्य पवन पुत्राय त्वं विरं.. !!२!! त्रैलोक्य संकटमोचनं शिव वरदायस्य, तस्मय नमो नमः श्री वीर हनुमंतायस्य..!!३!! -------------------------------------- *✍️राजेंद्रकुमार शेळके.* -- नारायणगाव, पुणे. *हनुमान जयंतीनिमित्त सर्वाना मनपुर्वक हार्दिक शुभकामना..!💐* ©Rajendrakumar Shelke हनुमान जयंती निमित्त श्लोक