Find the Latest Status about चुकला दंगा मा पोरी from top creators only on Nojoto App. Also find trending photos & videos about, चुकला दंगा मा पोरी.
Prashant kumar pintu
ये कलयुग की महाभारत है ,ये कलयुग की रामायण है । यहां कृष्ण कौरवों के संग में कर रहा कंस का गायन है ।। रामायण में धर्मी राजा का पापी राजा से था पंगा, अब तो राजा ,राजा के संग करवाता है धर्मी दंगा । अधर्म और शैतान सजे हैं ,हर नगर और गलियों में साधु घर में छुपे पड़े और धर्म सड़क पर है नंगा । महाभारत में एक धृतराष्ट्र थे तो कैसा हुआ भयानक युद्ध देखो अब तो सब धृतराष्ट्र बने है , देश में दंगा का रुप शुद्ध देखो , शकुनी ही बना हुआ है नगर का सबसे बड़ा प्रबुद्ध देखो , कैसे दोषी ही बैठ सभा में बन रहे शांति दूत बुद्ध देखो । सड़के हैं सुनी सुनी और पूरा नगर वीरान है, घर की सीता को बचाने का ये अहम घमासान है । अयोध्या के हर नुक्कड़ पर बैठा खर दूषण शैतान है । सड़कों पर फैले दंगो से नगर की जनता परेशान है । अब नगर को कौन बचाए ,आरोपी ही नगर प्रधान है ।। ©Prashant kumar pintu # दंगा
Aditya Kumar Bharti
हंगामा खड़ा करके पूछते हो क्या हुआ है जनाब ये हवा बदल गई है मौसम हुआ है खराब बेवजह दंगा करा के क्या मिलेगा आपको? आज फिर एक मछली से गंदा हुआ है तलाब आदित्य कुमार भारती टेंगनमाड़ा, बिलासपुर, छ.ग. #दंगा
Shivam kumar
ए मेरे देश के निजाम, तुझे नींद कैसे आती है?? जबकि देश जल रहा है, तुझे अपनी तस्वीर कैसे भाती है?? - शिवम् कुमार #दंगा
vibhanshu bhashkar
इस दंगे में "भगवा और हरा" दोनो ही रंग खून से लथपथ सड़क पर लाल हुए पड़े थे । "एक ही रंग" के कफ़न के इंतजार में.... #दंगा
Mahesh Panchal 'Mahi'
जलेगा कब तलक यह देश गद्दारों बताओ भी । परेशां आम जन सारा , है हमदर्दी जताओ भी । मिलेगा नफ़रतें निज मुल्क से कर क्या तुम्हें बोलो - नसीहत मान लो हिलमिल के रह सारे दिखाओ भी । ✍️ माही #दंगा
Shivam kumar
" दंगा" उसकी अफवाहों मे इतना दम है, की घर और दुकानें बंद हो जाती हैं। जब वो आता है, तो कितनों की साँसे बंद हो जाती है।। साहब !!! ये दंगा है "दंगा " ।। सियासतदां घरों मे बैठे होते हैं, आम इंसान होता है नंगा। सवाल पूछो तो, मिलता है डंडा। हक मांगो तो , मिलता है दंगा ।। इसकी चपेट में , चौपट होता है सब धन्धा। समर्थ भी हो जाता है "भीखमंगा"।। साहब! !!! ये दंगा है, " दंगा " - शिवम् कुमार - # दंगा
Kumari Ratna
दंगों का दौर चला है ये कैसा शोर चला है। शुरू हुआ जो j.n.u से वो शाहिन बाग पर टिका है। दंगाइयों का देखो इश्तहार लगा है। जैसे की सरकार यहाँ बेकार पडा है। कभी कन्हैया ,कभी अमुल्या कभी ये o.b.c भी , देश को बेइज्जत करके इज्जतदार खड़ा है। कहते थे जो बापु अहिंसा ना होने देंगे , दंगे मे बापु का हर उपदेश जला है। अपनी -अपनी रोटी केवल सेंक रहे ये नेता , अरे इनको क्या पड़ी किसी कि माँ मरे या बेटा राजनिती का झंडा हर कोई गाड़ खड़ा है। नही माँगते पहचान कोई ना कहते भारत छोड़ो, भरकाउ भाषण के चक्कर में ,तुम अपनो से मुँह ना मोड़ो। देखो ये दिल्ली कैसा अब शमशान बना है। और ,तुम्हें लड़ाने वाला भी अंजान खड़ा है। तीन तलाक का कानून भी इसी देश में लागु हुआ था तब धरने पे बैठी महिलाओं का दिल भी बाग हुआ था , और ,आज क्यों पैरों मे इनका विश्वास पड़ा है। दंगों का दौर चला है। (कुमारी रत्ना) दंगा।।।###@@#
Nishant Choudhary
दंगा बहुत हुआ कल हल्ला-गुल्ला, राम भी सहमा,छुप बैठा अल्लाह। कोई बोला आज़ादी, तो कोई बोले धर्म-विरोधी। पहला और आखिरी भी मरा, मरता चला गया इंसान। धर्म का मुखोटा मुख पे, क्यों बन बैठा है तू हैवान। श्याम ढली सब अपनों को ताके, दंगा उठा और चला गया सब को खा के। #दंगा