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Rajesh rajak
हम जोड़ते नहीं,तोड़ते हैं, हम जनता के सेवक हैं,अपराधियों के हाथ पैर। ।।मध्य प्रदेश पुलिस संदेश।। देश भक्ति जन सेवा
BHAWANI Shankar
🇦🇱नवरात्रि की हार्दिक शुभकामनाएं श्रीआस्था कंप्यूटर बस स्टैंड इंदौरा भवानीशंकर अहिर आस्था कम्प्यूटर ई मित्र सेवा केंद्र बैंक
Ek villain
भारत की राजनीतिक दादा राज्यों के संघ का है जिससे इस एकात्मक परिवार भी कहा जाता है और एक महत्वपूर्ण बात यह है कि उच्चतम न्यायालय ने केशवानंद भारती बनाम केरल राज्य 1973 मामले में जब संविधान के बुनियादी ढांचे के सिद्धांत की व्याख्या की थी तब भारत के परिषद चरित्र को उसे ढांचे का एक आवे कहा था ऐसे में यदि भारतीय परिषद पर किसी प्रकार का प्रभाव पड़ता है तो इससे बुनियादी ढांचे के सिद्धांत का उल्लंघन होगा इस पृष्ठभूमि में भारत में सिविल सेवा के प्राकृतिक उसे ₹100 के नियमों के साथ-साथ भारत के संघीय ढांचे का विश्लेषण हो पर गौर करना आवश्यक है तभी केंद्र सरकार के इस प्रस्ताव की तार्किकता पर विचार किया जा सकता है देश के सर्वोच्च सेवा के रूप में सिविल सेवा प्रदीप रही है और अधिकांश युवाओं को अपने जीवन का लक्ष्य है अधिकारी के साथ समाजसेवा का इससे बेहतर विकल्प नहीं है यह समाज सेवा का अर्थ विधि व्यवस्था बनाए रखते हुए नीतियों और कायम करने वालों पर लोगों को विकास की मुख्यधारा में शमित करना है ©Ek villain # सिविल सेवा केंद्र नियमों में संशोधन #Memories
Radhika Udavat
" देवभूमि - भारत " गूँजते हैं शब्द शौर्य के, हवाओं में, पग पग पर है वीरों की गाथाएं। शहादत से सराबोर, हर घर में है देशप्रेम की कथाएँ। हर धर्म का मान रखकर,की है उन्नति जग में। शांति, अमन, सौहार्द्र की, मिशाल पेश की हर युग में। । विश्व गुरु बनकर, था सबको मार्ग दिखाया, उच्च नैतिक आदर्श से, मानवता का अर्थ समझाया। कर्मठ है हर व्यक्ति यहां, परिवार हेतु जीवन समर्पित किया। समाज की मुख्यधारा से जुड़, देश के विकास में सहयोग दिया। बुजुर्गों ने सहेजी है, संस्कारों की धरोहर, युवाओं ने प्रगति का आह्वान किया। महिलाओं ने शक्ति बनकर साहस का पर्याय दिया। भूमि है यह, महापुरुषों के रक्त से रंजीत, इसकी वतनपरस्त सोंधी खुशबु, समूचे जग में है विसरीत। विविधता के रंग लिए है एकता का भाव, देशहित के हर निर्णय में सदा दिखता है सद्भाव हे! भारती के सपूतों, मेरा है आह्वान तुम्हें, अनभिज्ञ हो तुम देवत्व से, मेरी है पुकार तुम्हें, अपनी देवभूमि के महत्व को तुम पहचानों, आधुनिकता के दौर में ना इसकी महत्ता को नकारों। स्वार्थ को त्याग, अपना सर्वस्व अर्पण कर दो, इस देव धरा के लिए अपना जीवन न्योछावर कर दो। #देवभूमि #भारत #nojotohindi
pt.विकास kumar शर्मा