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अनिल कसेर "उजाला"
#5LinePoetry तेरी याद ने मुझको रोने न दिया, ये ज़ख्म प्यार का उभरने न दिया। टूटा हुआ हूँ मैं तो 'उजाला' मगर, चाहत ने उसकी बिखरने न दिया। ©अनिल कसेर "उजाला" रोने न दिया
रोने न दिया
read moreF M POETRY
Unsplash अब न ख्वाहिश न आरज़ू न ज़ुस्तज़ू है तेरी.. इत्तीफाक़न भी न तुझसे मिलूं दुआ है मेरी.. यूसुफ़ आर खान ©F M POETRY #अब न ख्वाहिश न आरज़ू...
#अब न ख्वाहिश न आरज़ू...
read moreबेजुबान शायर shivkumar
Unsplash // खुद को निखार लेना // छोटे छोटे पैर तो कभी चलना सीख ही जाते हैं मंजिल दूर है पर वो धीरे धीरे बढ़ जाते हैं हम अपने ही दम से " खुद को निखार लेना " जानते है तप कर आग में हम सोना बन ही कर आते हैं मजबूरी जब ,अपने सर पे जिम्मेदारी आई तो समझ आ आती है इस जिंदगी की दौड़ भी यु बढ़ती ही जाती है वो अनाड़ी भी एक खिलाड़ी बन जाते हैं जब गिर-गिर कर और ठोकर पर ठोकर यु खाते हैं बारिश में भीग कर कड़ी धूप में यु जल कर भी वो बढ़ जाते हैं न भाग कर ,अपने मुश्किलों से लड़ कर वो जीत कर दिखाते हैं वो भी अपने वक्त के साथ साथ चलना भी सीख आता है उसे अपने मेहनत का फल लेना भी आता है अपने इन हाथों की लकीरों को भी बदल देते हैं मेहनत करने वाले तूफान का रुख भी यु मोड़ देते हैं ये दुनिया रोकती ही रहेगी मगर तुम चलते ही रहना न सुनना किसी की बात को तुम अपनी मंजिल को ही देखना कर हौसला बुलंद तू , तुमने तो इतिहास रचा कदम बड़ा हंसने वालो को एक दिन चुप करा देना , तुम इतिहास बना देना ©बेजुबान शायर shivkumar छोटे छोटे पैर तो कभी चलना सीख ही जाते हैं मंजिल दूर है पर वो धीरे धीरे बढ़ जाते हैं हम अपने ही दम से " खुद को निखार लेना " जानते है तप कर आग
छोटे छोटे पैर तो कभी चलना सीख ही जाते हैं मंजिल दूर है पर वो धीरे धीरे बढ़ जाते हैं हम अपने ही दम से " खुद को निखार लेना " जानते है तप कर आग
read moreAnant Nag Chandan
बाँधे जाते इंसान, कभी तूफान न बाँधे जाते हैं, काया जरूर बाँधी जाती, बाँधे न इरादे जाते हैं। —गोपालप्रसाद व्यास ©Anant Nag Chandan बाँधे जाते इंसान, कभी तूफान न बाँधे जाते हैं, काया जरूर बाँधी जाती, बाँधे न इरादे जाते हैं। —गोपालप्रसाद व्यास
बाँधे जाते इंसान, कभी तूफान न बाँधे जाते हैं, काया जरूर बाँधी जाती, बाँधे न इरादे जाते हैं। —गोपालप्रसाद व्यास
read moreनवनीत ठाकुर
दिल में जो राज़ हैं, वो सब कहना चाहते हैं, लेकिन डरते हैं कहीं वो हमारी बातों को बुरा न मान जाएं। उन्हें अपना दर्द बताए बिना जीना मुश्किल है, पर ये डर भी है कि कहीं वो हमारी हालत को समझ न पाएं। सोचते हैं कि बताएं अपने दिल की दुआ, लेकिन क्या पता, कहीं वो हमारी सच्चाई को न देख पाएं। ©नवनीत ठाकुर #नवनीतठाकुर दिल में जो राज़ हैं, वो सब कहना चाहते हैं, लेकिन डरते हैं कहीं वो हमारी बातों को बुरा न मान जाएं। उन्हें अपना दर्द बताए बिना ज
#नवनीतठाकुर दिल में जो राज़ हैं, वो सब कहना चाहते हैं, लेकिन डरते हैं कहीं वो हमारी बातों को बुरा न मान जाएं। उन्हें अपना दर्द बताए बिना ज
read moreSarvesh kumar kashyap
gaTTubaba
White खूबसूरती देख उस शहर की प्यार में पड गया मुसाफिर जानता नहीं हैं वो , की शापित हैं उसका इश्क नींद न आने की बीमारी से ! ©gaTTubaba #sad_quotes खूबसूरती देख उस शहर की प्यार में पड गया मुसाफिर जानता नहीं हैं वो , की शापित हैं उसका इश्क नींद न आने की बीमारी से !
#sad_quotes खूबसूरती देख उस शहर की प्यार में पड गया मुसाफिर जानता नहीं हैं वो , की शापित हैं उसका इश्क नींद न आने की बीमारी से !
read moreRakesh frnds4ever
White वो पुरुष कैसे संभाले खुद को जो कि ना तो नशा करता है ,,,,,,,,ना ही गाली देता है जिसका न कोई संगी साथी है ,,,,,,,,,,,,न की प्रेमी न दुश्मन जिसके ना कोई अपने हैं ,,,,,,,,,,,,,,,,,,,न कोई पराये जिसमें ना कोई चालाकी है ,,,,,,,,,,,,,,,,न कोई बेईमानी जो इस कलियुगी युग के माहौल जैसा नहीं है ,,,,, वो जो कि दिल, दिमाग ,आत्मा, तन - मन ,शरीर से इस नरकीय, क्रूर, जहन्नुम जैसी दुनिया में आर्थिक, सामाजिक ,शारीरिक, संवेदनात्मक, भावात्मक ,मानसिक बौद्धिक, संवेगात्मक, आत्मिक ,वंशानुगत, पारिवारिक आदि सभी स्वरूपों में निरंतर प्रताड़ित किया जा रहा है,,,नोचा जा रहा है,,, मारा जा रहा है,,,... कैसे संभाले वो खुद को ©Rakesh frnds4ever वो #पुरुष कैसे #संभाले खुद को जो कि ना तो #नशा करता है ना ही गाली देता है जिसका न कोई संगी #साथी है न की #प्रेमी न दुश्मन जिसके