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Sudipta Mazumdar
Dil galti kr baitha h
पल-पल उसका साथ निभाते हम, एक इशारे पर दुनिया छोड़ जाते हम, समन्दर के बीच में फरेब किया उसने, कहते तो किनारे पर ही डूब जाते हम। ©Dil galti kr baitha h पल-पल उसका साथ निभाते हम, एक इशारे पर दुनिया छोड़ जाते हम, समन्दर के बीच में फरेब किया उसने, कहते तो किनारे पर ही डूब जाते हम।
Mysterious Girl
shamawritesBebaak_शमीम अख्तर
मैं तो फकीर था जो,दुआए बाटता ही रहा तु तो अमीर था,किनारे करता ही रहा//१ कब तक निभातीं साथ ये फरेबी उल्फते, तिजारत था तेरा काम, तु जमीर बेचता ही रहा//२ महंगे लिबास में वो इतराते बहुत है,कुछ दूर तक गए कि,कीचड़ चिपकता ही रहा//३ अंधे की बांटी रेवड़ी को करिए ना शुमार इक खुद्दार शहरी भूखा,फंदे पे लटकता ही रहा//४ "शमा"उस मगरुर को नाज है दौलत_ए_फानी पर चखा खुदा का इक थपेड़ा खुद में सिमटता ही रहा//५ ©shama writes Bebaak #ThomsoOpenMic मैं तो फकीर था जो,दुआए बाटता ही रहा,तु तो अमीर था,किनारे करता ही रहा//१ कब तक निभातीं साथ ये फरेबी उल्फते,तिजारत था,तेरा काम
@..kajal..@
Sarvesh kumar kashyap
Ashish Thakur Akela'
Kabir
मैं लिखता हूं तुम्हारे ऊपर एक दिन तुम मेरे लिए मेरे शब्दों को दोहराओगी मेरी कलम सिर्फ तेरे लिए चलती हैं मेरे शब्दों को सुनकर मुझसे मिलना चाहोगी, मिल नहीं पाओगी मेरी बाते सोचकर रोना चाहोगी, रो नही पाओगी तुम्हारी जिंदगी की नाव किनारे जा लगी मेरी जिंदगी की कशती बीच में ही डूब गयी जो भी लिखता हुं तुम्हारे जाने के बाद वही एक सहारा है टूटे हुए इंसान का सिर्फ कलम ही एक सहारा है मैं लिखता हूं तुम्हारे ऊपर एक दिन तुम मेरे लिए मेरे शब्दों को दोहराओगी ©Kabir मैं लिखता हूं तुम्हारे ऊपर एक दिन तुम मेरे लिए मेरे शब्दों को दोहराओगी मेरी कलम सिर्फ तेरे लिए चलती हैं मेरे शब्दों को सुनकर मुझसे मिलना
Irfan Saeed
जरा ठहरो तो सही इशारे बदल जायेंगे जो अपने है वो प्यारे बदल जाएंगे जो तेरे साथ चलने का दावा करते है इशारा मिलते ही वो सारे बदल जायेंगे कोई भी अपना फिर अपना नही होगा वक्त मै ही वक्त के नजारे बदल जायेंगे गुमशुदा अल्फाजों के सहारे जो जिंदा है फिर वो गमगीन बेचारे बदल जाएंगे आज जहां हक़ की दलीलें तुम देते हो कल फिर वही चौबारे बदल जाएंगे मेरी बिखरी हुई किस्मत को बहाते हो रुख बदलते ही किनारे बदल जाएंगे तेरी ही उम्मीद पर कायम है "इरफ़ा" समां बदली तो परवाने बदल जाएंगे ©Irfan Saeed Bulandshari जरा ठहरो तो सही इशारे बदल जायेंगे जो अपने है वो प्यारे बदल जाएंगे जो तेरे साथ चलने का दावा करते है इशारा मिलते ही वो सारे