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Nojoto Originals (Hindi)
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read moreChiranjiv
कभी लगता है इस जिन्दगी में खुशियां बेशुमार है,तो कभी लगने लगता है जिन्दगी ही बेकार है।कभी लगता है लोगो में बहुत प्यार है,तो कभी लगता है रिश्तों में सिर्फ दरार है ।कभी लगता है हम भी जिन्दगी जीने के लिए बेकरार है ,तो कभी कभी लगता है सिर्फ हमे मौत का इंतजार है ।कभी लगता है हमको भी उनसे प्यार है,तो कभी लगता है सिर्फ प्यार का बुखार है।कभी लगता है शायद उनको भी हमसे इजहार है,फिर लगता है हम दोनों में तो सिर्फ तकरार है ।कभी लगता है सब अपने ही यार है,फिर लगता है इनमें भी छिपे गद्दार है ।कभी लगता है कितना प्यारा संसार है ,तो कभी लगता है ये संसार बस संसार है । ©Chiranjiv Kavita in Hindi poem
Kavita in Hindi poem #कविता
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प्रकृति पर कविता – लाली है, हरियाली है लाली है, हरियाली है, रूप बहारो वाली यह प्रकृति, मुझको जग से प्यारी है। हरे-भरे वन उपवन, बहती झील, नदिया, मन को करती है मन मोहित। प्रकृति फल, फूल, जल, हवा, सब कुछ न्योछावर करती, ऐसे जैसे मां हो हमारी। हर पल रंग बदल कर मन बहलाती, ठंडी पवन चला कर हमे सुलाती, बेचैन होती है तो उग्र हो जाती। कहीं सूखा ले आती, तो कहीं बाढ़, कभी सुनामी, तो कभी भूकंप ले आती, इस तरह अपनी नाराजगी जताती। सहेज लो इस प्रकृति को कहीं गुम ना हो जाए, हरी-भरी छटा, ठंडी हवा और अमृत सा जल, कर लो अब थोड़ा सा मन प्रकृति को बचाने का। ©Chiranjiv prakritik a Sundar hai
prakritik a Sundar hai #कविता
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रह रहकर टूटता रब का कहर रह रहकर टूटता रब का कहर खंडहरों में तब्दील होते शहर सिहर उठता है बदन देख आतंक की लहर आघात से पहली उबरे नहीं तभी होता प्रहार ठहर ठहर कैसी उसकी लीला है ये कैसा उमड़ा प्रकति का क्रोध विनाश लीला कर क्यों झुंझलाकर करे प्रकट रोष अपराधी जब अपराध करे सजा फिर उसकी सबको क्यों मिले पापी बैठे दरबारों में जनमानष को पीड़ा का इनाम मिले हुआ अत्याचार अविरल इस जगत जननी पर पहर – पहर कितना सहती, रखती संयम आवरण पर निश दिन पड़ता जहर हुई जो प्रकति संग छेड़छाड़ उसका पुरस्कार हमको पाना होगा लेकर सीख आपदाओ से अब तो दुनिया को संभल जाना होगा कर क्षमायाचना धरा से पश्चाताप की उठानी होगी लहर शायद कर सके हर्षित जगपालक को, रोक सके जो वो कहर बहुत हो चुकी अब तबाही बहुत उजड़े घरबार,शहर कुछ तो करम करो ऐ ईश अब न ढहाओ तुम कहर !! अब न ढहाओ तुम कहर !! ©Chiranjiv #Butterfly prakritik ka kehar
#Butterfly prakritik ka kehar #कविता
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