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हिंदुस्तानी
White धोखे की इस दुनिया में, सच्चा प्यार किसे नसीब होता है, दिल से खेल कर देखो, दर्द का एहसास खुद ही होता है। ©Pyari si Aahat धोखे की इस दुनिया में,
धोखे की इस दुनिया में, #Shayari
read moreBabli BhatiBaisla
किसी की भी हिमाकत नजरंदाज करने का मिजान नहीं है जानबूझकर किए जाने वाले गुनाहों में माफी का स्थान नहीं है स्वभाव नहीं सलूक का सही होना जरूरी है बेबस कमजोरी का मुजरा करना किस की मजबूरी है बबली भाटी बैसला ©Babli BhatiBaisla मिजानvineetapanchal Disha KhaultiSyahi Priya ख़्वाबों की दुनिया मañjü pãwãr
मिजानvineetapanchal Disha KhaultiSyahi Priya ख़्वाबों की दुनिया मañjü pãwãr #शायरी
read moreManish ghazipuri
जाने कैसे लोग मिलेंगे, जाने क्या क्या बातें होंगी। गले मिलेंगे बारी बारी, या पीछे से घाते होगी। नये शहर में आ ही गये जब, शायद दिन में रातें होंगी। शीशे की दीवारें होंगी, कागज के सब फूल खिलेंगे। खुश्बू के मादक झोंकों में, शुष्क हृदय के तार हिलेंगे। आंखों से झरते अश्कों से, सावन की बरसातें होंगी। जाने क्या क्या बातें होंगी। ©Manish ghazipuri दुनिया की बाते
दुनिया की बाते #मोटिवेशनल
read moreJashvant
White दाग़ दुनिया ने दिए ज़ख़्म ज़माने से मिले हम को तोहफ़े ये तुम्हें दोस्त बनाने से मिले हम तरसते ही तरसते ही तरसते ही रहे वो फ़लाने से फ़लाने से फ़लाने से मिले ख़ुद से मिल जाते तो चाहत का भरम रह जाता क्या मिले आप जो लोगों के मिलाने से मिले माँ की आग़ोश में कल मौत की आग़ोश में आज हम को दुनिया में ये दो वक़्त सुहाने से मिले कभी लिखवाने गए ख़त कभी पढ़वाने गए हम हसीनों से इसी हीले बहाने से मिले इक नया ज़ख़्म मिला एक नई उम्र मिली जब किसी शहर में कुछ यार पुराने से मिले एक हम ही नहीं फिरते हैं लिए क़िस्सा-ए-ग़म उन के ख़ामोश लबों पर भी फ़साने से मिले कैसे मानें कि उन्हें भूल गया तू ऐ 'कैफ़' उन के ख़त आज हमें तेरे सिरहाने से मिले ©Jashvant ग़ज़ल ( माँ )
ग़ज़ल ( माँ ) #Life
read moreK L MAHOBIA
White लगी आग घर में उसे तो बुझा दो। बुझा दीप घर का उसे तो जला दो। कहां से चले थे कहां आ गए हम जगे तम कहर की खबर को छुपा दो। जहां में भले की करो बात हर-दिन इसी से जहां से , बुरे को मिटा दो। खुशी है जहां में न शिकवा शिकायत भली ज़िन्दगी है जहां फिर निभा दो। सज़ा क्या लिखा है उसे तुम मुझे भी लिखी तो नहीं है किसी को वफ़ा दो। मिटा जिंदगी इश्क में आदमी है। उसी आदमी का मुझे तुम पता दो। दवा से बड़ी चीज हमको मिली है। मिटे रोग उसका कि ऐसी दवा दो। ✍️ के एल महोबिया ©K L MAHOBIA #ग़ज़ल - के एल महोबिया