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Raam Sevariya

#Likho जाने कितनी रातें जाग के, तुझको संभाला होगा कितने ही दुख-दर्द, सहे होंगे, तब जाके तुम्हें पाला होगा वो माता पिता की ही देन है, जो इतना

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जाने कितनी रातें जाग के, तुझको संभाला होगा
कितने ही दुख-दर्द, सहे होंगे, तब जाके तुम्हें पाला होगा
वो माता पिता की ही देन है, जो इतना आसान बनाया 
वरना कितने ही ऐसे होंगे, जिन्हें जीवन ने निकाला होगा

©Raam Sevariya #Likho जाने कितनी रातें जाग के, तुझको संभाला होगा
कितने ही दुख-दर्द, सहे होंगे, तब जाके तुम्हें पाला होगा
वो माता पिता की ही देन है, जो इतना

tripathi

#Sad_Status वो मेरे ही सामने तड़प उठा किसी और का होने के लिए ☹️😓

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White वो मेरे ही सामने तड़प उठा
किसी और का होने के लिए
☹️😓

©tripathi #Sad_Status वो मेरे ही सामने तड़प उठा
किसी और का होने के लिए
☹️😓

MUKESH KUMAR

☝️एक विचार✍️ माना कठिन है रास्ते, जो तेरी मंजिल को जाते हैं... तू कदम उठा, साहूलियतें खुद-बा-खुद हो जाएंगी... #ekvichar #motivate #kadam v

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White ☝️एक विचार ✍️
माना कठिन है रास्ते, जो तेरी मंजिल को जाते हैं... 
तू कदम उठा, साहूलियतें खुद-बा-खुद हो जाएंगी...

©MUKESH KUMAR ☝️एक विचार✍️
माना कठिन है रास्ते, जो तेरी मंजिल को जाते हैं... 
तू कदम उठा, साहूलियतें खुद-बा-खुद हो जाएंगी...
#ekvichar #motivate #kadam #v

Rameshkumar Mehra Mehra

# एक तेरे खाबों का शौक,एक तेरी याद का मन,तू ही बता सोकर,तेरा दीदार करुँ,या..जाग कर तुझे याद करु....💕

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RJ VAIRAGYA

#rjharshsharma #rjvairagyasharma metaphysical poetryआँख से दूर न हो दिल से उतर जाएगा वक़्त का क्या है गुज़रता है गुज़र जाएगा तमाम उम्र कहा

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White आँख से दूर न हो दिल से उतर जाएगा
वक़्त का क्या है गुज़रता है गुज़र जाएगा

तमाम उम्र कहाँ कोई साथ देता है
ये जानता हूँ मगर थोड़ी दूर साथ चलो

अभी तो जाग रहे हैं चराग़ राहों के
अभी है दूर सहर थोड़ी दूर साथ चलो

जब भी दिल खोल के रोए होंगे
लोग आराम से सोए होंगे

तू मोहब्बत से कोई चाल तो चल
हार जाने का हौसला है मुझे

कितना आसाँ था तिरे हिज्र में मरना जानाँ
फिर भी इक उम्र लगी जान से जाते जाते

याद आई है तो फिर टूट के याद आई है
कोई गुज़री हुई मंज़िल कोई भूली हुई दोस्त

शहर-वालों की मोहब्बत का मैं क़ाएल हूँ मगर
मैं ने जिस हाथ को चूमा वही ख़ंजर निकला

ऐसा है कि सब ख़्वाब मुसलसल नहीं होते
जो आज तो होते हैं मगर कल नहीं होते

ज़ब्त लाज़िम है मगर दुख है क़यामत का 'फ़राज़'
ज़ालिम अब के भी न रोएगा तो मर जाएगा

©RJ VAIRAGYA #rjharshsharma #rjvairagyasharma  metaphysical poetryआँख से दूर न हो दिल से उतर जाएगा
वक़्त का क्या है गुज़रता है गुज़र जाएगा

तमाम उम्र कहा

N S Yadav GoldMine

#SunSet {Bolo Ji Radhey Radhey} हर रोज अपने इस यकीन से उठा करो, मेरा आज का दिन कल से बहुत ज्यादा बेहतर होने वाला है, और यह कार्य कोई और नही,

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a-person-standing-on-a-beach-at-sunset {Bolo Ji Radhey Radhey}
हर रोज अपने इस यकीन से
उठा करो, मेरा आज का दिन
कल से बहुत ज्यादा बेहतर
होने वाला है, और यह कार्य
कोई और नही, मुझे ही यह
सम्भव करके दिखाना हैं।।
जय श्री राधेकृष्ण जी!!
N S Yadav GoldMine.

©N S Yadav GoldMine #SunSet {Bolo Ji Radhey Radhey}
हर रोज अपने इस यकीन से
उठा करो, मेरा आज का दिन
कल से बहुत ज्यादा बेहतर
होने वाला है, और यह कार्य
कोई और नही,

theABHAYSINGH_BIPIN

#erotica उतार दो अपने बदन की हरारत मुझ पर, इस सर्द दिसंबर को जून कर दो। लहू में बसा है अब तेरा शरारत का सफर, मेरे ख्वाबों को शोलों सा सुलग

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उतार दो अपने बदन की हरारत मुझ पर,
इस सर्द दिसंबर को जून कर दो।
लहू में बसा है अब तेरा शरारत का सफर,
मेरे ख्वाबों को शोलों सा सुलगा दो।

जाग रहा है इश्क़ का कबूतर खत पर,
तेरे अंगों की महक में बिखेर दो।
मेरे होठों पे उकेर, अपनी सासों की लकीर,
इस रात को मुझे अपने बदन में बसा दो।

भड़क रही है आग तेरे बदन की लहरों में,
तेरी छुअन से हर नस को झुलसा दो।
कबसे क़ैद है इश्क़ का ये सिपाही,
अपने कोमल स्पर्श से आज़ाद कर दो।

हर सांस तेरे रिदम से बंधी है अब,
तेरे बदन की नर्म लकीरों में खो जाने दो।
हवाओं में मिलकर जलते हुए इन लम्हों को,
मेरी हर शरारत को ख़ुद में समा लो।

©theABHAYSINGH_BIPIN #erotica 

उतार दो अपने बदन की हरारत मुझ पर,
इस सर्द दिसंबर को जून कर दो।
लहू में बसा है अब तेरा शरारत का सफर,
मेरे ख्वाबों को शोलों सा सुलग

नवनीत ठाकुर

#नवनीतठाकुर इक सदी तक तो तमन्ना का सफ़र चलता रहा ओ नवनीत, फिर मुक़द्दर ने लिखी आख़िरी निशानी अपनी। ख़्वाब टूटे तो लगा जाग उठी है दुनिया, व

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इक सदी तक तो तमन्ना का सफ़र चलता रहा ओ नवनीत,
फिर मुक़द्दर ने लिखी आख़िरी निशानी अपनी।

ख़्वाब टूटे तो लगा जाग उठी है दुनिया,
वरना हर नींद में थी सोई कहानी अपनी।

चाहतें छोड़ के कुछ दर्द समेटे हमने,
ये अमानत भी तो थी जान से प्यारी अपनी।

कौन समझेगा ये अफ़साना-ए-ग़म का मंज़र,
जब भी रोए हैं तो बस याद थी जवानी अपनी।

जिनसे उम्मीद थी वो दूर नज़र आए हमें,
छोड़ बैठे हैं वही राहगुज़ारी अपनी।

हमने चाहा था जिसे, उसने भुला डाला हमें,
और दुनिया से छुपा ली नज़्म सारी अपनी।

©नवनीत ठाकुर #नवनीतठाकुर 
इक सदी तक तो तमन्ना का सफ़र चलता रहा ओ नवनीत,
फिर मुक़द्दर ने लिखी आख़िरी निशानी अपनी।

ख़्वाब टूटे तो लगा जाग उठी है दुनिया,
व

नवनीत ठाकुर

#नवनीतठाकुर तेरी आमद ने दिये दिल को सुकून ऐसे, कि हर लम्हा ख़ुशी में गुलज़ार गुज़री है। तेरा ज़िक्र आया तो माहौल महक उठा, कि जैसे गुलों से ल

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तेरी आमद ने दिये दिल को सुकून ऐसे,
कि हर लम्हा ख़ुशी में गुलज़ार गुज़री है।
तेरा ज़िक्र आया तो माहौल महक उठा,
कि जैसे गुलों से लिपटी बहार गुज़री है।

तेरी राहों में जो ठहरे थे सिलसिले,
वो सब रातों में बनके खुमार गुज़री है।
तू जो आया तो एहसास यूँ हुआ नवनीत,
ज़िंदगी अब तलक बेकरार गुज़री है।

©नवनीत ठाकुर #नवनीतठाकुर 
तेरी आमद ने दिये दिल को सुकून ऐसे,
कि हर लम्हा ख़ुशी में गुलज़ार गुज़री है।
तेरा ज़िक्र आया तो माहौल महक उठा,
कि जैसे गुलों से ल

Anuradha T Gautam 6280

#बीन सांप और रस्सी को लेकर कभी भ्रम हो तो तुरंत मोबाइल पर बिन की धुन बजाना सांप होगा तो फन उठा कर नाचे बिना नहीं मानेगा..🖊️

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