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tanu nanwani

कभी हताशा कभी निराशा तो कभी तलाश,
जिसके पास कुछ नहीं उसे मंज़िल की तलाश,
जिसके पास सबकुछ है उसे जिंदगी की तलाश,
जिसके पास दरिया है उसे साहिल की तलाश,
जिसके पास आसमान है उसे तारों की तलाश,
तन्हाई बांटने के लिये साथी की तलाश,
वक़्त काटने के लिये साधन की तलाश,
जिंदगी बिताने के लिये हमसफर की तलाश,
घर सजाने के लिये परिवार की तलाश,
सबकुछ मिल जाने पर भी जो अधूरा रह गया,
उसे पूरा करने की तलाश #तलाश #तृप्ता #triptananwani #yqdidi #yourquote #search #yqbaba

Tripta Nanwani

कभी हताशा कभी निराशा तो कभी तलाश,
जिसके पास कुछ नहीं उसे मंज़िल की तलाश,
जिसके पास सबकुछ है उसे जिंदगी की तलाश,
जिसके पास दरिया है उसे साहिल की तलाश,
जिसके पास आसमान है उसे तारों की तलाश,
तन्हाई बांटने के लिये साथी की तलाश,
वक़्त काटने के लिये साधन की तलाश,
जिंदगी बिताने के लिये हमसफर की तलाश,
घर सजाने के लिये परिवार की तलाश,
सबकुछ मिल जाने पर भी जो अधूरा रह गया,
उसे पूरा करने की तलाश #तलाश #तृप्ता #triptananwani #yqdidi #yourquote #search #yqbaba

AK__Alfaaz..

#पूर्ण_रचना_अनुशीर्षक_मे #रूदाली ​साँझ की, ​दहलीज पर बैठी, ​निहारती वो, ​कच्ची सड़क की, #yqdidi #yqhindi #yqquotes #bestyqhindiquotes

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​साँझ की,
​दहलीज पर बैठी,
​निहारती वो,
​कच्ची सड़क की,
​पगडंडियों से,
​लौटती क्षितिज पर,
​धूप की पनिहारिन को,
​
​ढ़लते सूरज के संग,
​बढ़ती प्रतिक्षा की,
​परछाइयों का होता जन्म,
​अंधकार की सहमति,
​प्रभात के नाम मन की स्लेट पर,
​लिखती नही आक्रोश वो, #पूर्ण_रचना_अनुशीर्षक_मे 

#रूदाली

​साँझ की,
​दहलीज पर बैठी,
​निहारती वो,
​कच्ची सड़क की,

AK__Alfaaz..

#पूर्ण_रचना_अनुशीर्षक_मे #दुर्गा_का_देश ​कल रात में, ​उससे पहले की अमावस को, ​दो रातों पहले, ​आये चंदा की चाँदनी में, #yqbaba #yqdidi #yqhindi #yqquotes #bestyqhindiquotes

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कल रात में,
​उससे पहले की अमावस को,
​दो रातों पहले,
​आये चंदा की चाँदनी में,
​और..हफ्ते भर पूर्व,
​आये रात के तीसरे पहर में,
​सपनों का अर्थ ढूँढ़ती वो,
​व..मस्तिष्क के प्रश्नपत्र में,
​हर बार आते,
​प्रश्न बनकर,
​उसके हृदय की उत्तर पुस्तिका मे,
​उत्तर ढूँढ़ती श्वांसें उसकी, #पूर्ण_रचना_अनुशीर्षक_मे 

#दुर्गा_का_देश

​कल रात में,
​उससे पहले की अमावस को,
​दो रातों पहले,
​आये चंदा की चाँदनी में,
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