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Diwan G
हमने मोहब्बत को टाला है, ये ख्याल दिल से निकाला है। मोहब्बत चीज ऐसी है कुछ, कि मुर्गी से महंगा मसाला है।। ©Diwan G #मसाला
Ayush kumar gautam
एक पिटारे मे शायरी हैं दूसरे पिटारे मे रैप बोलो कौन सी खोलूं बजेंगी तो दोनो मे ही क्लैप छत पर टहलने का मजा नहीं ले पा रहे हम मिस्त्री साहब जल्दी तैयार करो जीने की रैम्प दरवाजा कमजोर हो गया है वेल्डर आकर कस दो उसपर क्लैम्प रैपर माॅरिश डाॅलर रैप मसाला
pragati sahu
दुआ मेरे सर पर भी माँ की दुवाओं का साया होगा, इसलिए समुन्दर ने मुझे डूबने से बचाया होगा.. माँ की आघोष में लौट आया है वो बेटा फिर से.. शायद इस दुनिया ने उसे बहुत सताया होगा… अब उसकी मोहब्बत की कोई क्या मिसाल दे, पेट अपना काट जब बच्चों को खिलाया होगा… की थी सकावत उमर भर जिसने उन के लिए क्या हाल हुआ जब हाथ में कजा आया होगा… कैसे जन्नत मिलेगी उस औलाद को जिस ने उस माँ से पैहले बीवी का फ़र्ज़ निभाया होगा… और माँ के सजदे को कोई शिर्क ना कह दे इसलिए उन पैरों में एक स्वर्ग बनाया होगा… है माँ….. हमारे हर मर्ज की दवा होती है माँ…. कभी डाँटती है हमें, तो कभी गले लगा लेती है माँ ©pragati sahu #दुआ माँ की दुआ
लेखक ओझा
जुर्रत करो अब आंख मिलाने की दौर गया अब किसी से डर जाने की किस्सा नही हिस्सा बनो ज़माने की यह दौर है मिल सब आगे बढ़ जाने की मानवता को बचाने की।। ©लेखक ओझा #beinghuman जुर्रत करो आंख मिलाने की
DR. LAVKESH GANDHI
मेरे मरने की दुआ करने वाला मर गया खुद दुआ करके ©DR. LAVKESH GANDHI दुआ #मरने की दुआ #selfhate
GAJANAND SHARMA
#चाह_हैं_तुम्हे_मिलाने_की मैं चाह रहा तुमसे मिलकर.. अपने उसी पुराने मोह से मन के प्रेम को पाने की... मैं बाट देख रहा हूँ उनकी... इन सच्ची गलियों से अब भी उनके आने की... अब लोग कह रहे मुझसे... छोड़ दे आश तूँ अब उनके संग चाह लगाने की... मैं खुद को दिलाशा दे रहा.. ये बातें हैं तेरा उनसे सह जुड़ा मोह तुड़वाने की... मैं कह रहा खुद से अब भी.. ये राहें भी राह चाह रही जोगण संग झुलाने की... मैं अब यूँ कह रहा इससे... अबकी बरखा चाह हैं तुम्हे उस संग भिगाने की... मैं अब कह रहा इस पगले से... अबकी ये आहत है पक्का उसके आने की... मैं मन को यूँ तो कह रहा... जोगण संग पुनः से दोनों की प्रीत जुड़ाने की... मैं अब तो मन को दे रहा... संकेत ये नम हवाओं की दिशा हैं उसके आने की... मैं अब तो मन से कह बैठा... रिमझिम सी फुहार सोच रही उनको भी भिगाने की... 🖋️🖋️ #गजानन्द_शर्मा #निर्बाध चाह है तम्हें मिलाने की #गजानन्द_शर्मा #निर्बाध