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Sonu Ravi

 #फलानि

VEER NIRVEL

संस्कृत:- किम् मम प्रियतमा भोजनम् अखादत् . हिन्दी अनुवाद:- मेले बाबू ने थाना थाया... #𝙲𝚑𝚊𝚒_𝙻𝚘𝚟𝚎𝚛 #शायरी

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संस्कृत:- किम् मम प्रियतमा भोजनम् अखादत् .
हिन्दी अनुवाद:- मेले बाबू ने थाना थाया...
#𝙲𝚑𝚊𝚒_𝙻𝚘𝚟𝚎𝚛

©VEER NIRVEL संस्कृत:- किम् मम प्रियतमा भोजनम् अखादत् .
हिन्दी अनुवाद:- मेले बाबू ने थाना थाया...
#𝙲𝚑𝚊𝚒_𝙻𝚘𝚟𝚎𝚛

rajkumar

अचोद्यमानानि यथा, पुष्पाणि फलानि च। स्वं कालं नातिवर्तन्ते, तथा कर्म पुरा कृतम्। हिंदी अर्थ:- जैसे फूल और फल बिना किसी प्रेरणा से स्वतः समय #समाज

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Divyanshu Pathak

OPEN FOR COLLAB ✨ #ATतलाश • A Challenge Aesthetic Thoughts! ♥️ इस खूबसूरत चित्र को अपने प्यारे शब्दों से सजाएं|✨ Transliteration: Fir se #Collab #yqdidi #YourQuoteAndMine #aestheticthoughts #yqaestheticthoughts #पाठकपुराण #गुरु_और_शिष्य

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सुनो! तुमने मुझे एक विचार दिया है।
हमारी जीवनशैली को
चार आश्रमों में विभक्त किया गया है।
1. ब्रह्मचर्य जीवन के पहले 25 साल।
2. गृहस्थ जीवन के अगले 25 साल।
3. वानप्रस्थ जीवन के आगे 25 साल।
4. सन्यास जीवन के अंतिम 25 साल।
वैज्ञानिक जीवनशैली थी।
चारों के लिए 4 पुरुषार्थ निश्चित किए...
1.धर्म, 2.अर्थ, 3.काम, 4.मोक्ष ।
एक संतुलित और शानदार जीवन। OPEN FOR COLLAB ✨ #ATतलाश • A Challenge Aesthetic Thoughts! ♥️

इस खूबसूरत चित्र को अपने प्यारे शब्दों से सजाएं|✨ 

Transliteration: 
Fir se

@nil J@in R@J

- ॐ त्र्यम्बकं यजामहे सुगन्धिं पुष्टिवर्धनम्। उर्वारुकमिव बन्धनान् मृत्योर्मुक्षीय मामृतात्॥[1] यह त्रयम्बक "त्रिनेत्रों वाला", रुद्र का वि

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भोले की कृपा पाने के लिए

शिव को प्रसन्न करने के लिए ‘ऊं नम: शिवाय’ मंत्र का जप करने के साथ आप डमरू बजाएं। यदि जप के समय आपके साथ में और भी कोई है तो मंत्र के जप के साथ-साथ ‘बम बम भोले, बम बम भोले’ का भी उच्चारण करते रहे। इससे भोले की कृपा मिलेगी। #NojotoQuote -

ॐ त्र्यम्बकं यजामहे सुगन्धिं पुष्टिवर्धनम्।
उर्वारुकमिव बन्धनान् मृत्योर्मुक्षीय मामृतात्॥[1]
यह त्रयम्बक "त्रिनेत्रों वाला", रुद्र का वि

Shrikant Agrahari

माहेश्वर सूत्र (संस्कृत: शिवसूत्राणि या महेश्वर सूत्राणि) को संस्कृत व्याकरण का आधार माना जाता है। पाणिनि ने संस्कृत भाषा के तत्कालीन स्वरूप #yqbaba #yqdidi #yqmotivation #hkkhindipoetry #yqinspiration #श्रीsnsa

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यदि महेश्वर सूत्र न होता,,
यदि महर्षि पाणिनि न होते ,,
तो व्याकरण का मूल न होता।
शब्दों का कोई समूह न होता।।
लिपि के माध्यम से भावनाओ को 
व्यक्त करने की हमारी,सामर्थ्यता न होती।
अक्षर का मेल न होता,भाषाओ का खेल न होता।

    ©श्रीकान्त अग्रहरि
 Caption me bhi padhe माहेश्वर सूत्र (संस्कृत: शिवसूत्राणि या महेश्वर सूत्राणि) को संस्कृत व्याकरण का आधार माना जाता है। पाणिनि ने संस्कृत भाषा के तत्कालीन स्वरूप

Shrikant Agrahari

माहेश्वर सूत्र (संस्कृत: शिवसूत्राणि या महेश्वर सूत्राणि) को संस्कृत व्याकरण का आधार माना जाता है। पाणिनि ने संस्कृत भाषा के तत्कालीन स्वरूप #yqbaba #yqdidi #YourQuoteAndMine #hkkhindipoetry #श्रीsnsa

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हिंदी काव्य कोश संगठन का,
सहृदय कोटि कोटि आभार🙏🙏 माहेश्वर सूत्र (संस्कृत: शिवसूत्राणि या महेश्वर सूत्राणि) को संस्कृत व्याकरण का आधार माना जाता है। पाणिनि ने संस्कृत भाषा के तत्कालीन स्वरूप

AB

Dedicating a #testimonial to 🖤 महाकाल 🔱 दीवानी🖤 Wish you a very Happy Anniversary मेरी दूर की पर पास की ही सगी -फलानि ढिमकानी बड़किया, सनकी #alpanas

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,🦋,ये आँखें आफ़रीन 
ये जुल्फ़ें आफ़रीन
ये नज़्म आफ़रीन,🦋,


ए हसीं,
तू नूर बनाया खुदा का
तेरी हर अदा
, आफ़रीन, Dedicating a #testimonial to 🖤 महाकाल 🔱 दीवानी🖤


Wish you a very Happy Anniversary मेरी दूर की पर
पास की ही सगी -फलानि ढिमकानी बड़किया, सनकी
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