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manju sharma
कोहरे में तुझे तलाश करते हैं कहां चला गया तू हम तुझे ढूढा करते हैं पर तू नजर आता है ना तेरी परछाई हर दिन तुझे याद करते हैं कोहरे
कोहरे
read morePriti
कोई आग जैसे कोहरे में दबी-दबी सी चमके, तेरी झिलमिलाती आँखों में अजीब सा शमा है। ©Priti कोई आग जैसे कोहरे
कोई आग जैसे कोहरे
read moreRani Bari Kui
कोहरे से सीख - जीवन का रास्ता स्पष्ट ना दिखाई दे तो बहुत दूर देखने की कोशिश व्यर्थ है एक-एक कदम चलो रास्ता खुलता जाएगा ©Rani Bari Kui #dhundh कोहरे से सीख
#dhundh कोहरे से सीख #Motivational
read moreGirish Singh Uttrakhandi
यह वादियां यह फिजाएं बुला रही है तुम्हें यह वादियां यह फिजाएं बुला रही है तुम्हें ©Girish Singh Uttrakhandi सर्दी में कोहरे का कोहराम
सर्दी में कोहरे का कोहराम #विचार
read moreSUNIL DUTT KUMAR
जिंदगी कोहरे जैसी है, जितना चलोगे उतना दिखाई देगा ✍️✍️🙏 ©SUNIL DUTT KUMAR #good_morning_quotes जिंदगी कोहरे जैसी है
#good_morning_quotes जिंदगी कोहरे जैसी है #Life
read moreAmit Sir KUMAR
रात कि खामोशी में यह कोहरा कैसा है, गमों के बादल से छिपा यह चेहरा कैसा है,दुर तक फैली हुई तन्हाई का इशारा कैसा है, महफिलों के बीच भी अकेलेपन का इशारा कैसा है , रिश्तों के धागों में यह गांठों का इशारा कैसा है , चांदनी रात में भी मन के अंधेरा का इशारा कैसा है। ©Amit Sir KUMAR #Nightlight रात के अंधेरे में कोहरे....
#Nightlight रात के अंधेरे में कोहरे.... #शायरी
read moreसिन्टु सनातनी "फक्कड़ "
कोहरा दिखती नहीं इंसानियत, धुंधला चुकी तस्वीर इंसानो की, और हम दोष कोहरे पे मढ़ आते हैं। कुछ जलते पराली पंजाब हरियाना के किसानों की, जहर दिल्ली की फिजाँऔं में घोल आता हैं, ये बात हरकौई यहाँ सुनाता हैं। कल-कारखानो लाखों वाहनो के निकलते धुएँ के प्रदुषण को, शानो शौकत ये अपनी बताता हैं। कायरतापूर्ण आँखों के सामने होते देखी थी, इज्ज़त तार-तार नारी (निर्भया) की, और बजह धुंध कोहरे से ना देख पाने की बड़ी बेशर्मी से बताता हैं। हमसे बेहतर तो ये सर्द माह के कोहरे हैं, कमसे कम मिज़ाज मौसम का तो समझाता हैं। दिखता नहीं इंसानियत हमारे खुद के वहम से, और अंततः दोष हम कोहरे पे ही मढ़ आते हैं। (हर विषय पे लिखते हैं प्रेमी कविता अपने प्रीत की, मैं ठहरा अनपढ़ जाहिल सिंन्टु फिर क्यों ना करु बात इंसानियत की हित की) #कोहरे मौसम का मिज़ाज समझाता हैं।