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N S Yadav GoldMine
White {Bolo Ji Radhey Radhey} जय श्री नारायण हरि:- हमारे तन का भोजन अन्न और व्यायाम हैं, मन का भोजन भगवान श्री कृष्ण जी की किसी भी अवस्था व व्यस्तता, कोई भी मार्ग से, किसी भी प्रकार से भगवान श्री हरि की और मन को लगाना, इस (जीवन) का सीधा और सरल हमारा निर्मल हो जाना? N S Yadav GoldMine ©N S Yadav GoldMine #Thinking {Bolo Ji Radhey Radhey} जय श्री नारायण हरि:- हमारे तन का भोजन अन्न और व्यायाम हैं, मन का भोजन भगवान श्री कृष्ण जी की किसी भी अव
#Thinking {Bolo Ji Radhey Radhey} जय श्री नारायण हरि:- हमारे तन का भोजन अन्न और व्यायाम हैं, मन का भोजन भगवान श्री कृष्ण जी की किसी भी अव
read morePooja Udeshi
White इंसान का शरीर किराए का मकान है आत्मा बन हम इस मे रह रहे है एक दिन इस मकान को छोड़ना है और दूसरा शरीर यानि मकान ढूढना है तो जब तक है इस मकान रूपी शरीर मे है,इसको साफ सुथरा रखे, बीमारी गन्दगी और बुरी आदतों को good buy कहे, भगवान को मस्का लगाऐ कि next मकान शरीर अच्छा वाला देना next birth मे....... ©Pooja Udeshi #GoodNight #शरीर
Health Is Wealth DK
Health is wealth dk ©Health Is Wealth DK अगर हम स्वाद को छोड़ दें तो शरीर को फायदा।
अगर हम स्वाद को छोड़ दें तो शरीर को फायदा।
read moreParastish
White कितनी प्यारी कितनी सुन्दर कितनी अजमल वो आँखें देखे जो भी कर देती हैं उस को घायल वो आँखें दिल में पसरे सन्नाटे को बाँध के अपने पोरों से बन के धड़कन छम-छम करती जैसे पायल वो आँखें शाम सवेरे डोले ऐसे मन के वीराँ आँगन में दूर गगन में गोया कोई उड़ता झाँकल वो आँखें बचने को मुश्ताक़ जहां से मस्त रुपहली क़ामत पे शर्म हया का पैराहन या कह लो आँचल वो आँखें उन की शोख़-निगाही के अफ़्सूँ का भी है क्या कहना आलम सारा कर दे आबी बरखा, बादल वो आँखें तीर-ए-मिज़्गाँ ऐसे कितने अहल-ए-दिल नख़चीर हुए कितने बिखरे कितने तड़पे कलवल कलवल वो आँखें ©Parastish अजमल- रूपवान,अत्यधिक सुंदर गोया - मानो, जैसे । झाँकल- परिंदों का झुंड मुश्ताक़ - शौक रखने वाला, अभिलाषी रुपहली - चाँदी जैसी । क़ामत - शरीर
अजमल- रूपवान,अत्यधिक सुंदर गोया - मानो, जैसे । झाँकल- परिंदों का झुंड मुश्ताक़ - शौक रखने वाला, अभिलाषी रुपहली - चाँदी जैसी । क़ामत - शरीर
read moreParul Sharma
दूध, दही, रोटी, सब्जी, दाल,भात और सलाद हर दिन लें समय-समय पर पूर्ण पौष्टिक आहार शुद्ध मन,स्वच्छ तन, और व्यायाम करो प्रतिदिन स्वस्थ्य जन जीवन का एक मात्र यही है आधार ©Parul Sharma दूध, दही, रोटी, सब्जी, दाल,भात और सलाद हर दिन लें समय-समय पर पूर्ण पौष्टिक आहार शुद्ध मन,स्वच्छ तन, और व्यायाम करो प्रतिदिन स्वस्थ्य जन जी
दूध, दही, रोटी, सब्जी, दाल,भात और सलाद हर दिन लें समय-समय पर पूर्ण पौष्टिक आहार शुद्ध मन,स्वच्छ तन, और व्यायाम करो प्रतिदिन स्वस्थ्य जन जी
read morepuja udeshi
बदन मे फूल खिलते है कब तक जवा हो शरीर तब तक.......... बाद मे तो फूल की जगह धूल मिलती है वो भी हवा मे उड़ जाती है..... ©puja udeshi #शरीर #pujaudeshi
Rakesh frnds4ever
White कुछ तो होश रख ले ए मेरे हमदम हमनवा हमसफर हमराही हमदर्द ,,,,,,,,,,,मेरे शरीर,,,,,,,, कि इक तुझ बिन कोई मेरा अपना है भी तो नहीं इस जहां में ©Rakesh frnds4ever कुछ तो #होश रख ले ए मेरे #हमदम #हमनवां #हमसफर #हमराही #हमदर्द ,,,,,,,,,,,मेरे #शरीर ,,,,,,,, कि इक तुझ बिन