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Hunar Jara Hatke
A2Motivation Arvind Arora}
Yaasi
Chandraprakash Hardeniya
PrashantPBhakt
👉इंडिया फॉर्मर फाइनेंस मिनिस्टर अरुण🌹🌹 जेटली को मेरी तरफ से शत् शत्👈 👉नमन🌹🌹| 👆 👆 #nahirahejaitley #arunjaitleykosha
Krish Vj
हर तरफ दर्द बेबसी और "मौत" का माहौल हैं फिर भी कुछ पेसे वाले लगे पैसे कमाने को हैं ज़िंदगी से प्यार नहीं किसी की, प्यार पैसो से है कोई जिए या मरे, सरोकार तो दौलत से इनको तिजोरियों खाली नहीं हो बस इनकी यही सोच चाहे गरीब अपनी खून पसीने की पूंजी लुटा दे #yqdidi #covid19 #company #majdur #employee (किसी को दुःख पहुँचाने के उद्देश्य से नहीं कहा , कुछ कंपनियां यही कर रहीं है अभी,कर्मचारी क
Indra patel
बोला था ज्यादा करीबियां ना बढ़ाओ मोदी से अब भुगतो ...कांग्रेस बैंड बजाएगी....😤😤😤 #NojotoQuote वैसे रियल में इतनी बड़ी व्यापारिक कंपनी राजनीति बदलने से ज्यादा मात्रा में प्रभावित नहीं होती होगी ऐसा मुझे लगता हैं क्योंकि हर पार्टी को चं
Angat Dhanraj
नए-नए फीचर्स के फोन, कम्प्यूटर, लैपटॉप, टैब लगातार लॉन्च हो रह हैं. ऐसे में नए ऐप्स ऑर सॉफ्टवेयर डेवलपर्स का काम डिमांड में है. अगर आप इस मामले में प्रोफेशनल हैं तो आपके बिजनेस में चार चांद लग सकते हैं. ऑनलाइन ऐप डेवलपमेंट के जरिए पैसा कमाया जा सकता है. कुछ कंपनियां ऐसे प्रोजेक्ट्स देती हैं. Mokriya.com भी इनमें से एक ऐसी कंपनी है. इसके जरिए आप हर महीने 20 से 30 हजार रुपए कमा सकते हैं. (Image:Reuters) ©Angat Dhanraj नए-नए फीचर्स के फोन, कम्प्यूटर, लैपटॉप, टैब लगातार लॉन्च हो रह हैं. ऐसे में नए ऐप्स ऑर सॉफ्टवेयर डेवलपर्स का काम डिमांड में है. अगर आप इस मा
Ashok Mangal
जनहित की रामायण - 61 रोजगार का सीधा हाथ, जड़ से काट रहें है ! उल्टे हाथ में अन्न बाँट, वाहवाही चाट रहे हैं !! बँटे अन्न की बचत भी, असल में नगण्य ही है ! उससे ज्यादा रकम तो, कर बढ़ाके वसूल ली है !! देश के उत्पादन को घटा आयात बढ़ा रहे है ! अपने हाथों अपनी अर्थव्यवस्था डुबा रहे हैं !! दाने दाने को मोहताजी घर बिठा दिये कामकाजी ! कोर्पोरेट ही संगी साथी, कोर्पोरेट को रखते राजी !! ऋण माफ़ी में बैंको के 10 लाख करोड़ उड़ा दिये ! घाटे में बैंको ने 5 लाख करोड़ गवां दिये !! एनपीए तहत तीस लाख प्लस करोड़ डूब के कगार पर ! आम जन की बैंक जमा, असुरक्षित पांच लाख पार पर !! (कृपया: क्रमशः कैप्शन में पढ़े) ( quote से आगे ) देश की अर्थव्यवस्था टिकी थी जिस जिस आधार पर ! लहुलुहान किया उन्हें, नाना प्रकार के प्रहार कर !! छोटे मोटे व्यापार, बहुराष्ट
Deepak Kanoujia
डियर तुम | हां तुम ! तुम सब...😊 मित्रों ! आज रात 12 बजे के बाद एक नया दिन शुरू हो गया और मैं जो थोड़ा पहले लिखना चाहता था उसमें थोड़ा और विलंब हो गया...समय के संदर्भ में तो ह