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Parasram Arora
आदमी की जिंदगी से उकता कर एक दिन मुझे परमेश्वर बनने की सूझी औऱ मैं परमेश्वर बन भी गया लेकिन कौन पहचानता मुझको जहाँ आदमी आदमी को नहीं पहचानता..... वहा मुझे कौन पहचानेगा? उकताहट.......
Prince Hamdard
वो अपने आप से उकता गए है किसी के साथ से ऊब सा गए है जो हमको छोड़ कर गए थे शौक़ से क्यों अब छोड़ने पे पछता रहे है उकता
Nir@j
उकताहट सी होती है झुंझलाहट सी होती है बात बात में यार अकबकाहट सी होती है हर बार तेरे आने की आहट सी होती है बिछड़कर भी तुझसे चाहत सी होती है बस तुझे सोचकर राहत सी होती है पूस की रात गरमाहट सी होती है लौट जा तेरी चाहत सी होती है उकताहट सी होती है #uktahat #collab #yqbhaijan #YourQuoteAndMine #nirajnandini Collaborating with YourQuote Bhaijan
THE SILENT LOVE NH
दुनिया की महफ़िलों से उकता गया हूँ या-रब क्या लुत्फ़ अंजुमन का जब दिल ही बुझ गया हो Allama iqbal ©THE SILENT LOVE NH. दुनिया की महफ़िलों से उकता गया हूँ या-रब #Hopeless
Komal Tanwar
मैं उकता सा गया हूँ तेरी रंजिशों से, बेवफाई के तरीके अब बदल लेना तुम ।। उकता- bored #yqbaba #yqtales #yqurdu #bestyqhindiquotes #yqdidi #love #sad #broken
Sangeeta Patidar
तुम्हें क्या मालूम, कि कितनी उकताहट होती है, जब तुम जानकर सारा हाल, नज़रंदाज़ करते हो. उकताहट सी होती है #uktahat #collab #yqbhaijan #YourQuoteAndMine Collaborating with YourQuote Bhaijan #sangeetapatidar #ehsaasdilsedilkibaat
Prerit Modi सफ़र
उकताहट सी होती है दिल में ख़लिश सी होती है तनहाइयों में जब भी तेरे होने की आहट मुझे होती है.. उकताहट सी होती है #uktahat #collab #yqbhaijan #YourQuoteAndMine Collaborating with YourQuote Bhaijan #yqdidi #yqbaba #urdupoetry
Author Munesh sharma 'Nirjhara'
"तुम्हें क्या पता कितनी झल्लाहट होती है जब जानबूझ कर तुम अनजान बनते हो" उकताहट सी होती है #uktahat #collab #yqbhaijan #YourQuoteAndMine Collaborating with YourQuote Bhaijan #sangeetapatidar #ehsaasdilsedilkibaat
Devang shukla
उकता गया है दिल, दिखावे की बज़्म में। अब तो बस नजात-ए-दिल" मिल जाए। यहां किसको चाहिए दुनिया भर से मोहब्ब्त। जिससे हो बस वही मिल जाए। उकता गया= थक गया। बज़्म= महफ़िल। नजात-ए-दिल"= हृदय को मोक्ष।
Harshita Dawar
एक सच हमारा झगड़ा किसी और का रूठना अपने आप से क्यूं? ऊंची आवाज़ में बोली खामोशी अपने अंदर क्यूं? नाराज़गी किसी और से कत्ल अपने ख्वाबों का क्यू? उकता तो नहीं अपने तुम ये नुकसान का सौदा करते सोचो क्यूं? थकते नहीं हम पर दिल थक जाते है क्यू? और ये थकान आराम से कभी सुकून नहीं मिलता क्यूं काम और कम है जिंदगी की जद्दोजहद में जरूरत और ज़रूरी ही होती हैं लड़ाई क्यूं? अगर सब प्रेम के भूखे है तो ये किया वो दिया का झगड़ा क्यूं? सच है या सच्ची कहानी इंसान इंसान से लड़ता क्यूं? उकता गए हो क्यूं जीना ज़रूरी है क्यूं #yqbaba #yqdidi #yqquotes #yqtales #yqhindi