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Anjali Singhal

"तेरी यादों को चैन कहाँ! इश्क़ की चादर ओढ़े, चली आईं शीत लहरों के संग यहाँ। सुलगा रही हैं दिल में मेरे कोई दर्द नया।।" #SAD #Dard whatsapp

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Unsplash "तेरी यादों को चैन कहाँ!
इश्क़ की चादर ओढ़े,
चली आईं शीत लहरों के संग यहाँ।
सुलगा रही हैं दिल में मेरे कोई दर्द नया।।"

©Anjali Singhal "तेरी यादों को चैन कहाँ!
इश्क़ की चादर ओढ़े,
चली आईं शीत लहरों के संग यहाँ।
सुलगा रही हैं दिल में मेरे कोई दर्द नया।।"

#sad #dard #whatsapp

theABHAYSINGH_BIPIN

#good_night बैठे-बैठे उदास मन से उसे सोच रहा, गैर-महफ़िलों में खुद को व्यस्त कर रहा। भैया-भाभी, मम्मी-पापा को सुन रही होगी, तकिए के ओट मे

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White बैठे-बैठे उदास मन से उसे सोच रहा,
गैर-महफ़िलों में खुद को व्यस्त कर रहा।

भैया-भाभी, मम्मी-पापा को सुन रही होगी,
तकिए के ओट में चादर भिगो रही होगी।

कितने अरमानों को सजाया था दिल ने,
दोनों दिलों में अधूरी मोहब्बत दम तोड़ रही है।

उठ रहे हैं दिल में ना जाने कितने सवाल,
दो जवां दिलों में ख्वाहिशें दफ़्न हो रही हैं।

रोशन हो रही थी मुहब्बत चंद की रोशनी में,
यह कैसी घड़ी है जहां उम्मीदें बिखर रही हैं।

परवान चढ़ने पर था ख्वाबों सा मुंतजिर,
जैसे चांद से चकोर अलग हो रही है।

©theABHAYSINGH_BIPIN #good_night 

बैठे-बैठे उदास मन से उसे सोच रहा,
गैर-महफ़िलों में खुद को व्यस्त कर रहा।

भैया-भाभी, मम्मी-पापा को सुन रही होगी,
तकिए के ओट मे

theABHAYSINGH_BIPIN

#coldwinter कोहरे से ठिठुर गया है सूरज दिखता नहीं कहीं भी मुहूर्त। छाई है काली घटा सी धुंध, धरती ढकी बर्फ की चादर में। हाथ-पैर अब जमने लगे

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कोहरे से ठिठुर गया है सूरज
दिखता नहीं कहीं भी मुहूर्त।
छाई है काली घटा सी धुंध,
धरती ढकी बर्फ की चादर में।

हाथ-पैर अब जमने लगे हैं,
सर्दी ने रोका हर काम।
हिम्मत भी थरथर कांप उठी,
लिपटे हम गर्म चादर में।

उठकर मुंह धुलना भी दुश्वार है,
किसने बर्फ डाल दी पानी में?
कौन है जो यूं कहर ढा रहा,
पूरे गांव को कैद किया है घर में?

राह अंधेरी, जमी हुई है,
थोड़ी उम्मीद बची है मन में।
चलता हूं बस सहारे इसके,
जो दिख रहा टॉर्च की रोशनी में।

शिथिल पड़े हैं मेरे जज्बात,
आलस ने ले लिया गिरफ्त में।
यह कैसा दिन, एक पल न सुहा,
सिकुड़ा पड़ा हूं एक चादर में।

हर कदम जैसे थम सा रहा,
जीवन को ढो रहा धुंध में।
क्या कभी सूरज की रौशनी लौटेगी,
या मैं यूं ही खो जाऊं रजाई में?

©theABHAYSINGH_BIPIN #coldwinter 
कोहरे से ठिठुर गया है सूरज
दिखता नहीं कहीं भी मुहूर्त।
छाई है काली घटा सी धुंध,
धरती ढकी बर्फ की चादर में।

हाथ-पैर अब जमने लगे

Lotus Mali

#sad_quotes "शाम अपनी चादर ओढ़े खड़ी थी और मेरे मन का पंछी अभी भी किसकी राह पर निघाए लिए इंतजार कर रहा था मन पंछी कभी इस मुंडेर पर तो

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White "शाम अपनी चादर ओढ़े खड़ी थी
और मेरे मन का पंछी अभी भी

किसकी राह पर निघाए लिए
इंतजार कर रहा था 

मन पंछी कभी इस मुंडेर पर तो 
कभी उस टहन्नी पर घुमा 

शाम तो शाम ढल गई कबकी 
मगर इंतजार अभितक ख़त्म नहीं हुवा।"

-LotusMali
https://lotusshayari.blogspot.com/

©Lotus Mali #sad_quotes 
"शाम अपनी चादर ओढ़े खड़ी थी
और मेरे मन का पंछी अभी भी

किसकी राह पर निघाए लिए
इंतजार कर रहा था 

मन पंछी कभी इस मुंडेर पर तो

नवनीत ठाकुर

#षड्यंत्रों की छाया हर दिल पर भारी, भ्रष्टाचार की चादर ने लूट ली जिम्मेदारी। शोषण के जख्म चीखते हैं बेआवाज़, जुर्म के मंजर बन गए रोज़ का आगा

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White षड्यंत्रों की छाया हर दिल पर भारी,
भ्रष्टाचार की चादर ने लूट ली जिम्मेदारी।
शोषण के जख्म चीखते हैं बेआवाज़,
जुर्म के मंजर बन गए रोज़ का आगाज़।

अपहरण के धंधे अब आम हो गए,
अपराधी खुलेआम इनाम हो गए।
छेड़छाड़ के ज़ख्म लहू-लुहान हैं,
इंसाफ के मंदिर खुद बदगुमान हैं।

यह कैसी सभ्यता, यह कैसी रवायत?
जहां जुर्म को मिलती है हर इक सहायत।

©नवनीत ठाकुर #षड्यंत्रों की छाया हर दिल पर भारी,
भ्रष्टाचार की चादर ने लूट ली जिम्मेदारी।
शोषण के जख्म चीखते हैं बेआवाज़,
जुर्म के मंजर बन गए रोज़ का आगा

azad satyam

उकेर लेता है हर कोई तस्वीर कोरे कागज पर, दिल पर जो अमिट तस्वीर बना दे, ऐसा हर शख़्स आजाद तुझ सा नहीं होता...✍🏻 💌🕊️अनकहे अल्फ़ाज़💖💞

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उकेर लेता है हर कोई
तस्वीर कोरे कागज पर,
दिल पर जो अमिट तस्वीर बना दे,
ऐसा हर शख़्स आजाद
तुझ सा नहीं होता...✍🏻

💌🕊️अनकहे अल्फ़ाज़💖💞

#ek_panchi_diwana_sa

©azad satyam उकेर लेता है हर कोई
तस्वीर कोरे कागज पर,
दिल पर जो अमिट तस्वीर बना दे,
ऐसा हर शख़्स आजाद
तुझ सा नहीं होता...✍🏻

💌🕊️अनकहे अल्फ़ाज़💖💞

azad satyam

लिखना चाहता हूं तुम्हे, दिल के कोरे कागज पर लेकिन बयां कर सके जो तारीफ तेरी, वो अनकहे अल्फ़ाज़ कहां से लाऊं 💌🕊️अनकहे अल्फ़ाज़💖💞 ek_panchi_diw

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लिखना चाहता हूं तुम्हे,
दिल के कोरे कागज पर
लेकिन बयां कर सके जो तारीफ तेरी,
वो अनकहे अल्फ़ाज़ कहां से लाऊं

💌🕊️अनकहे अल्फ़ाज़💖💞

#ek_panchi_diwana_sa

©azad satyam लिखना चाहता हूं तुम्हे,
दिल के कोरे कागज पर
लेकिन बयां कर सके जो तारीफ तेरी,
वो अनकहे अल्फ़ाज़ कहां से लाऊं

💌🕊️अनकहे अल्फ़ाज़💖💞

#ek_panchi_diw

MiMi Flix

"मोंटू, चुटकी और हुकु की रहस्यमयी प्रतियोगिता" - जंगल के बीच तीन दोस्तों की अद्भुत यात्रा शुरू होती है। एक दिन, जब वे जंगल में खेल रहे थे, च

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Poet Kuldeep Singh Ruhela

#love_shayari Gunjan Verma बहुत खूब सूरत तुम अल्फाज लिखती हो कागज के फूलों में भी आती हैं खुशबू तुम्हारे ऐसे दिल की बात तुम बेबाक लिखती

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White 


बहुत खूब सूरत तुम अल्फाज लिखती हो 
कागज के फूलों में भी आती हैं खुशबू तुम्हारे
ऐसे दिल की बात तुम बेबाक लिखती हों 
गम नहीं के मर जायेगे तुमको चाहने वाले
ऐसा तबियत का पूरा हिसाब लिखती हो 
बहुत खूब सूरत तुम अल्फाज लिखती हों

©Poet Kuldeep Singh Ruhela #love_shayari Gunjan Verma 


बहुत खूब सूरत तुम अल्फाज लिखती हो 
कागज के फूलों में भी आती हैं खुशबू तुम्हारे
ऐसे दिल की बात तुम बेबाक लिखती

Ram Prakash

#Sad_Status चादर

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White बेटे हैं रब्बा हम भी तेरे
बेटे
हैं
तूने जैसी दी चादर हमें
हम वैसी ही
लपेटे
हैं

©Ram Prakash #Sad_Status चादर
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