Find the Latest Status about चुनरिया from top creators only on Nojoto App. Also find trending photos & videos about, चुनरिया.
Anjali Singhal
Abhishek 'रैबारि' Gairola
अनावरण तारों की झीनी चुनरिया को सरका कर वह धरती की ओर देखेगा और उसके सीने में अरबों सालों से जो आग धधक रही है उसकी ऊष्मा को अपने चेहरे पर महसूस पाएगा। इसके द्वारा हुई क्षणिक असहजता के फल स्वरुप वो अपना चेहरा विपरीत दिशा में मोड़ लेगा और फिर वही शोणित चेहरा, गर्म रक्त से लपलपाता हुआ फिर से, एक नए दृष्टिकोण से सृजित प्रेम के साथ उसी धरती को निर्विचार निहारेगा। ©Abhishek 'रैबारि' Gairola अनावरण तारों की झीनी चुनरिया को सरका कर वह धरती की ओर देखेगा और उसके सीने में अरबों सालों से जो आग धधक रही है उसकी ऊष्मा को अपने चेहरे पर म
Vedantika
चलो चलो रे माता रानी के द्वार। करना है उनका सोलह श्रृंगार। हम भक्तों को बुलावा आयो रे। सिर पर ओढ़ाओ लाल चुनरिया। मांग में सिंदूर है माथे पर बिंदिया। द्वार अपने सब दीप जलाओ रे। नैना में कजरी कानन में झुमका। नाक में नथ है होठों पे ललिया। किवाड़ पे बंदरवार सजाओ रे। गले में हार सोहे और हाथों में चूड़ी। अंगुली में अंगूठी हथेली सजे मेहंदी। कमरबंद अब मैया को पहनाओ रे। पैरों में पायल, अंगुलियों में बिछवां। शेर पे सवार होके चली मोरे अंगना। मंगलगीत सब ही गुनगुनाओ रे। चलो चलो रे माता रानी के द्वार। करना है उनका सोलह श्रृंगार। हम भक्तों को बुलावा आयो रे। चलो चलो रे माता रानी के द्वार। करना है उनका सोलह श्रृंगार। हम भक्तों को बुलावा आयो रे। सिर पर ओढ़ाओ लाल चुनरिया। मांग में सिंदूर है माथे पर
Kamaal Husain
कोई लडकी जब दिवानगीं में सारी हदों को पार करके और अपने आशिक के साथ चली जाती है तो एक बाप के दिल पे क्या गुजरती है और उसके क्या ख्वाब होते हैं बेटी के लिए इसको मैनें एक कविता के माध्यम से बयान करने की कोशिश की है Read in caption #yqdidi #yqpoetry #betiyan पाल पोश के बडा किया था मैंने गुडिया रानी को समझ ना आई माँ बाप की पीड़ा मेरी बिटिया रानी को एक अजनब
atrisheartfeelings
सारे जहां की खुशियां तुझ पर लूटा दूं तुम मेरी किस्मत हो मां ये मैं सारे जहां को बता दूं जग से हारा नहीं मैं ख़ुद से हारा हूं माँ इक दिन चमकुँगा लेकिन तेरा सितारा हूँ माँ
Mahima Jain
गीत :- ना खेलूं मैं होली नमस्कार दोस्तों। 🙏🏻 हम सबको कब से होली का इंतजार था और अब होली बस आने को ही है। इस साल कितने ही नवविवाहित जोड़ों की पहली होली है। ❤️ पर कुछ
नागेंद्र किशोर सिंह ( मोतिहारी, बिहार।)
मेरी भी रंग दे चुनरिया हे मेरे श्याम संवरिया जाऊंगा ना मैं दर से,जबतक ना रंग दे चुनरिया। लाल गुलाबी नीला पीला,सब फीका पड़ जाए, देख लिया सब रंग में रंग के,पर कोई ना भाए। इस माया के रंग में हो गई, देखो ना मैली चुनरिया। मेरी भी रंग दे....। तेरा रंग है सबसे प्यारा,कभी चमक ना जाए, एक बार जो ये चढ़ जाए,कभी उतर ना पाए। अपने ही रंग में रंग दो, हे प्यारे मोर चुनरिया। मेरी भी रंग दे.....। ©नागेंद्र किशोर सिंह ( मोतिहारी, बिहार।) # मेरी भी रंग दे चुनरिया।