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पंकज कुमार सिंह
दे मुझको वरदान ! जगत जननी मां चामुंडे, मैं तेरी सन्तान, री! मैया, दे मुझको वरदान ! पड़े विपदा जब भी भयंकर, करना महरानी प्यार शुभंकर, खिले अधर पर रोज निरंतर जीवन की मुस्कान! इठलाऊं ना ताज पहनकर, विघ्नों को झेलूं सदा हुलसकर, शीत उष्ण नैनो में घुलकर बह जाए अभिमान l! सत्य पथ पर सोच समझकर, सीखूँ चलना संभल संभलकर, प्रेम जगत में रहकर पंकज बनूँ सच्चा इंसान ! मां चामुंडा
मां चामुंडा #संगीत
read moreRameshkumar Mehra Mehra
सीता बनो तो, सिर्फ श्री राम के लिए...! औरो के लिए, दुर्गा, काली, चामुडां, बनना यही तुम्हारा अधिकार है.... ©Rameshkumar Mehra Mehra # सीता बनो तो, सिर्फ श्री राम के लिए, औरो के लिए, दुर्गा, काली, चामुंडा, बनना, यही तुम्हारा अधिकार है.....
# सीता बनो तो, सिर्फ श्री राम के लिए, औरो के लिए, दुर्गा, काली, चामुंडा, बनना, यही तुम्हारा अधिकार है..... #Shayari
read moreDinesh Yadav
हे नारी! डरो मत तेरे साथ है दुनियां सारी तु तो पहले से लड़ रही हो सीता कभी द्रौपदी बन कभी झांसी की रानी। कभी फूलन देवी तो कभी मणिपुर की आम नारी तेरे लड़ने का है सिलसिला जारी उठो रण चंडी बन जाओ अब न देर करो राह देख रही दुनियां सारी। ©Dinesh Yadav रणचंडी बन जाओ हे भारत की नारी!
रणचंडी बन जाओ हे भारत की नारी! #कविता
read moreRajiv Kumar Srivastava
या देवी सर्वभूतेषु मातृरूपेण संस्थिता।नमस्तस्यै नमस्तस्यै नमस्तस्यै नमो नमः॥ या देवी सर्वभूतेषु शक्ति-रूपेण संस्थिता। नमस्तस्यै नमस्तस्यै नमस्तस्यै नमो नमः॥ या देवी सर्वभूतेषु शान्तिरूपेण संस्थिता।नमस्तस्यै नमस्तस्यै नमस्तस्यै नमो नमः॥ दुर्गा
दुर्गा
read moreRajiv Kumar Srivastava
या देवी सर्वभूतेषु मातृरूपेण संस्थिता।नमस्तस्यै नमस्तस्यै नमस्तस्यै नमो नमः॥ या देवी सर्वभूतेषु शक्ति-रूपेण संस्थिता। नमस्तस्यै नमस्तस्यै नमस्तस्यै नमो नमः॥ या देवी सर्वभूतेषु शान्तिरूपेण संस्थिता।नमस्तस्यै नमस्तस्यै नमस्तस्यै नमो नमः॥ दुर्गा
दुर्गा
read moreAshraf Fani【असर】
पहले दुर्गा मर्दन करती थी असुरों का अब महिषासुर मर्दन करते हैं दुर्गा का इस कलयुग में कल्की अवतार नहीं होगा पनपेगा पाप,पापी का संहार नहीं होगा फिर भी देवी तू भरम तो रख सब भक्तों का विकराल रूप धर मर्दन कर कम्बख्तों का #दुर्गा