Nojoto: Largest Storytelling Platform

New पहेलियों का संकलन कीजिए Quotes, Status, Photo, Video

Find the Latest Status about पहेलियों का संकलन कीजिए from top creators only on Nojoto App. Also find trending photos & videos about, पहेलियों का संकलन कीजिए.

    PopularLatestVideo

Pranit Sharma

पहेलियों सी उलझी है,
परेशानियों मेरे जीवन की,
वो भी खुद सुलझना चाहती है,
बस राह देख रही है किसी के मिलने की...
                            -Pranit Sharma
                   --साहित्यछंद-- #alone #पहेलियों

संयोगिता मिश्रा

पहेलियों की किताब....एक नज़्म

read more
mute video

संयोगिता मिश्रा

पहेलियों की किताब .....एक नज़्म

read more
mute video

Kamlesh sada

मेरा वीडियो का फॉलो कीजिए लाइक कीजिए शेयर कीजिए #सस्पेंस

read more
mute video

"भावना मन की..."

संकलन ।।। #शायरी

read more
mute video

bhishma pratap singh

#भोर का संदेशहिन्दी कविताकाव्य संकलनभीष्म प्रताप सिंहसंकलन #समाज एवं संस्कृतिअक्टूबर कृति

read more
नित सूर्यदेव हम सारौं को, ये ही संदेश सुनाते हैं।
तुमसे तो बच्चे अच्छे हैं, जो भोर में ही उठ जाते हैं।।
मेरे उगने से पहले ही, वे भाग दौड़ कर लेते हैं।
मेरे प्रकाश की लालिमा को, वे बाहों मे भर लेते हैं।।
लेकिन जो मेरे उगने के, उपरान्त भी नहीं उठते हैं।
जब तपन मेरी बढ़ जाती है, तब कहीं कार्य में खिटते हैं।।
लगती है उन्हें बड़ी गरमी, तब मुझे कोसने लगते हैं।
आलसी मनुज ऐसे हैं जो, नहीं कभी भोर में जगते हैं।।
प्रात: जगने वालों का ही, तो स्वास्थ्य सही रह पाता है।
जो समय से नहीं जगते हैं, उन्हें काया कष्ट सताता है।।
सूरज से पूर्व ही जग जाओ, हर भोर का ये संदेश है।
प्रात: की पावन बेला का, तो महत्व बड़ा ही विशेष है।।

धन्यवाद।

©bhishma pratap singh #भोर का संदेश#हिन्दी कविता#काव्य संकलन#भीष्म प्रताप सिंह#संकलन #समाज एवं संस्कृति#अक्टूबर कृति

Dr. Bhagwan Sahay Meena

सब का सम्मान कीजिए #शायरी

read more
mute video

Ek villain

#स्वभाषा में पूरा हो अमृत काल का संकलन #Hope #Society

read more
भाषा मनुष्य जीवन की अनिवार्यता है भारत एक भाग्यशाली देश है जहां संस्कृत तमिल मराठी हिंदी गुजराती मलयालम पंजाबी आदि जैसी अनेक भाषाएं सदियों से भारत की संस्कृति परंपरा और जीवन संघर्ष को आत्मसात करते हुए अपनी भाषा की यात्रा में निरंतर आगे बढ़ रही है भाषाओं के विविध देशों की अनोखी संपदा है जिसकी सकती तरह-तरह के कोलाहल में अपेक्षित ही रहती है इन सबके बीच व्यापक क्षेत्र में संवाद की भूमिका निभाने वाले हिंदी का जन्म एक लोक भाषा के रूप में हुआ था वह आज संदगी रूप से एक समृद्ध लोक भाषा थी जिसमें न केवल आम जनता बोलती थी बल्कि खुसरो सूर कबीर विद्यापति तुलसीदास जयंती मीरा रैदास रविंद्र खान जी ने कितने ही महान कवियों ने ऐसे अमर सत्य रचे जो समय बीतने के साथ-साथ अर्थ व्रत में निरंतर ताजा बने रहे का वाला उनका काव्य एक साथ आमजन से लेकर निपुण साहित्यकार तक सबके लिए आजाद शस्त्र रथ का स्थल बना रहा और उसको सब ने अपनाया परंतु भाषा स्वाभाविक ही नहीं समय संदर्भ में प्रचलित होती है वह विभिन्न प्रभाव को आत्मसात करते हुए रूप बदलती रहती है

©Ek villain #स्वभाषा में पूरा हो अमृत काल का संकलन

#Hope

bhishma pratap singh

#अमिताभ_बच्चन जी का जन्मदिनकविता हिन्दीकाव्य संकलनभीष्म प्रताप सिंहसंकलन #समाज एवं संस्कृतिअक्टूबर विशेष

read more
मत व्यर्थ में ताको मेरी ओर, असहाय स्वयं में हूँ अब मैं।
हो गयी आयु अब अस्सी की, पर पीछे नहीँ हटा हूँ मैं।।
लेकिन कुछ आप भी तो सोचो, कब तक मैं आगे आऊंगा?
तुम युवा सभी हो मस्ती में, क्या मैं कर्तव्य निभाऊँगा ??
हो गया बहुत अब क्षमा करें, अब काम नहीं मैं आऊंगा।
कुछ सच में चाहिए मार्ग दर्शन, कहना मैं अवश्य बताऊंगा।।
है जन्म दिवस इसलिए आज, छोड़ा है पान मसाला भी।
जीवन की अंतिम यात्रा की, हूँ ओर न अब तो करुँ गलती।।
धन्यवाद।

©bhishma pratap singh #अमिताभ_बच्चन जी का जन्मदिन#कविता हिन्दी#काव्य संकलन#भीष्म प्रताप सिंह#संकलन #समाज एवं संस्कृति#अक्टूबर विशेष

cldeewana

#tumhidekhona कब संकलन का नाम है सागर की सीमा #ਸਸਪੈਂਸ

read more
mute video
loader
Home
Explore
Events
Notification
Profile