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ਸੀਰਿਯਸ jatt
S.N.Mishra "isroulvi"
White घर में पापा जब किसी गलती पर मुझे डटाते है तो पीछे से एक आवाज आती है क्यों क्या हुआ, क्यों डाट रहें हैं ये शब्द सुनकर फिर जो मुझे माख (रोने से पहले की स्थिति)आती हैं ये आवाज होती है अपनी मां की, ये याद है अपनी मां की ****************************** उम्रदराज में मुझे अपने बचपन का एहसास होता है जब तक डांटने वाला भी, और क्यों डाट रहे हो,पूछने वाली मां भी होती हैं।। ©S.N.Mishra "isroulvi" मां की याद में #mothers_day
Anuj Ray
# दिल में याद रहेगा" ऐ जन्नत ए हूर जमीं पे,इतना न इठलाओ, ये जवानी का रंग हमेशा न रहेगा.। खींच लेने दो एक तस्वीर निगाहों से, कम से कम ये चेहरा तो दिल में याद रहेगा। ©Anuj Ray # दिल में याद रहेगा"
दूध नाथ वरुण
White यूं किस तरह हम जी रहे हैं सनम,आके इक बार ज़रा देख तो सही। यूं तेरी याद में हम पी रहें हैं सनम, इसमें कोई मेरा दोष तो नही।। ©दूध नाथ वरुण #तेरी #याद #में
Shahrukh
हमे अब किसी का साथ नही चाहिए हम बस अकेले रहेना चाहते हैं लोग खेल के चले जाते हैं दिल से ©Shahrukh #boatclub याद प्यार की
Pradeep Kumar
गांव से आया एक लड़का, शहर में अपनी पहचान बनाने को, दिल में थे अरमान बड़े सपने नए सजाने को, कुछ नया करके दिखाने को सबके दिल में जगह बनाने को, आसमान छूने का उसका मन था, इसलिए चांद पर उसका छोटा सा घर था, शुरुआत कहां से की थी उसने, और कहां वो पहुंच गया, मिट्टी से उगता सूरज चारों दिशाओं में फैल गया, गर्मी सूरज की इतनी ज्यादा थी सब लगे थे जलने उससे, तरक्की उसकी देखकर सब हाथ लगे थे मलने, घबराहट सबके दिल में हो रही थी क्योंकि वाह वाह उसकी चारों दिशाओं में हो रही थी, एक छोटे गांव का लड़का तरक्की कैसे कर सकता है, इतनी जल्दी हम सबको पीछे कैसे कर सकता है, सबके दिल में गुस्सा था सबके दिल में आग थी, सुशांत सिंह को मिटाना है सबकी यही आस थी, एक दिन ऐसा शोर आया न्यूज़ पर कुछ और आया, 14 जून 2020 को मैं तो लड़खड़ा गया सुशांत सिंह की मौत की खबर सुनकर दिल मेरा घबरा गया, एक पल तो एहसास नहीं हुआ मुझे ऐसा कैसे हो गया, सबको हंसाने वाला लड़का एकदम से कैसे चुप हो गया, फिर सुनने में आया हमको डिप्रेशन का वह शिकार था, जिसने दिया डिप्रेशन वह उसका ही प्यार था, जाल ऐसा बुना मौत का किसी पर ना हुआ शक था, लेकिन सुशांत सिंह की मौत का उन सबको भी तो थोड़ा डर था, मैं तो आज भी कहता हूं वो सुसाइड नहीं मर्डर था। ©Pradeep Kumar सुशांत की याद में iamwriter861 my YouTube channel please subscribe 🙏
Sanjeev Kumar
BeHappy नही जानता तुमसे कैसा रिश्ता है तुमसे मिल के दिल झूम उठता है ©Sanjeev Kumar #beHappy सुबह की याद
paritosh@run
पापा की परियों पर खूब चुटकुले चलते हैं, पर कभी आपने सोचा है बेटियों को अपने ही माता पिता से मिलने वाले प्रेम को इतना glorify क्यो करने की जरूरत पड़ती है। बेटों को क्यो कभी ये साबित नहीं करना पड़ता कि वो अपने माता पिता के कितने दुलारे हैं? जवाब है कि उनको सदियो से ही जन्म से अधिकार और प्यार मिला है। घी का लड्डू टेढो मीठ जिनके लिए कहा गया हो उन्हें अपनी उपयोगिता साबित करने की जरूरत ही क्या है। वह लायक हो तब तो अच्छा है ही, पर यदि वह शराबी, जुआरी, बलात्कारी, हत्यारा, लुटेरा हो तब भी अंत में उसके हाँथ की मुखाग्नि पाकर माता पिता को स्वर्ग मिल जाता है। तमाम ग्रन्थ, व्रत, उपवास, प्रतीक पुत्र होने को अलौकिक और अदभुद सिद्ध करने में जुटे हैं। कुछ माता पिता जो कहते हैं " हम तो लड़का लड़की में कोई भेद नहीं करते" उनसे अगर कोई सम्पति में हिस्सा देने की बात कर दे तो उनकी परम्परा और संस्कृति खतरे में आ जाती है। वो दो बीघा जमीन बेच कर लड़की की शादी तो कर देंगे, लेकिन 1 बीघा बेच कर न उनको पढ़ा पाएंगे, न उनके नाम कर पाएंगे। आज भी बेटियां अपने ही अधिकारों से वंचित हैं तो इसके जिम्मेदार जितना समाज है उतना ही उनके माता पिता भी हैं। ©paritosh@run पापा की परी.